Gut and Brain Connection
Gut and Brain Connection

Gut and Brain Connection: क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप किसी इंटरव्यू, मीटिंग या एग्जाम या और किसी स्ट्रेस भरी सिचूऐशन में होते हैं, तो क्यों अचानक पॉटी की इच्छा महसूस होती है? अगर हाँ, तो आप अकेले नहीं हैं! यह एक सामान्य समस्या है, जिसके पीछे का कारण है – गट ब्रेन एक्सिस। जब हम तनाव में होते हैं, हमारा दिमाग अलर्ट मोड में चला जाता है और शरीर को एक खतरे की तरह रिएक्ट करने का सिग्नल भेजता है। इस प्रोसेस में शरीर कई तरह के हार्मोन रिलीज करता है, जैसे कोर्टिसोल, एड्रेनालिन और सेरोटोनिन।

इनमें खासकर सेरोटोनिन आंतों की मूवमेंट को प्रभावित करता है और हमें पॉटी करने का एहसास दिलाता है। इस बारे में मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर के कंसल्टेंट गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल साइंसेज डॉ. कंदरपथ नाथ सक्सेना बताते हैं कि गट ब्रेन एक्सिस हमारे पेट और दिमाग के बीच का कनेक्शन है, जो तनाव के दौरान एक्टिव हो जाता है। इस लेख में हम समझेंगे कि यह कनेक्शन कैसे काम करता है, क्यों टेंशन में पेट गड़बड़ होता है और इससे बचने के आसान उपाय क्या हैं। तो चलिए, विस्तार से जानते हैं इस दिलचस्प और बेहद जरूरी जानकारी को।

गट ब्रेन एक्सिस: तनाव में आंत और दिमाग का गहरा रिश्ता

क्या आप जानते हैं कि हमारा दिमाग और पेट आपस में गहराई से जुड़े हुए हैं? इस कनेक्शन को गट ब्रेन एक्सिस कहा जाता है। जब हम तनाव में होते हैं, हमारा दिमाग खतरे का सिग्नल भेजता है, जिससे शरीर फाइट या फ्लाइट मोड में आ जाता है। इसी दौरान कोर्टिसोल और सेरोटोनिन जैसे हार्मोन रिलीज होते हैं। खासकर सेरोटोनिन आंत की मूवमेंट को तेज कर देता है, जिससे हमें बार-बार पॉटी का एहसास होता है। यही वजह है कि इंटरव्यू, एग्जाम या किसी डर के माहौल में पेट की हालत बिगड़ जाती है। यह एक नैचुरल प्रोसेस है, लेकिन बार-बार ऐसा होना आपके शरीर के लिए ठीक नहीं है। इसलिए, गट ब्रेन एक्सिस को समझना और इसे मैनेज करना बहुत जरूरी है।

पॉटी का एहसास क्यों होता है ज्यादा? जानिए साइंटिफिक वजह

तनाव के दौरान शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। जब दिमाग को कोई खतरा महसूस होता है, तो एड्रेनालिन और सेरोटोनिन जैसे हार्मोन तेजी से रिलीज होते हैं। खासकर सेरोटोनिन आंतों की मांसपेशियों को उत्तेजित करता है, जिससे डाइजेस्टिव सिस्टम की मूवमेंट बढ़ जाती है। यही वजह है कि अचानक पेट में मरोड़, पॉटी का प्रेशर, या कभी-कभी डायरिया जैसी समस्या होती है। कई बार ये समस्या इतनी बढ़ जाती है कि इंटरव्यू या एग्जाम से पहले बार-बार वॉशरूम जाना पड़ता है। ये पूरी तरह से गट ब्रेन एक्सिस की वजह से होता है। इस बारे में जानना जरूरी है ताकि आप खुद को बेहतर तरीके से संभाल सकें और ऐसे हालात से निपट सकें।

तनाव में सिर्फ पॉटी ही नहीं, ये और लक्षण भी होते हैं

पॉटी का एहसास तनाव का एक हिस्सा है, लेकिन इसके अलावा भी कई और लक्षण हो सकते हैं। तनाव के दौरान कुछ लोगों को पेट में मरोड़, डायरिया, ब्लोटिंग, उल्टी जैसा महसूस होना, घबराहट और हाथ-पैर कांपने जैसे लक्षण भी दिखते हैं। कुछ लोगों को भूख नहीं लगती, जबकि कुछ को ज्यादा खाने की इच्छा होती है। यह सब गट ब्रेन एक्सिस की वजह से होता है, जो तनाव के दौरान एक्टिव हो जाता है। इसलिए जब भी तनाव महसूस हो, तो अपने शरीर के इन संकेतों को समझें और उसे इग्नोर न करें। सही समय पर उपाय करना बहुत जरूरी है ताकि आपकी सेहत पर बुरा असर न पड़े।

एक्सपर्ट की सलाह :कैसे करें गट ब्रेन एक्सिस को बैलेंस

डॉ. कंदरपथ नाथ सक्सेना के मुताबिक, गट ब्रेन एक्सिस को समझना हर किसी के लिए जरूरी है, क्योंकि यह सिर्फ पॉटी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरे डाइजेस्टिव सिस्टम को प्रभावित करता है। तनाव को मैनेज करने के लिए रेगुलर योग, ध्यान, हेल्दी डाइट और अच्छी नींद बेहद जरूरी है। अगर बार-बार पॉटी का प्रेशर महसूस होता है, तो इसे हल्के में न लें। यह एक हेल्थ सिग्नल है, जो बताता है कि आपका शरीर तनाव को ठीक से हैंडल नहीं कर पा रहा है। इसलिए, अपनी दिनचर्या सुधारें, स्ट्रेस मैनेजमेंट टेक्निक्स अपनाएं और जरूरत हो तो हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लें। कैफीन और ठंडे पदार्थ कम लें, क्योंकि ये आंत की मूवमेंट को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, समय पर खाना और पर्याप्त पानी पीना भी जरूरी है।ध्यान रखें, आपका पेट और दिमाग मिलकर ही आपके शरीर को चलाते हैं, इसलिए दोनों का ध्यान रखना जरूरी है।

मेरा नाम दिव्या गोयल है। मैंने अर्थशास्त्र (Economics) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है और उत्तर प्रदेश के आगरा शहर से हूं। लेखन मेरे लिए सिर्फ एक अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, बल्कि समाज से संवाद का एक ज़रिया है।मुझे महिला सशक्तिकरण, पारिवारिक...