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जिसने बांधा, वही खोले

बात तब की है, जब मैं तकरीबन तीन-चार साल की थी। मेरे पिताजी रोज सुबह ‘दुर्गा सप्तशती का पाठ करके ही ऑफिस जाया करते थे। एक दिन उनकी पूजा के समय मैं बहुत ही जिद कर रही थी। जिस पर उन्होंने गुस्से में मुझे चारपाई के पाये से बांध दिया और खुद पूजा करने लगे। […]

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मुझे जहन्नुम जाना है

बचपन में मुझे घूमने का बहुत शौक था, खासकर पापा के स्कूटर पर पीछे बैठ कर। पापा भी मेरी इस पसंद से अच्छी तरह से वाकिफ थे इसलिए वो अक्सर मुझे अपने स्कूटर पर बैठा कर सैर कराते थे। एक दिन पापा किसी जरूरी काम से बाहर जा रहे थे। जब उन्होंने अपना स्कूटर घर […]

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मैरिड सर्टिफिकेट दिया जाएगा

एक बार स्कूल में समारोह था। कई तरह के कार्यक्रम आयोजित हुए थे। एक कार्यक्रम के अंतर्गत मैरिट में आने वाले बच्चों को सर्टिफिकेट दिए जाने थे, जिन में मेरा भी नाम शामिल था। छोटे होने के कारण मुझे मैरिट शब्द का सही अर्थ नहीं पता था। मैंने घर आकर सभी को बताना शुरू किया कि मुझे ‘मैरिड […]

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झाड़ू से निकाल लेंगे

मेरा तीन वर्षीय बेटा शानू बहुत बातूनी है। उसे पुरानी बातें बहुत ध्यान रहती हैं। एक दिन रात को मेरे पति कमरे से बाहर गए तो शानू ने पूछा, ‘मम्मी, पापा कहां हैं? मैंने हंसी में जवाब दिया, ‘पापा, पलंग के नीचे गिर गए। वह तपाक से बोला, ‘कोई बात नहीं, सुबह मोहन भैया (हमारा […]

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गोलगप्पे के पानी में जूता

बात मेरे बचपन की है, जब मैं लगभग 5 साल की थी। मुझे बात-बात पर गुस्सा करने की बुरी आदत थी। एक रोज मेरे पापा ऑफिस से घर आए। व्यस्तता की वजह से या अन्य किसी कारण से वे मेरी मनपसंद चॉकलेट नहीं ला पाए। बस फिर क्या था! मैंने गुस्से में पैर पटकते हुए […]

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आंख-मिचौली

बात तब की है जब मैं दस साल की थी। हम सब बच्चे आंख-मिचौली खेल रहे थे। सब अपनी-अपनी जगह छुप गए। मैं भी छुपने के लिए बगीचे के एक पेड़ पर चढ़ गई, लेकिन नीचे देखकर मैं डर गई और पेड़ पर ही बेहोश हो गई। धीरे-धीरे सब बच्चे मिल गए लेकिन मैं नहीं मिली। काफी देर […]

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च्विंगम से तौबा कर ली

  यह घटना कई वर्ष पहले की है। एक दिन हम कई फ्रेंड्स मिल कर खेल रहे थे और एक-दूसरे की लाई हुई चीजें शेयर कर खा रहे थे। किसी बात पर मेरी और उनमें से एक लड़की की लड़ाई हो गई। वह बार-बार च्विंगम मेरे कपड़ों पर लगाकर मुझे परेशान कर रही थी। मेरे कपड़ों पर कई […]

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अपने छोटे भाई के दांत तोड़े

  मैं पहली कक्षा में पढ़ता था। मुझे मेरे दोस्त ने बताया कि जब उसका बहुत दिनों से हिलने वाला दांत टूटा तो उसे सोते वक्त अपने तकिए के नीचे रख दिया, सुबह तकिए के नीचे दांत के पास सिक्का मिला, वह बहुत खुश हो गया। उसने कहा कि यदि फिर उसका दांत टूटा तो वह उसे तकिये […]

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बस पुरानी तो टिकट नया क्यों

एक बार मैं अपनी मम्मी के साथ बस में सफर कर रहा था। मैं 7 साल का था। हम सफर करके जब आ गए तो मम्मी से मैंने अपना टिकट ले लिया और अपनी जेब में रख लिया। छुट्टियों की वजह से हम फिर एक दिन बस में गए। बस में काफी भीड़ थी, मम्मी […]

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पॉपकॉर्न तो छोड़ जाए…

  यह घटना तब की है जब मैं सात साल की थी। एक दिन हम सब (पापा, मम्मी और चार वर्षीय भाई पिंटू) चिडिय़ाघर घूमने गए थे। वहां चिंपैंजी के पिंजरे के पास पहुंचने पर पापा ने पिंटू को डराते हुए कहा, ‘तुम शैतानी बहुत करते हो, आज तुम्हें हम चिंपैंजी के पिंजरे में छोड़कर जाएंगे। यह सुनते ही […]

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