क्यों अपने पिता की लाडली होती हैं बेटियां?: Father and Daughter Relation
Father and Daughter Relation

फादर्स डे पर जानें क्यों हैं पिता बेटी के लिए इतने ख़ास

ना जाने कैसे बिन कहे ही पिता सब कुछ समझ जाते हैं। दिल की हर एक बात को कैसे पहचान जाते हैं।

Father and Daughter Relation: बेटियों से एक पिता का लगाव कुछ अलग ही होता है। पिता और बेटी का रिश्ता सबसे ख़ास और अनमोल होता है। बेटी के जन्म पर बांटे जाने वाले लड्डू से लेकर उसकी विदाई के वक़्त द्वार पर फेंके जाने वाले चावल तक का एक एक लम्हा पिता दिल ही दिल में ना जाने कितनी बार रीवाइंड कर के देख चुका होता है। पिता बेटी के लिए वो सुपर हीरो हैं जो आसमान तक उड़ तो नहीं सकते, पर उनकी बेटी आसमान की ऊंचाइयां छू सके इतना आत्मविश्वास उसके अंदर कूट कूट कर भर सकें इतनी ऊंची उड़ान वो जरूर भर सकते हैं। पिता बेटी की हिम्मत हैं। एक पिता से ही बेटी के अस्तित्व की पहचान है। आइये जानते हैं इस खूबसूरत रिश्ते के बारे में कुछ ख़ास बातें।

Father and Daughter Relation
Father daugther duo

आज भी पापा से मांगे हुए सिक्के जेब से ख़त्म होने का नाम नहीं लेते। अपनी कमाई के बड़े से बड़े नोट पापा के खनखनाते सिक्कों का मुकाबला नहीं कर पाते हैं। जब बेटियां जन्म लेती हैं, तभी से एक पिता को बेटी के उम्र के हर एक पड़ाव में कभी अपना बचपन नज़र आता है, तो कभी बहन का प्यार, कभी दादी नानी का दुलार और मां की प्यार भरी झिड़की। बेटी और पिता का रिश्ता इतना खूबसूरत होता है की इसमें बोलने कहने की जरुरत ही नहीं होती है। दोनों ना जाने कैसे एक दूसरे की अनकही बाते समझ जाते हैं। अक्सर बेटियां पिता से धैर्य रखना सीखती हैं, इसके साथ ही प्रेम करना, समर्पण की भावना भी पिता से सीख ले कर ही एक बेटी अपने जीवन में आगे बढ़ती है।

mind matter
Lovely daughters with father

बेटियों के कोमल मन में पिता की छवि किसी जादूगर जैसी ही होती है। ना जाने कैसे बिन कहे ही पिता सब कुछ समझ जाते हैं। दिल की हर एक बात को कैसे पहचान जाते हैं। आइये सुनते हैं पिता बेटी का एक प्यारा सा किस्सा। तनु को गर्मियां बहुत पसंद थी, हर कोई यही कहता कैसी अजीब लड़की है, गर्मियां भला किसे पसंद होती हैं। तनु के पापा को गर्मियों का इंतजार तनु से ज्यादा रहता था। मई जून के गरम मौसम में पापा जब सुबह सैर पर निकलते तो पापा की आहट सुनते ही तनु जाग जाती। पापा के जाते ही तनु फ्रिज से ठंडा दही निकाल कर, उसमे इलायची और चीनी मिला कर मज़ेदार लस्सी बनाती और थोड़ी मलाई ऊपर से डाल कर फ्रिज में गिलास छुपा कर रख देती, उसे पता था पापा को फ्रेश मलाई वाली लस्सी बहुत पसंद है। हालांकि पापा ने ऐसा कभी कहा नहीं था। ठीक वैसे ही जैसे तनु ने कभी नहीं कहा की उसे गर्मियां इसलिए पसंद है की जामुन और लीची खाने को मिलते हैं। पापा रोज़ सैर से वापस आते, पसीने से भीगा हुआ चेहरा रुमाल से पोछते हुए, घर के अंदर आते ही तनु को आवाज़ लगाते और हाथ आगे बढ़ा कर लीची जामुन से भरा लिफाफा तनु के आगे कर देते। तनु पापा के हाथ में लस्सी का गिलास थमा देती और दोनों देर तक एक दूसरे से ढेर सारी बातें करते हुए खूब हंसते।

Father Daughter bonding
Father Daughter bonding

बेटियां जानती हैं एक दिन उन्हें पिता का घर छोड़ कर अपनी गृहस्थी बसाने जाना होगा। वो जानती हैं पिता के मन में उनके लिए ढेर सारी भावनाएं उमड़ रहीं हैं। पर वो चाह कर भी उसे दिखा नहीं पा रहे हैं। पिता भी जानते हैं बेटी उनके लिए चिंता करती हैं, कुछ कहती नहीं पर दिल ही दिल में बहुत कुछ सोचती हैं। सोचिये इन अनकहे जज्बातों के धागों में लिपट कर पिता और बेटी का रिश्ता कितना खूबसूरत हो जाता हैं की उनके प्यार की डोर से ये रिश्ता यूं ही बिना किसी रुकावट के उम्मीदों और अरमानों के आसमान में स्वच्छंद उड़ता चला जाता हैं।

हैप्पी फादर्स डे।