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जब हम किसी रिश्ते में होते हैं तो उससे जुड़ी कई बातों पर हमें विचार करना चाहिए। कभी-कभी रिश्ते में बहुत ज्यादा देना भी हानिकारक हो सकता है।
Life Lessons for Love: रिश्तों की नाजुक डोर को अगर आप संभालने के चक्कर में ज्यादा कसकर पकड़ लेते हैं तो भी इसके टूटने की आशंका रहती है। ऐसे में न तो इसे इतना ढीला छोड़ें कि ये हाथ से निकल जाए और न ही इतना जोर से पकड़ें कि यह टूट जाए। यही कारण है कि जब हम किसी रिश्ते में होते हैं तो उससे जुड़ी कई बातों पर हमें विचार करना चाहिए। कभी-कभी रिश्ते में बहुत ज्यादा देना भी हानिकारक हो सकता है। ‘यू आर ओवर थिंकिंग इट’ किताब की लेखिका सबरीना बेंडोरी कहती हैं कि रिश्ते पूरी ईमानदारी से निभाने चाहिए, लेकिन खुद को पूरी तरह भुलाकर नहीं। अगर आप जिंदगी में प्यार चाहते हैं तो कुछ बातों को गांठ बांध लेनी चाहिए।
खुद में करें बदलाव

अगर आप किसी रिश्ते में संतुष्ट नहीं हैं और अभी भी उसी रास्ते पर चल रहे हैं तो आपको आगे भी असंतोष ही मिलेगा। इसलिए खुद में बदलाव की गुंजाइश रखें। किसी भी रिश्ते में आपको वैसा ही मिलता है, जैसा आपके अंदर की भावना होती है। अगर आप बुरी सोच या स्वार्थ के साथ रिश्ता निभाएंगे तो उसके परिणाम वैसे ही होंगे। अगर कुछ गलत लगे तो रिश्ते से दूरी बनाएं। ध्यान रखें आपकी सोच आपकी जिंदगी को कंट्रोल करती है और अपनी सोच को आप खुद कंट्रोल कर सकते हैं। इसलिए रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए अपनी सोच को सही रखना बहुत जरूरी है।
तय करें जिंदगी में क्या चाहते हैं
जिंदगी में प्यार पाने से पहले आप यह तय करें कि आखिर आप अपने जीवन में क्या चाहते हैं। अक्सर लोग सोचते हैं कि प्यार अकेलापन दूर करेगा, लेकिन सच्चाई यह है कि कभी-कभी आप प्यार में होते हुए भी अकेलापन महसूस करते हैं। इसलिए किसी दूसरे से प्यार करने से पहले आप खुद से प्यार करना सीखें। अगर आप खुद परेशान हैं तो कोई आपको खुश नहीं कर सकता। बल्कि आप खुद ही अपने आप को इन परेशानियों से बाहर निकाल सकते हैं। इसलिए प्यार को सिर्फ प्यार की नजर से देखें, समस्याएं सुलझाने के हथियार के रूप में ना देखें।
छोड़ दें सबको खुश करने की कोशिश
जब हम किसी को प्यार करते हैं या रिश्ता निभाते हैं तो उनका दिल जीतने के लिए सब कुछ करते हैं। फिर भी कभी-कभी हमारी सारी कोशिशें बेकार सी लगती हैं। दरअसल, आप सारी कोशिशों के बावजूद सभी लोगों को खुश नहीं कर सकते हैं। इसलिए वही करें जो आपको सही लगता है। क्योंकि खुश रहना आपकी पसंद होता है, जिसे आप खुद के लिए चुनते हैं। अगर किसी ने आपका दिल तोड़ भी दिया है तो भी यह आप पर ही निर्भर करता है कि आप टूटे दिल के साथ जीना चाहते हैं या इससे एक अनुभव लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं। ऐसा भी हो सकता है कि आपके दुख का कारण कोई और नहीं, सिर्फ आप ही हों। इसलिए अपनी खुशियों को खुद में ढूंढने की कोशिश करें।
आप खुद चुनते हैं दूसरों का व्यवहार
दूसरे आपके प्रति कैसा व्यवहार करते हैं इसके लिए काफी हद तक आप खुद जिम्मेदार होते हैं। आप जिससे प्यार करते हैं उसे बार-बार यह याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि आप उसके साथ रिश्ते में हैं या आप उसकी जिंदगी में अहम जगह रखते हैं। अगर आपका पार्टनर आपसे सच्चा प्यार करता है तो वह अपनी जिंदगी में आपको खुद जगह देगा। इससे आपका सम्मान बना रहेगा। लोग आपसे वैसा ही व्यवहार करेंगे, जैसा आप उनके सामने खुद को प्रस्तुत करेंगे। इसलिए हमेशा अपने आत्म सम्मान को बनाकर ही रिश्ता निभाएं।
