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हिसाब का आखिरी पन्ना-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Hisab Story: वो कहकर गये है, कि आज सैलरी की आखिरी तारीख है। आज तो लिस्ट बना ही लेती हूँ। राशन की और इतनी भीषण गर्मी में पंखे-कूलर काम ही नही कर रहे है। सोच रही हूँ कि इस साल एक नई एसी ले ही लूँ। लेकिन…सोचते हूए शुभ्रा अचानक ही उसे सुबह हुए प्रवीण […]

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”त्यौहार ऊपर त्यौहार आ रहे हैं”-गृ​हलक्ष्मी की कहानियां”

Festival Story: त्यौहार तो ऐसे आते हैं जैसे बिन बुलाए मेहमान आते है। बड़बड कर रही किचन में निशा गुस्से से किचन के सिंक में रखे बर्तनों को साफ कर रही थी। तभी वहाँ निशा के पतिदेव आते है और कहते है। अरे क्या हुआ नाश्ता तो तैयार हो गया ना..हाँ हाँ नाश्ता तैयार हो […]