Parenting
Public Speaking Skill Credit: Istock

Overview: बचपन से ही डेवलप करनी चाहिए पब्लिक स्पीकिंग स्किल, ये है वजह

पब्लिक स्पीकिंग स्किल व्यक्तित्व, नेतृत्व, संचार कौशल और आत्मविश्वास को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती है।

Kids Public Speaking Skill: पब्लिक स्पीकिंग एक ऐसी कला है, जो न केवल व्यक्तित्व को निखारती है, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में सफलता की नींव रखती है। एक्‍सपर्ट्स का मानना है कि बच्चों को कम उम्र से ही पब्लिक स्पीकिंग का अभ्यास कराने और इसके लिए प्रोत्साहित करने का अवसर देना चाहिए। जब बच्चों को यह अवसर मिलता है, तो उनमें सामाजिक जागरूकता, जिम्मेदारी, कौशल और आत्मविश्वास का विकास होता है। पब्लिक स्पीकिंग और डिबेट से प्राप्त स्किल हमारी डेली लाइफ को प्रभावित करते हैं और बेहतर भविष्‍य कर आधारशिला बनाते हैं। चाहे स्कूल की पढ़ाई हो, करियर की राह हो या निजी रिश्ते, पब्लिक स्पीकिंग स्किल का महत्व हर जगह देखने को मिलता है। पब्लिक स्‍पीकिंग का क्‍या महत्‍व है और इसे कैसे डेवलप किया जा सकता है चलिए जानते हैं इसके बारे में।

व्यक्तित्व को निखारता है

Kids Public Speaking-बच्‍चों को पब्लिक स्‍पीकिंग स्किल सिखाएं
Enhances personality

पब्लिक स्पीकिंग एक डिजाइरेबल स्किल मानी जाती है, क्योंकि यह न केवल व्यक्तित्व को बेहतर बनाती है, बल्कि कॉन्‍फिडेंस भी बढ़ाती है। आज के दौर में, तकनीकी ज्ञान या डिग्री ही सफल पेशेवर जीवन की कसौटी नहीं है। बल्कि व्यक्ति का व्यक्तित्व भी निर्भर करता है। बच्चों को पब्लिक स्पीकिंग और डिबेट सीखने का अवसर देने से उन्‍हें शैक्षणिक प्रगति में भी मदद मिलती है।

लीडरशिप क्‍वालिटी का विकास

पब्लिक स्पीकिंग और डिबेट का अभ्यास बच्चों को यह समझने में मदद करता है कि अपने विचारों और विश्वासों के लिए कैसे खड़ा होना है और बिना डर या झिझक के अपनी बात कैसे रखनी है। यह समझ बच्चों में लीडरशिप क्‍वालिटी को विकसित करने के लिए आवश्यक है। जो बच्चे कम उम्र से ही अपने साथियों का नेतृत्व करने में विश्वास रखते हैं, आत्मविश्वास के साथ खुद को व्यक्त करते हैं और दूसरों के सामने सहजता से बोलते हैं, वे भविष्‍य में सफल नेतृत्‍व करते हैं।

कम्‍यूनिकेशन स्किल को बढ़ावा

पब्लिक स्पीकिंग में प्रेजेंटेशन की तैयारी और योजना शामिल होती है। इसमें चुने गए विषय पर कुछ रोचक जानकारी या तथ्य शामिल किए जाते हैं, जो दर्शकों के साथ तालमेल बनाते हैं। यह कम्‍यूनिकेशन स्किल को बढ़ाता है। यह एक महत्वपूर्ण कौशल है, जो शैक्षणिक और पेशेवर करियर को मजबूत करता है। इससे बच्‍चे को अपनी बात कहने का मौका मिलता है साथ ही वह बिना झिझक संवाद करना सीखता है।

आत्मविश्वास में वृद्धि

बच्‍चों को पब्लिक स्‍पीकिंग स्किल सिखाएं
Increase in self-confidence

पब्लिक स्पीकिंग न केवल चिंता और घबराहट को दूर करता है, बल्कि आत्मसम्मान और आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। यह स्‍टूडेंट्स के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये गुण कार्यस्थल पर सम्मानित और वांछित हैं। यह उनके करियर को आगे बढ़ाने में मदद करता है। यह बच्चों को अपनी बात और विचारों को ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

बच्चों में पब्लिक स्पीकिंग स्किल कैसे सुधारें 

प्रेक्टिस को प्रोत्साहन: किसी भी स्किल की तरह, प्रेक्टिस महत्वपूर्ण है। बच्चों को परिवार या दोस्तों के सामने बोलने के लिए प्रोत्साहित करें। अनौपचारिक सेटिंग से शुरू करें और धीरे-धीरे औपचारिक अवसरों की ओर बढ़ाएं। 

क्रिएटिव फीडबैक: बच्चों को उनकी कमियों को बिना हतोत्साहित किए सुधार के लिए क्रिएटिव फीडबैक दें। उनकी ताकत और सुधार के क्षेत्रों को हाइलाइट करें। 

कहानी और रोल-प्लेइंग: बच्चों को कहानी सुनाने या रोल-प्लेइंग गतिविधियों में शामिल करें। यह उनकी रचनात्मकता, आत्मविश्वास को बढ़ाता है और विभिन्न परिदृश्यों में खुद को व्यक्त करने में मदद करता है। 

स्‍पेशल एक्‍सरसाइज: आवाज मॉडुलेशन, बॉडी लैंग्वेज और आंखों के संपर्क जैसे पहलुओं के लिए स्‍पेशल एक्‍सरसाइज कराएं।

स्पीकिंग क्लब: बच्चों के लिए डिज़ाइन किए गए स्पीकिंग क्लब या कक्षाओं में भागीदारी को प्रोत्साहित करें।

तैयारी कराएं: बच्चों को इंट्रोडक्‍शन और निष्कर्ष के साथ अपने विचारों को व्यवस्थित करना सिखाएं। उन्हें भाषण या प्रस्तुति की रूपरेखा तैयार करने के लिए प्रोत्साहित करें। 

बॉडी लैंग्वेज: बच्चों को हावभाव, मुद्रा और आंखों के संपर्क के महत्व को समझाएं, ताकि वे दर्शकों को प्रभावी ढंग से जोड़ सकें।