Patient Right and Responsibility
Patient Right and Responsibility

Patient Rights: जब भी आप अपना इलाज कराने के लिए किसी अस्पताल में जाते है। तो आपको शायद पता नहीं होता है। कि प्रत्येक अस्पताल के अपने नियम होते है। लेकिन ज्यादातर लोगों को इनके बारे में पता नहीं होता है। ऐसे में जरूरी है कि आप किसी भी अस्पताल में इलाज करवाने जाएं तो अपने अधिकार और जिम्मेदारियों को समझें। क्योंकि यह आपके लिए बेहद जरूरी है क्योंकि वक्त रहते आपको जब इनके बारे में पता होगा। तो आप अपना इलाज भली प्रकार से करवा पाएंगे। आईए जानिए क्या किसी अस्पताल के प्रति आपके क्या अधिकार और जिम्मेदारियां है।

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Patient Rights
patient’s rights

-सूचना का अधिकार
आप अस्पताल में इलाज करवाने जा रहे है तो आपको यह जानने का अधिकार है कि आपको किस तरह की बीमारी है। और इसका क्या कारण है साथ ही इसका क्या उपचार है और उपचार में कितनी लागत लगेगी। ऐसे में मरीज को यह सब जानने का पूरा अधिकार है।
रिकॉर्ड और रिपोर्ट का अधिकार
कई बार कुछ अस्पताल मरीजों को रिकॉर्ड देने से इंकार कर देते है। ऐसे में मरीज को अपने मेडिकल रिकॉर्ड और रिपोर्ट सभी को लेने का पूरा अधिकार है।
आपातकालीन देखभाल का अधिकार
सभी अस्पताल चाहे वह सार्वजनिक हो या निजी सभी का दायित्व है कि वह आपातकालीन समय में वह मरीजों को सेवा प्रदान करें।
सूचित सहमति का अधिकार
मरीज को यह जानने का पूरा अधिकार है कि अगर कोई भी खतरनाक उपचार होता है तो उपचार के दौरान जो भी जोखिम उठाना होगा उसके बारे में स्पष्ट रूप से पता हों। रोगी से स्पष्ट तरीके से लिखित रूप से सहमति के बाद ही उपचार आरम्भ किया जाता है।
गोपनीयता, मानवीय गरिमा और निजता का अधिकार
मरीज की निजता को ध्यान में रखकर इलाज किया जाना जरूरी है। साथ ही अगर किसी महिला मरीज का शारीरिक निरीक्षण किया जा रहा है और पुरूष डॉक्टर है तो ऐसे में मरीज का एक महिला व्यक्ति को मौजूद रखने का पूरा अधिकार है।
दूसरी राय लेने का अधिकार
किसी भी मरीज को यह अधिकार है कि वह अपने इलाज के लिए दूसरी राय का अधिकार रखता है। इसके लिए वह अस्पताल से किसी भी तरह की जानकारी या फिर रिकॉर्ड का अधिकार रखता है।
भेदभाव न करने का अधिकार
मरीज के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं कर सकते है। जैसे कि लिंग,जाति और धर्म इसके आधार पर उपचार से इनकार अस्पताल नही कर सकता है। आप किसी आयु वर्ग के हो लेकिन अस्पताल आपसे भेदभाव नहीं करेगा। आपको अपना उपचार करवाने का पूरा अधिकार है।
मानकों के अनुसार सुरक्षा और गुणवत्तापूर्ण देखभाल का अधिकार 

अस्पतालों को अपनी सेवाएं प्रदान करने के लिए स्वच्छ और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करना चाहिए।
-दवाएं या परीक्षण प्राप्त करने के लिए स्रोत चुनने का अधिकार
कोई भी मरीज अपनी आवश्यकतानुसार दवाएं किसी भी फार्मेसी या फिर प्रयोगशाला से ले सकता है। उस पर ऐसी कोई पाबंदी नहीं है कि वह जिस अस्पताल से इलाज करवा रहा है वहीं से दवाई ले।
-मरीज को अस्पताल से छुट्टी देने या मृतक का शव प्राप्त करने का अधिकार
मरीज को पूरा अधिकार है कि वह स्वयं के अनुसार छुट्टी ले सके। साथ ही अगर उसके किसी रिश्तेदार का शव अस्पताल में है तो उसे प्राप्त करने का भी उसका पूरा अधिकार है।
-रोगी शिक्षा का अधिकार
मरीज को पूरा अधिकार है कि जब तक अस्पताल में है तब तक है वह अपनी स्थिति के बारे में जान पाएं। साथ ही रोगियों को बीमा योजनाओं और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानने का भी पूरा अधिकार है।
-सुनवाई का अधिकार और निवारण की मांग
अगर मरीज को किसी भी तरह की अस्पताल में दिक्कत हैं तो उसे शिकायत लगाने का पूरा अधिकार है जिससे उसकी शिकायत पर सुनवाई हो सके और उसका निवारण हो जाए।

-मरीज को चाहिए कि वह अपनी सेहत से जुड़ी सभी जानकारियों को डॉक्टर से सांझा करें। साथ ही आपको वर्तमान में क्या लक्षण है,पहले क्या बीमारियां रहीं है या फिर क्या दवाईयां चली है। आपको अपनी सभी जानकारियों को साझा करना आवश्यक है।
-मरीज को चाहिए कि वह अस्पताल की स्वच्छता का पूरा ख्याल रखें। अधिकतर मरीज स्वच्छता का ख्याल नहीं रखते है ऐसे में अस्पताल को स्वच्छ रखने की आपकी भी पूरी जिम्मेदारी है।
-मरीज को ध्यान रखना चाहिए यदि वह डॉक्टर का सहयोग देंगे तो उनका इलाज उतना ही बेहतर होगा। साथ ही डॉक्टर आपको जिस तरह से खुराक लेने को कहे उसी तरह आपको खुराक लेनी होगी।
-मरीज को अस्पताल के सभी नियमों का अच्छी तरह पालन करना चाहिए।
-अस्पताल की संपति का भूल कर भी नुकसान नहीं करना चाहिए।
-मरीज को डॉक्टर और अस्पताल के कर्मचारियों का गलत बोलने से बचना चाहिए।
-मरीज को अस्पताल में धूम्रपान नहीं करना चाहिए।
-मरीज को अपनी बारी को धैर्यपूर्वक इंतजार करना चाहिए।