क्या अष्टमी के बाद प्याज खा सकते हैं?
Can we eat onion after Ashtami : अष्टमी की पूजा के बाद क्या आप प्याज खा सकते हैं? इस बात को लेकर अगर आप कंफ्यूज हैं, तो आइए जानते हैं इस बारे में-
Can we eat onion after Ashtami: अष्टमी के बाद प्याज या अन्य तामसिक भोजन खाना आपकी धार्मिक परंपराओं और व्यक्तिगत आस्था पर निर्भर करता है। आमतौर पर नवरात्रि के दौरान सात्विक भोजन का पालन किया जाता है, जिसमें प्याज, लहसुन, मांस, मछली, और शराब इत्यादि का सेवन वर्जित माना जाता है। कुछ लोग इसे पूरे नवरात्रि मानते हैं। वहीं, कई लोग दशहरा के कुछ दिनों बाद तक भी प्याज और लहसुन जैसी चीजों का सेवन करना सही नहीं मानते हैं। ऐसे में यह आप पर निर्भर करता है कि आप अष्टमी के बाद प्याज या लहसुन खा सकते हैं या नहीं? आइए जानते हैं इस बारे में-
Also read: शत्रुओं पर विजय चाहते हैं तो इस दशहरा करें शस्त्र पूजा
व्रत तोड़ते ही कुछ लोग खा लेते हैं प्याज

अष्टमी या नवमी की पूजा के बाद लोग व्रत तोड़ते हैं और सामान्य भोजन की ओर लौट आते हैं। ऐसे में कुछ अपने आहार में अष्टमी या नवमी के बाद प्याज, लहसुन और अन्य तामसिक खाद्य पदार्थों का सेवन करना शुरू कर देते हैं। ऐसे में प्याज खाने के लेकर किसी तरह की पाबंदी नहीं है। अगर आप किसी तरह के धार्मिक बंधन में नहीं हैं, तो आप इसका सेवन कर सकते हैं। यह आपकी श्रद्धा पर निर्भर करता है।

कुछ लोग दशहरा के बाद करते हैं प्याज का सेवन
कुछ लोग दशहरा तक या पूर्ण नवरात्रि के समाप्त होने तक प्याज, लहसुन और तामसिक भोजन से परहेज करते हैं। वह व्रत तोड़ने के बावजूद भी प्याज, लहसुन या फिर तामसिक भोजन नहीं करते हैं। दशहरा के कुछ दिनों बाद तक भी कई लोग प्याज खाने से परहेज करते हैं।
कुछ धार्मिक मान्यताएं
कुछ धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, अष्टमी के बाद प्याज नहीं खाना चाहिए। क्योंकि यह तामसिक भोजन में आता है।
व्रत के तुरंत बाद आप इसका सेवन करते हैं, तो यह आपके गट हेल्थ के लिए अच्छा नहीं होता है।
वहीं, इस तरह के आहार से मन भटक सकता है और एकाग्रता में कमी आ सकती है।
वेद-पुराणों में प्याज-लहसुन को राक्षसी भोजन माना गया है। इसलिए अष्टमी के बाद इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
ऐसा माना जाता है कि इनके सेवन से कामुकता बढ़ती है और दिमाग सुस्त होता है।
इनके सेवन से अज्ञानता और वासना में वृद्धि होती है।
अष्टमी के बाद प्याज का सेवन करना चाहिए या नहीं, यह आपकी आस्था पर निर्भर करता है। ऐसे में आप अपनी आस्था के हिसाब से प्याज खाने या न खाने का विकल्प चुन सकते हैं।
