सोच-समझकर चुनें लिव इन पार्टनर: Live-in Relationship
Live-in Relationship

Live-in Relationship: लिव इन रिलेशनशिप नये जमाने के प्यार की जरूरत बन गया है, लेकिन आज कोई भी किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहता है। ऐसे में लिव इन रिलेशनशिप में रहकर लोग अपने पार्टनर को परख लेना चाहते हैं।

लिव इन रिलेशनशिप में रहना आज के समय में काफी आम है लेकिन यह आपके जीवन को या तो पूरी तरह से सुधार सकता है या फिर बिगाड़ सकता है। आपका रिश्ता कितना मजबूत है और कितना आगे तक जा सकता है या इसमें आप कितने खुश रह सकते हैं यह बात आपके साथी पर निर्भर करती है। वस्तुत: आपको सोच समझ कर ही ऐसे पार्टनर का चुनाव करना चाहिए जिसके साथ आप लिव इन रिलेशनशिप में रहना चाहते हैं। इस स्थिति में आपका सुरक्षित और एक समझदार पार्टनर के साथ होना बहुत जरूरी होता है। आइए जान लेते हैं कि लिव इन रिलेशनशिप में रहने से पहले आपको कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए-

पहले पार्टनर के बारे में सारी बातें जानें

आपको लिव इन में रहने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। पहले आपको अपने पार्टनर के बारे में अच्छे से जान लेना चाहिए और यह बात देखनी चाहिए कि वह भरोसे लायक है भी या नहीं। पहले आपको उनके बारे में ठीक से जांच पड़ताल करनी चाहिए। उसके बाद ही जब आपको उन पर अच्छे से भरोसा हो जाता है तब ही लिव इन में रहने का निर्णय लें।

लड़ाई-झगड़े होते हैं आम

अगर आपके रिश्ते में लड़ाई-झगड़े होते हैं तो इससे बहुत ज्यादा नाराज होने की जरूरत नहीं है। ऐसा हर रिश्ते में होता है और यह होना आम है। इससे आपका रिश्ता और ज्यादा मजबूत बनता है और आपके बीच प्यार बढ़ता है। लेकिन ध्यान रखें की इस दौरान आपको कुछ ज्यादा कठोर वाणी का प्रयोग नहीं करना चाहिए नहीं तो आपका रिश्ता कमजोर हो सकता है। दोनों एक-दूसरे की इज्जत करना जरूर सीखें।

पहले आर्थिक रूप से मजबूत बनें 

अगर आपका पार्टनर आर्थिक रूप से मजबूत है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप निश्चिन्त हो जाएं। आपको खुद की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत बनाने का भी प्रयास करना चाहिए ताकि महंगाई के इस दौर में दोनों ठीक ढंग से गुजारा कर सकें और कोई एक पार्टनर अपने पैसे का घमंड न दिखा सके। फिर आर्थिक सहयोग से आपका रिश्ता और ज्यादा मजबूत होता है।

भावनात्मक रूप से भी खुद को मजबूत बनाएं

एक रिश्ते में उतार-चढ़ाव तो आपको देखने को मिलते ही हैं इसलिए आपको खुद को मजबूत बना कर रखना चाहिए। हो सकता है आपके पार्टनर को आपकी कुछ आदतें पसंद न आए या फिर आपको उनकी बातें पसंद न आए। हर चीज आपके मुताबिक नहीं होगी इसलिए न सुनने के लिए भी खुद को तैयार रखें। हर स्थिति के लिए इमोशनल रूप से खुद को मजबूत बनाने की कोशिश करें। 
प्लान बी भी रखें तैयार हो सकता है आप दोनों की एक-दूसरे से न बन रही हो और आप एक-दूसरे के साथ बिल्कुल भी ढंग से न रह पा रहे हो। इस स्थिति के लिए आपको एक ‘प्लान बीÓ भी तैयार रखना चाहिए। अगर आपके पार्टनर आपके साथ बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहे हैं तो आपको उनसे अलग रहने में देर नहीं लगानी चाहिए। अगर सब कुछ ठीक होता है तो सही है लेकिन अगर कुछ ठीक नहीं होता है तो रिश्ता खत्म करने में ही भलाई है।

सीमायें न लांघें

इस तरह की रिश्तों में कुछ सीमाएं भी निश्चित होनी चाहिए और दोनों लोगों को उस सीमाओं में बने रहने की कोशिश भी करना बेहद जरूरी है। अकसर देखा जाता है साथ रहते हुए दोनों पार्टनर अपनी सारी सीमाएं लांघ जाते हैं और फिर उसके बाद परेशानियों का दौर शुरू हो जाता है। हो सकता है आपको लगे कि यह तो अपना व्यक्तिगत मामला है, लेकिन इसका मतलब सीमाएं तोड़ना नहीं। माना आपकी निजी जिंदगी है और आपको एक निजी स्पेस की जरूरत है। ऐसे में सिर्फ अपना ही नहीं अपने पार्टनर की स्पेस का भी ध्यान रखना बेहद जरूरी है। समाज के नजरिए से लिव इन रिलेशन में रहना भी अपने आप में एक काफी हद तक महत्वपूर्ण और हिम्मत भरा फैसला होता है। अगर आपने यह फैसला ले ही लिया है या लेने जा रही हैं तो सबसे पहले एक-दूसरे के प्रति सम्मान का भी ध्यान रखें, तभी ये फैसला लें।