Akshaya Tritiya Upay: वैशाख माह के तीसरे दिन अक्षय तृतीया मनाई जाती है। अक्षय का अर्थ है, जिसका क्षय ना हो सके अर्थात जो स्थाई हो। इसी दिन भगवान परशुराम के जन्म के कारण इसे परशुराम जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। जैसा कि हम जानते हैं भगवान परशुराम भी सात चिरंजीवियों में से एक चिरंजीवी है जिन्हें सदैव जीवित रहने का वरदान मिला हुआ है ।अक्षय तृतीया के दिन ही त्रेता युग का आरंभ माना जाता है इसीलिए यह तिथि बेहद खास है। वैदिक मान्यताओं के अनुसार चार ऐसे मुहूर्त हैं, जो बेहद ही शुभ होते हैं और मनोवांछीत फल देते हैं। उनमें से अक्षय तृतीया भी एक है।
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विवाह की अड़चनों को दूर करने के लिए खास उपाय

बेहद शुभ मुहूर्त होने के कारण इस दिन किए गए कार्य बहुत सफल होते हैं। जीवन में आने वाली परेशानियों को खत्म करने के लिए अक्षय तृतीया के दिन लोग कई उपाय करते हैं। कहा जाता है कि जिन युवाओं के शादी में बाधा आ रही हो वह अगर अक्षय तृतीया के दिन कुछ खास उपाय करें तो उनकी सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। आईए जानते हैं इस दिन किए जाने वाले कुछ खास उपाय के बारे में।
शिवालय में करें मिट्टी के पात्र का दान
अक्षय तृतीया के दिन शिवालय या शिव मंदिर में मिट्टी के बने हुए मटके या पात्र को दान करने से भगवान शिव की असीम अनुकंपा होती है। अक्षय तृतीया का दिन दान पुण्य के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इतना ही नहीं बल्कि घी, दूध, काले तिल, गुड़ इत्यादि का मंदिर में दान करना चाहिए इसके साथ ही 12 कन्या खिलाने से ईश्वर की आपके ऊपर विशेष कृपा होती है। ऐसा करने से विवाह में आ रही सभी बाधाएं दूर होंगी।
अक्षय तृतीया पर नारियल से करें पूजा

अक्षय तृतीया के दिन हाथ में एक स्वच्छ नारियल लेकर मन में अपने ईष्ट देव को याद करें। मन में अपने गोत्र को सात बार दोहराएं और नारियल को हाथ में लेकर किसी बरगद के पेड़ की सात बार परिक्रमा लगाएं। इसके बाद भगवान को याद कर उन्हें अपनी सभी समस्या बताएं एवं इसे हल करने की प्रार्थना करें। इसके बाद नारियल को बरगद के पेड़ के नीचे ही छोड़ दें। ऐसा करने से आपकी शादी में आए रही बाधाएं भगवान की कृपा से अवश्य दूर होंगे।
अक्षय तृतीया के दिन कराएं रुद्राभिषेक
अक्षय तृतीया के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करने से भगवान प्रसन्न होते हैं। इस दिन मंदिर में रुद्राभिषेक करने से आपके जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं। विवाह में होने वाली देरी से भी मुक्ति मिलेगी।
अवश्य फल देगा ये उपाय
अक्षय तृतीया की रात को एक पीले कपड़े में पांच हल्दी की गांठ को बांधकर भगवान विष्णु को अर्पित करें। इसके बाद अपने माथे पर केसर और चंदन का तिलक लगाएं। भगवान विष्णु को याद करते हुए ओम हिम श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नमः के मंत्र का जाप करें।इस मंत्र का 108 बार जाप करें। बताया जाता है कि इससे प्रेम विवाह में आ रही और अड़चनें दूर हो जाती हैं।
