dating app trends
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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लेकर ​डेटिंग ऐप्स तक युवा अब प्यार को ऑनलाइन भी गुलजार करते हैं। लेकिन अगर आप भी डेटिंग ऐप्स पर सच्चा प्यार तलाश रहे हैं तो आपको थोड़ा संभलने की जरूरत है।

Dating App Trends: इस डिजिटल युग में अब प्यार भी ऑनलाइन होने लगा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लेकर ​डेटिंग ऐप्स तक युवा अब प्यार को ऑनलाइन भी गुलजार करते हैं। लेकिन अगर आप भी डेटिंग ऐप्स पर सच्चा प्यार तलाश रहे हैं तो आपको थोड़ा संभलने की जरूरत है। दिल के इस मामले में आपको ऑनलाइन प्यार की तलाश भारी पड़ सकती है।

रिसर्च जानकर होंगे हैरान

रिसर्च का दावा है कि जो लोग अपने पार्टनर से ऑनलाइन मिलते हैं, वो अपने रिश्ते में ज्यादा खुश नहीं रहते।
Research claims that people who meet their partners online are not very happy in their relationships.

हाल ही में हुई एक रिसर्च में चौंकाने वाली बात सामने आई है। रिसर्च का दावा है कि जो लोग अपने पार्टनर से ऑनलाइन मिलते हैं, वो अपने रिश्ते में ज्यादा खुश नहीं रहते। वहीं ऑफलाइन यानी आमने-सामने मुलाकातें करने वाले लोग ज्यादा खुश और संतुष्ट रहते हैं।

हजारों लोगों पर हुई रिसर्च

टेलीमैटिक्स एंड इंफॉर्मेटिक्स जर्नल में प्रकाशित हुई यह रिसर्च अपने आप में अनोखी है। इसे ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने किया है। रिसर्च टीम ने दुनियाभर के छह हजार से ज्यादा लोगों का सर्वे किया। जिसके बाद दिलचस्प नतीजे सामने आए हैं।

कमजोर होते हैं ऑनलाइन रिश्ते

रिसर्च में सामने आया कि जो जोड़े एक-दूसरे से ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स, वेबसाइट्स या सोशल मीडिया के जरिए मिलते हैं, वो अपने रिश्तों में कम प्यार, कम रोमांस और कम भरोसा महसूस करते हैं। इसके उलट जो लोग अपने पार्टनर से दोस्तों, स्कूल, कॉलेज, ऑफिस या अचानक मुलाकातों के जरिए मिले, उनके बीच ज्यादा गहरी समझ, प्यार और मजबूत रिश्ता नजर आता है।

इसलिए कमजोर होता है रिश्ता

शोध के सह-लेखक एडम बोडे का कहना है कि ऑनलाइन मिले जोड़ों ने बताया कि उन्हें अपने रिश्ते में प्यार की गहराई और संतुष्टि कम महसूस होती है। रिसर्च बताती है कि ऑफलाइन मिलने वाले लोग अक्सर सांस्कृतिक पृष्ठभूमि, पढ़ाई, सोच और जीवन के अनुभवों में एक जैसे होते हैं। ये समानताएं रिश्ते को मजबूत बनाती हैं। जबकि ऑनलाइन डेटिंग में लोग कई बार बिल्कुल अलग-अलग बैकग्राउंड से होते हैं। इससे एक-दूसरे को समझने और रिश्ते को निभाने में दिक्कत आती है।

प्यार पाना नहीं है उद्देश्य

रिसर्च में ये भी बताया गया है कि अब ज्यादातर डेटिंग ऐप्स का फोकस लंबे समय के रिश्तों से हटकर छोटे और कम गंभीर रिलेशनशिप्स की तरफ हो गया है। इसका सीधा असर रिश्तों की गहराई पर पड़ता है। जब लोग ऐप्स पर हजारों प्रोफाइल्स देख सकते हैं तो मन में अक्सर ये सवाल आता है, क्या इससे बेहतर कोई और है? यही सोच इंसान को उलझा देती है और उसे अपने फैसलों पर भरोसा नहीं हो पाता। साइकोलॉजी में इसे ‘चॉइस पैरालिसिस’ कहते हैं।

हर उम्र के लोग शामिल

ऑनलाइन डेटिंग ट्रेंड अब सिर्फ युवाओं तक सीमित नहीं है। हर उम्र के लोग अब ऑनलाइन डेटिंग की दुनिया में कदम रख चुके हैं। समाज में अब इसे बुरा नहीं माना जाता, लेकिन रिसर्च साफ बताती है कि जब बात लंबी और संतोषजनक रिलेशनशिप की आती है तो आज भी पुराने जमाने के मिलने के तरीके ज्यादा सफल साबित हो रहे हैं।

क्या बुरा है ऑनलाइन प्यार

ऐसा नहीं है कि ऑनलाइन प्यार बुरा है। रिसर्चर खुद मानते हैं कि कई ऑनलाइन मिले कपल्स ने भी बेहतरीन रिश्ते बनाए हैं। लेकिन जब जिंदगीभर के रिश्तों की बात आती है तो ये उतने असरदार और गहरे नहीं लगते हैं।

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...