Posted inधर्म, लाइफस्टाइल, Latest

कुम्भ स्नान अवसर के साथ दायित्व भी: Kumbh Snan

Kumbh Snan: कुम्भ मेला आस्था के स्नान का दुनिया का सबसे बड़ा मेला है। कई करोड़ लोग दुनियाभर से यहां पहुंचते हैं। ऐसे में इतने लोगों की एक साथ व्यवस्था करना किसी भी सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता, इसलिए इस व्यवस्था को बनाएं रखने में हमारी भूमिका भी उतनी ही जरूरी […]

Posted inपेरेंटिंग, लाइफस्टाइल

करियर का चुनाव करने में माता-पिता करें बच्चों की मदद: Kids Career Choice

Kids Career Choice: कुछ ही दिनों में आपके बच्चों की परीक्षाएं खत्म हो जाएंगी, इसके बाद शुरू होगी आपकी परीक्षा। रिजल्ट निकलने के बाद आप अपने बच्चों के साथ कैसा व्यवहार रखते हैं और उन्हें किस तरह दिशा-निर्देश देते हैं यही बात उनका भविष्य निर्धारित करती है। दूसरे, इसको लेकर उनके मन में कई प्रश्न […]

Posted inलाइफस्टाइल

कैसे करें जीवनदायी तत्त्वों की साज-संभाल: Save Environment

Save Environment: जीवन के लिए कुछ आवश्यक तत्त्वों का होना बहुत जरूरी है। और यदि आप वर्तमान एवं भविष्य सुरक्षित रखना चाहते हैं तो आज से ही इसे बचाने के उपाय करें। यदि कोई हमसे पूछे कि जीवन के लिए अनिवार्य तीन तत्त्व कौन से हैं, तो संभवतया हममें से अधिकतर लोग बिना अधिक सोचे […]

Posted inधर्म, लाइफस्टाइल

देवी देवताओं के चित्रों का अपमान क्यों?: God Idols Rule

God Idols Rule: हिन्दू समाज में सनातन-धर्म परंपरा से आने वाले लोग अपने आराध्य देवी-देवताओं की मूर्तियां या चित्र लगाकर उनकी पूजा करते हैं, जिनमें से अधिकतर स्थायी होते हैं, जैसे मंदिरों में स्थापित मूर्तियां या घरों के पूजा-घर में लगे चित्र। ये मूर्तियां व चित्र जबतक ठीक अवस्था में रहते हैं, इनकी पूजा की […]

Posted inआध्यात्म, लाइफस्टाइल

क्या एक दूसरे के पूरक हैं दर्शनशास्त्र और विज्ञान: Spiritual Thoughts

Spiritual Thoughts: विज्ञान ज्ञान की वह शाखा है जो कार्य-कारण के सिद्धांतों के आधार पर तथ्यों की विवेचना कर सत्य की खोज करती है और दर्शन ज्ञान की वह ज्योति है जो कार्य-कारण के भी परे जाकर सार को खोजती है। तो क्या ये दोनों विपरीत ध्रुवों की भांति कभी नहीं मिल सकते और इनमें […]

Posted inधर्म

शक्ति उपासना का एक स्वरूप यह भी

स्त्री शक्ति के विभिन्न दैवीय स्वरूपों को हम सदियों से पूजते आ रहे हैं, विशेषकर नवरात्रों में। किंतु मां भगवती की आराधना सही अर्थों में तभी सफल होगी, जब हम समाज में स्त्री की शक्ति को समझें और उसे तिरस्कार की जगह मान-सम्मान दें।

Gift this article