Hindi Kahani: वह भरी दोपहर में फटी- फटी आँखों से दीवार घूरे जा रही थी मीरा ने अपने मध्याह्न में ही कितना कुछ देख लिया था। पचास-पचपन की उम्र में जब साथी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है तब वह फिर से अकेली थी।पहले पति का जीवन के बीच मंझधार में ही छोड़ जाना ,फिर […]
Author Archives: आर्या झा
दूसरा प्यार-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Kahani: सुबह के ग्यारह बजे थे. दरवाजे की घंटी बजी तो अहाना ने बाहर आकर देखा. ये क्या.. शादी का कार्ड…किसने भेजा होगा…लिफाफा खोला तो लाल और सुनहले अक्षरों में ‘अभिषेक वेड्स रौशनी’ देखकर आँखों से ख़ुशी के आँसू छलक आए. नैनों से अकस्मात हुई वर्षा में मनमयूर नाच उठा था. जब मन की […]
वापसी संभव नहीं!-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Story in Hindi निधि को एक सेमिनार के लिए देहरादून जाना था। मम्मी ने भी साथ आने की इच्छा जताई। देहरादून पहुंचते ही मौसी एयरपोर्ट आ गईं और माँ को साथ ले गई। इस तरह निधि के काम के साथ माँ और मौसी का मिलना हो गया। अगले दिन हरिद्वार चलने का कार्यक्रम बना। सुबह- […]
अभिमान- गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Story: आंखों में आनंद को समाये हुए सुहागसेज पर बैठी माधवी अतीत की उतार-चढ़ाव वाली गलियों में खो गई थी। उसे एक-एक कर सब कुछ याद आ रहा था। बचपन से लेकर नौवीं क्लास तक स्कूल में हमेशा फर्स्ट आने वाली माधवी आखिर हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षा में द्वितीय कैसे आ गयी? जब […]
वापसी संभव नहीं!-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Kahani:निधि को एक सेमिनार के लिए देहरादून जाना था। मम्मी ने भी साथ आने की इच्छा जताई। देहरादून पहुंचते ही मौसी एयरपोर्ट आ गईं और माँ को साथ ले गई। इस तरह निधि के काम के साथ माँ और मौसी का मिलना हो गया। अगले दिन हरिद्वार चलने का कार्यक्रम बना। सुबह- सुबह तीनों […]
बेटी की मां रानी-गृहलक्ष्मी की कहानी
Story for Mother: “मां! नित्या को अभी- अभी एयरपोर्ट पर छोड़ कर लौटी हूं..सुबह दस बजे पहुंच जाएगी और पूरे एक महीने तुम्हारे साथ रहेगी..तुमलोग खूब मज़े करना…और सुनो..तुम्हारे लिए एंटी रिंकल क्रीम भेजा है..उसे रोज रात में लगाना …देखना पहले जैसी लगने लगोगी.. ““मुझे बूढ़ा नहीं होने दोगे तुमलोग …” कहकर वह हँसने लगीं […]
तीसरा कदम- गृहलक्ष्मी की कहानियां
Story in Hindi: पोथी पढ़ पढ़ जग मुआ पंडित भया न कोयढाई आखर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय सुबह के दस बज गए और यामिनी अपनी दूसरी चाय खत्म कर कॉलेज के बच्चों की कॉपियां जांचती संत कबीरदास जी के इस दोहे को पढ़ रही थी तो मन मयूर को जैसे पंख मिल गए […]
मिथिला के दामाद के रूप में श्रीराम: Lord Ram Story
Lord Ram Story: राम वह नाम हैं जिनके स्मरण मात्र से व्यक्ति विशेष में राम तत्व का समावेश होने लगता है। राम के मूल गुण यानी सत्य , धर्म , प्रेम , निष्ठा , धैर्य व सहिष्णुता इत्यादि हैं। कहते हैं राम के इन गुणों में से एक भी अपना लिया जाए तो व्यक्तित्व में […]
ललक—गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Kahani: बात उन दिनों की है जब मैं बनारस में पढ़ाई कर रही थी। सच कहूं तो ज्ञान,विज्ञान और शिक्षा का केंद्र बनारस मेरे पसंददीदा शहरों में से एक है। वहां की आबोहवा में ही जैसे पवित्रता घुली हुई है और माहौल में भी एक खुलापन। वहां रहते हुए कभी किसी किस्म का बंधन […]
आत्मविभोर-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Kahani: दिसंबर की एक ठंडी शाम में वह जल्दी- जल्दी काम निपटा रही थी कि घड़ी पर नज़र पड़ी। शाम के छः बज गए तो माया ने अपना पर्स उठाया और तेज़ कदमों से चलती अपने केबिन के बाहर आई। वहीं उसकी नज़र रिसेप्शन पर पड़ी। मिस मेरी एक अल्पव्यस्क युवक को कुछ समझा […]
