सास –ससुर के कारण पति से झगड़े हो रहें हैं तो कैसे करे मैनेज :
आज भी ऐसे सास-ससुर मौजूद हैं जो सामाजिक बदलाव को स्वीकार नहीं करना चाहते हैं I कई सास तो घर के साथ-साथ अपने बेटे पर एकछत्र अधिकार चाहती हैं, वो अपने बेटे को अजीबोगरीब शिक्षा देती है I जिससे पति –पत्नी के बीच अलगाव की स्थिति बन जाती है I
Dealing with In-Laws: पति-पत्नी में थोड़ी बहुत नोकझोंक सामान्य हैI ये हर कपल्स में होता है, लेकिन पति-पत्नी में परिवारवालों की वजह लड़ाई-झगड़े हो रहे हों, तो इसे हैन्डल करना थोड़ा मुश्किल हो जाता हैI शादी के बाद हर लड़की को ससुराल मे एडजस्टमेंट करना ही होता है और साथ ही ससुराल वालों को भी अपने घर में नए सदस्य के साथ तालमेल बैठाना पड़ता हैI हालाँकि, ऐसे परिवारों की भी कमी नहीं है, जहाँ लड़की तो एडजस्ट करने में लगी रहती है, लेकिन ससुराल के अन्य सदस्य बिलकुल नहीं करते हैं।
हर बात पर ताना देने वाले, नीचा दिखाने वाले सास ससुर मिल जाए, तो जीना दुभर हो जाता हैI ससुराल में कभी-कभी कहासुनी एक आम बात है, लेकिन अगर ये दिनचर्या का हिस्सा बन जाए, तो दम घुटने लगता हैI ऐसी स्थिति में एक पत्नी को पति के सपोर्ट की जरुरत होती है, लेकिन पति पत्नी का साथ देने के बजाय अपने परिवार के साथ मिलकर आपके ही खिलाफ हो जाएं तो पति- पत्नी का रिश्ता टूटने के कगार पर आ जाता हैI
कई परिवार तो ऐसे भी होते हैं जो पति-पत्नी के बीच मतभेद और दीवार खड़ी करने का काम करते हैं I आपके साथ दुर्व्यवहार करने से भी नहीं हिचकते I ऐसी स्थिति में आपको एडजस्टमेंट करने में मुश्किल हो सकती है, जिससे आपका पति के साथ भी रिश्तों पर भी असर पड़ता है।
अगर आप भी परिवार को लेकर पति के साथ झगड़ों से परेशान हैं, तो कुछ तरीके अपनाकर गलतफहमियों को दूर कर अपने पति के साथ रिश्ता बचा सकती हैं।
Dealing with In-Laws: सही तस्वीर सामने रखें

कई बार ऐसा होता है कि हम अपने पारिवारिक झगड़ों की वजह से निजी रिश्तों मे तालमेल नहीं बैठा पाते और अपने पति को ही दोषी समझ कर उनसे मुँह फुला के बैठ जाते हैंI आपको अपने पति से बात करनी चाहिए और अपना पक्ष रखना चाहिए। ज्यादातर घरों में पति तक पूरी बात नहीं जाती और वो आपको लेकर अपना एक अलग ही धारणा बना लेते हैंI इसलिए, पति को सारी बातें बताएं कुछ भी ना छुपाएंI अगर फिर भी वो आपकी नहीं सुनते हैं, तो गुस्सा ना करें और सही समय आने का इंतजार करेंI
परिवारवालों से भी बात करें
अगर सास-ससुर की वजह से आपके और आपके पति के बीच तनाव हो रहा है, तो पति से बात करें, और उनके सामने ही सास-ससुर या परिवार वालों से बात करेंI मिलकर इस समस्या का समाधान निकालने को कहे, जिससे आपके पति को भी अपने परिवार का व्यवहार पता चल पाएगा और आपका भीI इससे रोज-रोज की किचकिच से छुटकारे का कोई समाधान निकल पाएगा I
अपने लिए खुद आवाज उठाएं

कई घरों मे ऐसा होता है कि औरतें पति के डर से चुपचाप अपमान सहती रहती हैं I पति भी अपनी पत्नी की तरफ से कुछ नहीं बोलता और उल्टा अपने परिवार, माँ-बाप को समझाने के बजाय अपनी पत्नी को ही डांट कर चुप करा देता हैI जब ऐसा एक बार दो बार हो, तो बर्दाश्त किया जा सकता है, लेकिन अगर ये बार-बार हो तो चुप ना रहें। अपने लिए खुद आवाज उठाएंI अपने निर्णय खुद लें। पति पर आश्रित ना रहेंI गलत को गलत कहना सीखेंI
माहौल को खुशनुमा बनाने की कोशिश

सास-बहू में नोकझोंक या परिवार में कहासुनी होती रहती है। आपस मे बातचीत बंद न करेंI कोशिश करें कि घर का माहौल हल्का और खुशनुमा रहेंI कोशिश यही रहे कि घर के सभी लोग एक साथ बैठ के खाना खाए। इससे चीज़ों को सुलझाने में आसानी होगी और आपसी रिश्तों में दूरियां नहीं आएंगी।
हर बात पर प्रतिक्रिया ना दें
कुछ घरों में ससुरालवालों को पति-पत्नी में झगड़ा कराने में मानसिक शांति मिलती हैI वो जानबूझ के आपको ‘टॉन्ट’ करेंगे आपको उकसाएंगे की आप प्रतिक्रिया दोI अगर आप हर बात पर प्रतिक्रिया देती रहेंगी, तो वो आपको ही कसूरवार ठहराएंगेI इससे आपके पति और भी आपके खिलाफ हो जाएंगेI इसलिए प्रतिक्रिया सोच समझ कर देंI
अपने परिवार या विशेषज्ञ की सलाह लें

ज्यादा परेशानी होने पर अपनी माँ या अपने नजदीकी दोस्त या विशेषज्ञ की सलाह लेंI मन की बात को बाहर आने देंI घुटन की स्थिति से बाहर आने की कोशिश करेंI
पति को स्पेस दें

सारी कोशिशों के बावजूद भी अगर पति आपकी बात को नहीं समझ पा रहें, आपकी नहीं सुन रहें हैं, और आप दोनों के बीच झगड़े और बढ़ रहें हैं, तो ऐसी स्थिति में पति को स्पेस देंI कुछ दिनों के लिए आप उनसे दूर रहें या उन्हें अकेला छोड़ देंI आपकी गैरमौजूदगी में आपकी कमी वो शायद महसूस करें और आपका पक्ष भी समझ सकेंI
तो, इन सलाहों पर अमल करके आप अपने पति के साथ रिश्ते बचा सकती हैंI अगर फिर भी बात ना बनें रही है, तो शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना सहने की जरुरत नहीं है I हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर मदद लेंI अपने स्वाभिमान को ताक पर रखके रिश्ते निभाने से अच्छा है, हम उस रिश्ते से बाहर निकल जाएंI