कौन सा नमक व्रत में खाना चाहिए?
Which salt should be eaten during fasting : व्रत के दौरान अगर आपको नमक खाने को लेकर कंफ्यूजन है, तो इस लेख में हम आपके कंफ्यूजन को दूर करेंगे। आइए जानते हैं इस बारे में-
Salt and Fasting: नवरात्रि में कई लोग 9 दिनों का व्रत रखते हैं, जिस दौरान कई बार नमक खाने की इच्छा होने लगती है। लेकिन अक्सर नमक खाने को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि इस दौरान काला नमक खाना चाहिए, लेकिन यह बिल्कुल गलत है। व्रत के मौके पर आप न काला नमक खा सकते हैं और न ही सफेद नमक। इस दौरान सिर्फ सेंधा नमक, जिसे रॉक सॉल्ट या हिमालयन सॉल्ट भी कहा जाता है, का सेवन कर सकते है। सेंधा नमक को व्रत के दौरान खाना सही माना जाता है, क्योंकि इसे शुद्ध और प्राकृतिक माना जाता है। यह नमक समुद्री नमक की तरह प्रोसेस्ड नहीं होता और इसमें कोई अशुद्धियां या रासायनिक पदार्थ नहीं होते हैं। इसलिए व्रत के दौरान सेंधा नमक खा सकते हैं। आइए जानते हैं व्रत में क्यों खा सकते हैं सेंधा नमक?
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व्रत में सेंधा नमक क्यों खाया जाता है?

बेहतर शुद्धता
सेंधा नमक को उसकी शुद्धता के कारण व्रत के दौरान उपयोग किया जाता है। इसे प्राकृतिक तरीके से प्राप्त किया जाता है, और इसमें कोई रासायनिक मिलावट नहीं होती। इसलिए व्रत के दौरान सेंधा नमक खाने से परहेज नहीं किया जाता है।
आयुर्वेदिक दृष्टिकोण
आयुर्वेद में सेंधा नमक को स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना गया है। यह पाचन को सुधारता है, शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है और रक्तचाप को संतुलित रखता है। व्रत के दौरान होने वाली पाचन संबंधी गड़बड़ियों को ठीक करने के लिए सेंधा नमक का सेवन करना उचित हो सकता है।

धार्मिक मान्यता
व्रत में तामसिक या रजसिक आहार से बचने की परंपरा है और सेंधा नमक को सात्विक भोजन के रूप में माना जाता है, जो व्रत के समय मानसिक और शारीरिक शुद्धता बनाए रखने में सहायक होता है।
अन्य नमक क्यों नहीं?
सामान्य तौर पर इस्तेमाल होने वाला सामान्य नमक (आयोडाइज्ड या टेबल सॉल्ट) प्रोसेस्ड होता है और इसमें आयोडीन, एंटी-कैकिंग एजेंट्स और अन्य केमिकल्स मिलाए जाते हैं, जिसे व्रत के दौरान सेवन नहीं किया जाता। इस व्रत में खाना शुद्ध नहीं माना जाता है।
इसलिए अगर आप व्रत के दौरान किसी तरह का नमक खाना चाहते हैं, तो साधारण नमक के बजाय सेंधा नमक का चुनाव करें।
