Sesame Oil for Men: तेल से शरीर की मसाज करना एक बहुत ही प्राचीन परम्परा है। सदियों से लोग अपने बालों से लेकर शरीर केे विभिन्न हिस्सों की मसाज करने के लिए तेल का इस्तेमाल किया जाता है। यूं तो लोग अपने हाथों से लेकर पैरों तक की ऑयल मसाज करते हैं, लेकिन अपने प्राइवेट एरिया पर उनका ध्यान ही नहीं जाता है। पुरूषों के लिए सिर्फ अपने प्राइवेट पार्ट की क्लीनिंग करना ही आवश्यक नहीं है, बल्कि ऑयल मसाज करने पर भी उन्हें अवश्य फोकस करना चाहिए। अगर वे अपने प्राइवेट एरिया अर्थात पेनिस की ऑयल मसाज करते हैं तो उन्हें कई तरह के लाभ मिल सकते हैं। इतना ही नहीं, ऑयल का चयन भी आपको सोच-समझकर करना चाहिए। मसलन, पेनिस के लिए तिल के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको पेनिस पर तिल का तेल लगाने के फायदे के बारे में बता रहे हैं-
पेनिस की ऑयल मसाज क्यों जरूरी है?

तिल से तेल की मसाज से मिलने वाले फायदों के बारे में जानने से पहले आपको यह भी जानना चाहिए कि पेनिस पर ऑयल मसाज करना क्यों जरूरी है। इसके पीछे कई कारण हैं-
- ऐसा माना जाता है कि पेनिस की ऑयल मसाज करने से पर्सनल हाइजीन को मेंटेन करने में मदद मिलती है। जब प्राइवेट पार्ट की तेल से मालिश की जाती है तो इससे गंदगी व डेड स्किन सेल्स को आसानी से हटाया जा सकता है। गर्म पानी और माइल्ड सोप से क्लीनिंग करने के बाद ऑयल मसाज करने से प्राइवेट पार्ट को आसानी से क्लीन किया जा सकता है।
- प्राइवेट पार्ट पर तेल लगाने से स्किन को मॉइश्चराइज करने में काफी मदद मिलती है। पर्याप्त नमी मिलने से ना केवल रूखापन कम होता है, बल्कि प्राइवेट एरिया में होने वाली जलन से भी निजात मिलती है।
- कुछ लोगों को सेक्सुअल एक्टिविटीज के दौरान ऑयल मसाज करने से अधिक प्लेज़र मिलता है। तेल की चिकनाई एक नेचुरल ल्यूब्रिकेशन के रूप में काम करती है और इससे सेक्सुअल एक्सपीरियंस भी अधिक बेहतर होता है।
- प्राइवेट पार्ट की हल्की ऑयल मसाज करने से व्यक्ति को बहुत अधिक रिलैक्स फील होता है। यह उसके लिए सेल्फ केयर का एक तरीका हो सकता है और इससे सेक्सुअल हेल्थ को मेंटेन रखने में भी मदद मिल सकती है।
- जब प्राइवेट पार्ट पर ऑयल से मसाज की जाती है तो इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। प्राइवेट पार्ट में ब्लड फ्लो बढ़ने से टिश्यू हेल्थ को मेंटेन रखने में मदद मिलती है। इसलिए, प्राइवेट पार्ट में ऑयल मसाज करना काफी अच्छा माना जाता है।
पेनिस पर किन तेलों का इस्तेमाल किया जा सकता है?

पेनिस की मसाज करने के लिए कई तरह के तेलों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं-
- तिल का तेल- तिल के तेल की तासीर गर्म होती है और इसलिए इसे पेनिस की मसाज करने के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इतना ही नहीं, इसमें विटामिन ई एवं बी कॉम्पलेक्स, कैल्शियम, मैग्नीशयम, फास्फोरस और एंटीआक्सिडेंट आदि पाया जाता है, जिससे प्राइवेट पार्ट को लाभ मिलता है।
- जोजोबा तेल- जोजोबा तेल को अपने मॉइश्चराइजिंग गुणों के लिए जाना जाता है और इसलिए इससे पेनिस की मसाज की जा सकती है। इतना ही नहीं, यह नॉन ग्रीसी होता है और स्किन में आसानी से अब्जॉर्ब हो जाता है, जिससे आपकी स्किन अधिक नरिश्ड महसूस करती है।
- नारियल तेल- मालिश के लिए लोग अक्सर नारियल तेल का इस्तेमाल करते हैं। आप इससे अपनी प्राइवेट पार्ट की मसाज भी कर सकते हैं। चूंकि यह आसानी से अब्जॉर्ब हो जाता है, जिससे स्किन हाइड्रेटेड रहती है। हालांकि, अगर आप फिजिकल रिलेशन बनाने से मसाज कर रहे हैं और कंडोम का इस्तेमाल करने वाले हैं तो ऐसे में इसका इस्तेमाल करने से बचें।
- बादाम का तेल- पेनिस की मसाज करने के लिए अक्सर लोग बादाम का तेल का इस्तेमाल करना काफी पसंद करते हैं। इसके लाइट टेक्सचर और खुशबू के कारण इसका इस्तेमाल करना काफी अच्छा रहता है। यह स्किन में आसानी से अब्जॉर्ब हो जाता है और इससे स्किन की नमी को बनाए रखने में मदद मिलती है।
- अंगूर के बीज का तेल- अंगूर के बीजों की मदद से बनने वाला यह तेल बेहद ही लाइट और नॉन-ग्रीसी होता है। एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण इसे स्किन के लिए काफी अच्छा माना जाता है। जब इससे पेनिस की मसाज की जाती है तो यह स्किन में आसानी से अब्जॉर्ब हो जाता है और किसी तरह की चिपचिपाहट भी महसूस नहीं होती है।
- जैतून का तेल- जैतून का तेल अधिकतर भारतीय रसोई में पाया जाता है। यह बेहद मॉइश्चराइजिंग माना जाता है। हालांकि, जैतून के तेल में एक अलग सुगंध होती है जिसे हर कोई पसंद नहीं कर सकता है। इसलिए, अगर आप जैतून के तेल से प्राइवेट पार्ट की मसाज कर रहे हैं तो एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का चयन करें।
पेनिस पर तिल का तेल लगाने के फायदे

पेनिस पर तिल का तेल लगाने के कई फायदे हैं। अगर तिल के तेल से प्राइवेट एरिया की मसाज की जाती है तो इससे ना केवल आपको रिलैक्स फील होता है, बल्कि ये फायदे भी मिल सकते हैं-
- तिल के तेल से मसाज करने से पेनिस की नसें मजबूत होती है, जिससे व्यक्ति की कमजोरी की समस्या काफी हद तक दूरी होती है।
- तिल के तेल से मसाज करने से प्राइवेट एरिया में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। जिससे व्यक्ति शारीरिक संबंध बनाते समय अधिक देर तक टिका रहता है और इससे उसके लिए अपने पार्टनर को संतुष्ट कर पाना अधिक आसान हो जाता है।
- ऐसा माना जाता है कि तिल के तेल से प्राइवेट एरिया की मसाज करने से बंद नसें खुल जाती हैं और इससे प्राइवेट पार्ट के साइज पर भी सकारात्मक असर पड़ता है। हालांकि, इस तथ्य की पुष्टि करने के लिए अभी तक कोई रिसर्च सामने नहीं आई है।
- चूंकि तिल के तेल की तासीर गर्म होती है, इसलिए जब इस तेल से मसाज की जाती है तो इससे पुरूषों को काफी फायदा मिलता है। खासतौर से, प्राइवेट पार्ट में तनाव ना आने की समस्या से उन्हें राहत मिलती है।
पेनिस पर तिल का तेल लगाने के नुकसान

पेनिस पर तिल का तेल लगाना सिर्फ फायदेमंद ही नहीं है, बल्कि इससे आपको कुछ नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं। इसलिए, हमेशा सोच-समझकर ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए। पेनिस पर तिल का तेल लगाने के नुकसान कुछ इस प्रकार हैं-
- तिल के तेल की तासिर गर्म होती है, इसलिए गर्मी के दिनों में इसका इस्तेमाल करना नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए, हमेशा मौसम को ध्यान में रखते हुए ही इसका इस्तेमाल करें
- कुछ लोगों को तिल के तेल से एलर्जी हो सकती है। एलर्जिक रिएक्शन होने पर स्किन में जलन, रेडनेस, खुजली या दाने आदि की समस्या हो सकती है। ऐसे में अगर आपको भी तिल के तेल से एलर्जी है, तो कभी भी पेनिस पर इसका इस्तेमाल ना करें।
- कुछ व्यक्तियों की स्किन काफी सेंसेटिव होती है। ऐसे में जब वे अपने पेनिस पर तिल का तेल लगाते हैं तो इससे उनकी स्किन पर नेगेटिव इफेक्ट पड़ता है। ऑयल मसाज करने के बाद उन्हें रेडनेस, खुजली या जलन हो सकती है।
- तिल का तेल लेटेक्स या पॉलीयूरेथेन कंडोम के साथ कम्पैटिबल नहीं है। इसलिए, जब सेक्स से पहले पेनिस पर तिल के तेल से ऑयल मसाज की जाती है तो ऐसे में कंडोम के टूटने का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं, इससे यौन संचारित संक्रमण अर्थात् एसटीआई होने की संभावना भी बढ़ जाती है। इसलिए, सेक्स से पहले कभी भी तिल के तेल से ऑयल मसाज नहीं करनी चाहिए।
तिल का तेल लगाते समय किन बातों का ध्यान रखें

ऐसा माना जाता है कि प्राइवेट पार्ट पर तिल का तेल लगाना काफी फायदेमंद हो सकता है। इसमें मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं जो प्राइवेट पार्ट की स्किन को हाइड्रेटेड रखने में मदद कर सकते हैं। लेकिन फिर भी इसका इस्तेमाल करते समय कुछ सावधानियां बरतना बेहद आवश्यक है। मसलन-
- प्राइवेट पार्ट पर तिल का तेल लगाने से पहले और बाद में पर्सनल हाइजीन बनाए रखें। तेल लगाने से पहले पेनिस को गर्म पानी और जेंटल क्लींजर से अच्छी तरह साफ करें। यह मौजूद किसी भी गंदगी, पसीने या बैक्टीरिया को हटाने में मदद करता है।
- हमेशा हाई क्वालिटी आर्गेनिक कोल्ड-प्रेस्ड तिल का तेल ही चुनें, ताकि आपको किसी तरह के विपरीत प्रभाव ना भुगतने पड़ें।
- किसी भी तरह की एलर्जी की जांच करने से लिए पूरे पेनिस पर तेल लगाने से पहले एक पैच टेस्ट अवश्य करें। इससे आपको पता चल जाएगा कि तिल का तेल आपके प्राइवेट पार्ट के साथ किसी तरह का रिएक्शन तो नहीं कर रहा है।
- तेल का इस्तेमाल बेहद थोड़ी मात्रा में करें और इसे पेनिस की बाहरी त्वचा पर धीरे से लगाएं। कभी भी इसे मूत्रमार्ग या श्लेष्मा झिल्ली पर ना लगाएं।
- कभी भी मसाज करते हुए प्राइवेट पार्ट को जोर से ना दबाएं। ऐसा करने से उसे नुकसान हो सकता है। हमेशा हल्के हाथों से ही मसाज करें।
- यदि आपको किसी भी तरह की असुविधा, रेडनेस या खुजली आदि की समस्या हो रही है, तो तेल का इस्तेमाल करना तुरंत बंद कर दें।
FAQ | क्या आप जानते हैं
पेनिस पर तिल का तेल लगाने के क्या फायदे हैं?
क्या तिल का तेल शरीर की मालिश के लिए अच्छा है?
तिल के तेल की मालिश कब करनी चाहिए?
तिल के तेल से मसाज कब नहीं करनी चाहिए?
तिल का तेल गर्म है या ठंडा?
