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ओशो ने परंपराओं में जकड़े मन को आजाद किया

Osho on Freedom: ओशो ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने कभी किसी की परवाह नहीं की। उन्हें जैसा लगता था, वैसा ही वे बोलते थे और जो वे कहते थे उसकेप्रति पूरी तरह ईमानदार नजरिया देने में लगे हुए थे। मैं सोचता हूं, ओशो ने जो बुनियादी काम किया, वह था धर्मों पर जमी हुई धूल को […]

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बात जो जरूरी है वो जरा अधूरी है

Osho Life Lesson: दूसरे ही पृष्ठ पर सर्वप्रथम मेरा चेहरा देखकर आपका हैरान होना लाजमी है क्योंकि मेरा चेहरा इस विशेषांक के साथ न तो निर्णय करता है, न ही कोई तालमेल बिठाता है। क्योंकि न तो मैं कोई प्रसिद्ध हस्ती हूं न ही बुद्धिजीवियों की श्रेणी में मेरा कहीं कोई स्थान है। तो क्या […]

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ओशो ने चेतना के अंतिम स्तर को स्पर्श किया है

Osho Life Lesson: मेरे मन में ओशो के लिए अगाध प्रेम है बुद्ध के बाद वे ही एकमात्र व्यक्ति हैं, जिन्होंने चेतना के अंतिम स्तर महापरिनिर्वाणात्मक स्तर का स्पर्श किया है। उनके साथ जुड़कर मैं स्वयं को धन्य मानता हूं। मैंने जब से ओशो को पढ़ना शुरू किया, मैं किसी और को पढ़ता ही नहीं, […]

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आवश्कता ज्ञान ही जीवन है

Knowledge is Life: मैं एक कहानी निरंतर कहता रहता हूं। बहुत प्रीतिकर है मुझे। वह आपसे भी कहूं। सुना है मैंने कि किसी गांव में छोटी-सी तेली की दुकान पर एक सुबह एक विचारक गया है। जब वह तेल ले रहा है तो उसने देखा कि पीछे तेली का कोल्हू चल रहा है और बैल […]

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ओशो और विवेक: एक प्रेम कथा

Osho: सू एपलटन अपने पूर्व जन्म से ही ओशो की प्रेमिका रही है। अप्रैल 1971 में ओशो द्वारा संन्यास दीक्षा ग्रहण की। ओशो ने उसे नया नाम मा योग विवेक दिया। मा विवेक दिसंबर 09, 1989 को अपने भौतिक जीवन से पृथक हो गई। सू एपलटन… नाम था उसका, जर्मनी में पैदा हुई थी, वकील […]

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क्यों बनी यह धारणा? ओशो विवाह के नहीं, प्रेम के पक्ष में थे तथा साथी बदलने की राय देते थे: Osho

Osho: ओशो अपने प्रवचनों में प्रेम और सेक्स पर बोला क रते थे। विवाह को सड़ी-गली परंपरा तथा प्रेम को मनुष्य की नैसर्गिक आवश्यकता बता रहे थे। इतना ही नहीं अविवाहित लोग जो ओशो को समझ रहे थे वह अपने घर में स्वयं विवाह के खिलाफ थे। साथ ही आए दि सड़क पर ओशो संन्यासी […]

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ओशो कम्यून से शिकायत कितनी जायज, कितनी नाजायज?: Osho

Osho: ओशो का पूना आश्रम ‘ओशो कम्यून’ ओशो के संन्यासियों एवं प्रेमियों के लिए ऐसे ही है जैसे हिन्दुओं में माता के भक्तों के लिए वैष्णो देवी। भले ही ओशो के कितने ही आश्रम व केंद्र खुल जाएं परंतु ओशो कम्यून का एक अपना ही विशेष महत्त्व है और रहेगा। वह एक ऐसा ऊर्जा पुंज […]

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सबसे बड़ी वेश्या शीला खुद थी: Osho Interview (part 2)

Osho Interview (part 2): एक पत्रकार ने ओशो से कहा कि ‘शीला ने जर्मनी के प्रेस वार्ता में यह बयान दिया है कि, आप कोई बुद्ध पुरुष नहीं, बल्कि इस दुनिया के सबसे भ्रष्ट आदमी हैं। और तो और आपके और आपके अनुयायिओं के  बीच में दलाल और वैश्या के से संबंध हैं, आप उनके […]

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शीला की कहानी ओशो की जुबानी: Osho Interview (part 1)

Osho Interview: फिल्म ‘वाइल्ड-वाइल्ड कंट्री’ भले ही ओशो के हर प्रेमी व विरोधी ने न देखी हो पर सवाल देर-सबेर उभर ही गए हैं या भविष्य में उभर ही जाएंगे। सवाल, बवाल न बने, इसके लिए जरूरी है, शीला के बयानों पर ओशो के जवाब। फिल्म देखने के बाद बहुत से लोगों के मन में […]

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मृत्यु द्वार है अमृत का: Life Thoughts by Osho

Life Thoughts by Osho : एक मित्र पूछ रहे हैं कि ओशो, कुंडलिनी जागरण में खतरा है तो कौन सा खतरा है? और यदि खतरा है तो फिर उसे जाग्रत ही क्यों किया जाए?खतरा तो बहुत है। असल में, जिसे हमने जीवन समझ रखा है, उस पूरे जीवन को ही खोने का खतरा है। जैसे […]

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