ऑयली स्किन के लिए सीरम बनाते समय इन इंग्रीडिएंट्स को करें अवॉयड
अगर आपकी स्किन ऑयली है और आप सीरम बना रही हैं तो इन इंग्रीडिएंट्स का भूल से भी इस्तेमाल ना करें।
Oily Skin Face Serum: स्किन की केयर करने का सबसे अच्छा तरीका होता है नेचुरल तरीके को अपनाना। अमूमन लोग पैसे बचाने और अपनी स्किन की बेहतर तरीके से देखभाल करने के लिए घर पर ही स्किन केयर प्रोडक्ट बनाना पसंद करते हैं। हालांकि, आपको यह भी समझने की जरूरत है कि सिर्फ घर पर स्किनकेयर प्रोडक्ट बनाने से वह आपकी स्किन के लिए सुरक्षित नहीं हो जाते हैं। भले ही आप घर पर स्किन केयर प्रोडक्ट बनाएं, लेकिन फिर भी आपको यह देखना चाहिए कि वह आपकी स्किन की जरूरतों को पूरा करता हो।
चूंकि हर किसी की स्किन अलग होती है, इसलिए अपनी स्किन की समस्याओं व जरूरतों को समझते हुए आपको स्किन केयर प्रोडक्ट बनाने चाहिए। मसलन, अगर आपकी स्किन ऑयली है और आप उसके लिए सीरम बना रही हैं तो ऐसे में आपको कुछ इंग्रीडिएंट्स को अवॉयड करना चाहिए। भले ही आप अपनी किचन में मौजूद चीजों की मदद से सीरम बना रही हैं। यह इंग्रीडिएंट्स आपकी स्किन को और ज्यादा आयली बना सकती हैं, पोर्स बंद कर सकती हैं या ब्रेकआउट्स की समस्या बढ़ा सकती हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ इंग्रीडिएंट्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको ऑयली स्किन के लिए सीरम बनाते समय अवॉयड करना चाहिए-
कोकोआ बटर (Cocoa Butter)
यह सच है कि कोकोआ बटर आपकी स्किन को डीप मॉइश्चर देता है और इसलिए अधिकतर लोग इसे अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करते हैं। इतना ही नहीं, इसमें विटामिन्स और फैटी एसिड्स भी पाए जाते हैं, जो स्किन को पोषण देते हैं। हालांकि, ऑयली स्किन के लिए सीरम बनाते समय इसका इस्तेमाल ना करें। दरअसल, यह काफी हैवी और चिपचिपे होते हैं, जो स्किन पर मोटी लेयर बनाकर तेल और बैक्टीरिया फंसा देते हैं। इससे आपकी स्किन और ज्यादा ऑइली और चिपचिपी लग सकती है। साथ ही, इससे पोर्स बंद हो सकते हैं, जिससे पिंपल्स हो सकते हैं।
एप्पल साइडर विनेगर (Apple Cider Vinegar)
स्किन केयर रूटीन में एप्पल साइडर विनेगर का इस्तेमाल करना बेहद ही आम है। यह टोनर की तरह काम करता है और पीएच बैलेंस करता है। साथ ही साथ, बैक्टीरिया से भी बचाता है। हालांकि, यह ऑयली स्किन के लिए ठीक नहीं माना जाता। दरअसल, इसका पीएच लगभग 3 होता है, यानी काफी एसिडिक होता है। जब आप इसे सीधे स्किन पर लगाती हैं तो इससे स्किन काफी रूखी हो सकती है। इसके अलावा, स्किन पर खुजली, छिलना या केमिकल बर्न तक हो सकता है। इसलिए, इसे अवॉयड करें। अगर आप इसे इस्तेमाल ही करना चाहती हैं तो 1 भाग एप्पल साइडर विनेगर को 5-6 भाग पानी में मिलाकर ही इस्तेमाल करें।
नींबू रस या सिट्रस ऑयल (Lemon Juice or Citrus Oil)
अक्सर अपनी स्किन को ब्राइटन बनाने और टैनिंग कम करने के लिए लोग नींबू रस या सिट्रस ऑयल जैसे ऑरेंज, ग्रेपफ्रूट ऑयल आदि का इस्तेमाल करते हैं। इससे दाग-धब्बे भी हल्के होते हैं। लेकिन नींबू का पीएच बहुत कम होता है, जबकि स्किन का नॉर्मल पीएच 5.5 के आसपास होता है। इसलिए, इसके इस्तेमाल से स्किन बैरियर डैमेज हो सकता है, जलन, सूखापन और सूजन हो सकती है। इतना ही नहीं, सूरज में निकलने पर स्किन जल सकती है या पिगमेंटेशन बढ़ सकता है। कुछ लोगों को सिट्रस ऑयल्स से एलर्जी, रेडनेस और रैशेस हो सकते हैं। यही वजह है कि डर्मेटोलॉजिस्ट सीधे नींबू लगाने से मना करते हैं। अगर आप इसे इस्तेमाल करना ही चाहती हैं तो एक बार अपने स्किन केयर स्पेशलिस्ट से सलाह अवश्य लें।
