fifty shades freed novel in Hindi: मैं तो सांस तक नहीं ले पा रही। क्या मैं यह सब सुनना चाहती हूं। उसने आंखें बंद कीं और थूक निगला। जब उसने उन्हें खोला तो वे बीते वक्त की यादों से भरी थीं।
“गर्मियों के दिन थे। मैं कड़ी मेहनत कर रहा था। पता नहीं कहां से मिसेज रॉबिन्सन आई और मुझे पीने को लेमनेड दिया। थोड़ी बातचीत हुई। मैंने शायद कुछ गलत बक दिया। उन्होंने चांटा दे मारा। और फिर मुझे चूम लिया। फिर दोबारा एक चांटा मारा। उसने अजनाने में ही अपना गाल सहलाना शुरू कर दिया।”
“इससे पहले ये मार और चुंबन दोनों ही नहीं मिले थे।”
ओह एक बच्चे पर झपटी
“तुम इसे सुनना चाहती हो न?” उसने पूछा
हां…..नहीं
“अगर तुम बताना चाहो तो।”
मैं सदमे से सुन्न-सी हो गई थी। वह आगे बोला
“मैं भी परेशान था। एक हॉट बूढ़ी औरत आकर आपसे ऐसे पेश आए….
वह घर में ऐसे लौट गई मानो कुछ हुआ ही न हो। जब मैं काम से जाने लगा तो अगले दिन फिर आने को कहा गया। मैं उससे दोबारा मिलना चाहता था।
उसने मुझे चूमते हुए हाथ तक नहीं लगाया। तुम्हें समझना होगा….मेरा जीवन किसी नर्क से कम न था। मैं पंद्रह बरस का लड़का..हारमोन तैयार थे। मैं एक अकेला पर आकर्षक किशोर था।
मैं सभी से बहुत नाराज रहता था। मेरा कोई दोस्त नहीं था। थेरेपिस्ट का कहना था कि मुझे कड़ाई से रखना चाहिए। मुझे कोई नहीं समझता था।
मैं किसी का स्पर्श नहीं सह सकता था।किसी को अपने पास पसंद नहीं करता था। अक्सर लोगों से लड़ता। दो स्कूलों से निकाला भी गया पर यह अपनी भड़ास निकालने का तरीका होता ताकि मैं शारीरिक संपर्क को सह सकूं।
उसने चूमते समय मेरा मुंह ही थामा। शायद उसे ग्रेस से पता चल गया होगा।
अगले दिन मैं गया तो पता नहीं था कि वहां क्या होने वाला था। मैं ज्यादा नहीं बताने वाला। बस इस तरह हमारे संबंध बनने लगे।”
ओह! ये सब सुनना कितना पीड़ादायी है।
“एना! मेरी पूरी दुनिया फोकस में आ गई। मुझे उसी की जरूरत थी। वह ताजी हवा का झोंका बन कर आई। वह मुझे मारती भी थी और प्यार भी करती थी।
वह सब खत्म होने के बाद भी उसके कारण ही मेरी दुनिया टिकी रही। तुम्हारे आने तक सब ठीक था पर तुम्हारे आते ही जैसे सब नए सिरे से तैयार होने लगा।”
“मुझे तुमसे प्यार हो गया।”
“मुझे भी ”
“हां, जानता हूं”
ओह! चलो इसने आज माना तो सही।
“एलीना ही मेरे लिए सब थी। उसने मेरे लिए बहुत कुछ किया। शराब की आदत छुड़वाई। स्कूल में पढ़ाई करने को कहा। उसने मुझे हर चीज से निपटने के लिए एक तरीका दिया। उन अनुभवों को झेलने की ताकत दी जिन्हें मैं अपने हिसाब से भी सह नहीं सकता था।”
“स्पर्श!!! वह क्या बात थी।”
“जब आप अपने लिए बिल्कुल ही नकारात्मक छवि और भावों के साथ बड़े होते हैं तो आपको लगता है कि आप दुनिया में अस्वीकृत हैं इसलिए….. ”
“नहीं…ऐसा बिल्कुल नहीं है।”
उसने बालों में हाथ फिराए। “एना! उसने मेरे गुस्से को एक दिशा दी। मैं अब इसका एहसास कर सकता हूं। मैं अपने जन्मदिन पर ही जान सका कि उसके साथ मेरा क्या रिश्ता था।
“उसके लिए हमारे रिश्ते का मतलब केवल सेक्स और नियंत्रण था और एक अकेली औरत को अपने खिलौने छोकरे से राहत चाहिए थी।”
“पर तुम्हें तो नियंत्रण पसंद है।” मैंने कहा
“हां एना। हमेशा करता रहूंगा क्योंकि मैं यही हूं। मैंने कुछ समय के लिए उसे छोड़ा था और अपने निर्णय दूसरों के हाथों में दिए थे क्योंकि मैं निर्णय लेने की स्थिति में नहीं था पर जब मैं उसका दास बना तो मैंने अपना जीवन का भार अपने हाथों में ले लिया….अपने निर्णय खुद लेने लगा।”
“तुम एक सेक्स मालिक बन गए? ”
“हां”
“यह तुम्हारा निर्णय था?”
“हां”
“हार्वर्ड छोड़ने का निर्णय? ”
“मेरा था। मुझे इस पर गर्व है।”
“वैसे तुमसे शादी करना मेरा सबसे बेहतर निर्णय था।”
“क्या वह सब जानती थी।”
“हां उसने ही मुझे जार्जिया भेजा था। उसे पता था कि मैं तुम्हारे प्यार में दीवाना हूं।”
“उसने सोचा कि तुम डरकर परे हट जाओगी। तुमने यही किया।”
“मैं उस बारे में सोचना तक नहीं चाहती।”
“उसे लगा कि मुझे यही जीवनशैली चाहिए थी।”
“यही सेक्स मालिक वाली।”
“हां…..इस तरह मैं सबको अपने से दूर रखते हुए, उन्हें बस में रख सकता था। विरक्त रह कर भी..”
“तुम्हारी जन्म देने वाली मां?”
“मैं दोबारा चोट नहीं खाना चाहता था। फिर तुम लौट कर चली गईं और मेरी हालत खराब हो गई।”
“क्या तुम उस जीवनशैली को याद करते हो?”
“हां मैं याद करता हूं।”
ओह
“पर मुझे उसके साथ जुड़ा नियंत्रण ही याद आता है। देखो तुमने कितनी बेवकूफी दिखा कर साबित किया कि तुम मुझसे कितना प्यार करती हो।”
“क्या तुम समझते हो?”
“हां तुमने मेरे परिवार और मेरे लिए अपनी जान खतरे में डाल दी। तुम मेरे बुरे बर्ताव के बावजूद छोड़कर नहीं गई।”
“तुम समझते क्यों नहीं? मैं तुम्हें कभी छोड़ कर नहीं जा सकती।”
“तुमने सही कहा था। जब तुम्हारे गर्भवती होने का पता चला तो मैं किसी किशोर की तरह पेश आ रहा था।”
ओह शिट! मैंने कह दिया था।
“जब तुमने बेबी का नाम लिया तो मैं घबरा गया कि अभी तो हम दोनों ही छोटे हैं। बच्चों की बात तो भविष्य के साथ थी। वैसे भी मैं जानता हूं कि तुम भी कितनी महत्वाकांक्षी हो। कुछ बनना चाहती हो।
तुमने यह खबर दे कर मेरे पांव तले से जमीन खिसका दी। मैं खुद से, तुम से और सबसे नाराज था और इस भाव के साथ वही भावना जीवित हो गई। जो कहती थी कि कुछ भी मेरे बस में नहीं है। मैं डॉक्टर के पास गया तो वह कहीं गया हुआ था और फिर मैं सैलून चला गया। उसने मुझे शराब के लिए पूछा।
हम एक शांत से बार में चले गए। उसने मुझसे जन्मदिन वाले बर्ताव के लिए माफी मांगी। उसे इस बात का अफसोस था कि मॉम ने उससे सारे नाते तोड़ लिए। इससे उसका सामाजिक दायरा भी सिकुड़ गया। हमने काम की बातें कीं और मैंने बता दिया कि तुम अपने लिए बच्चे चाहती हो।”
“ओह मुझे लगा था कि तुमने उसे यह बताया कि मैं मां बनने वाली हूं।”
“नहीं, मैंने नहीं बताया”
“तो तुमने मुझे बताया क्यों नहीं?”
“मौका ही नहीं मिला। सुबह सो कर उठा तो तुम मिल नहीं रही थीं और इसके बाद तुमने बात नहीं की। खैर, करीब दूसरी बोतल खत्म होने के बाद वह मुझे छूने के लिए झुकी और उसके छूने से पहले ही मैं सिकुड़ गया। मेरी इस अरुचि ने मुझे और उसे, दोनों को ही हैरत में डाल दिया। उसके बाद…। ”उसका चेहरा मुरझा गया
ओह! ये मुझे क्या बताने जा रहा है।
“उसके बाद उसने मुझे अपनी ओर आकर्षित करना चाहा।”
यह सुन कर तो मेरे होश ही गुल हो गए। ये हो क्या रहा था?
“वह एक पल था। उसने मेरे भाव देखकर जान लिया कि वह अपनी हद पार कर रही थी मैंने इंकार कर दिया। मैंने बरसों से उसके बारे में इस तरह नहीं सोचा। मैंने उसे बताया कि मैं तुमसे यानी अपनी पत्नी से प्यार करता हूं।”
मैं उसे घूरती रही। समझ नहीं आ रहा था कि क्या कहूं।
“वह उसी समय पीछे हट गई। माफी मांगी और ऐसा दिखावा किया मानो वह एक मजाक था। उसने कहा कि वह इसाक के साथ मग्न है। उसने कहा कि वह मेरी दोस्ती को याद करती है पर वह यह भी जानती है कि अब मेरी जिंदगी तुम्हारे साथ है। हमने एक-दूसरे को आखिरी विदा दी और मैंने कहा कि मैं उससे दोबारा नहीं मिलना चाहता।”
“क्या तुमने उसे चूमा?”
“नहीं, मैं उसके इतना पास नहीं होना चाहता था।”
“मैं परेशान था। मैं तुम्हारे पास आना चाहता था। पर मैं उसके जाने के बाद भी पीता रहा और मुझे तुम्हारे वे शब्द याद आ गए। तुमने कहा था,‘ अगर वह मेरा बेटा होता….।’ और मैं जूनियर के बारे में सोचने लगा। फिर मैंने सोचा कि मैंने और एलीना ने कैसे शुरूआत की थी। मैं बहुत बेचैन हो गया। मैंने इससे पहले कभी ऐसा नहीं सोचा था।”
मुझे मेरे पति और उसकी मां के बीच होने वाली बात के अंश याद आ गए। जब मैं बेहोश थी तो उन्होंने इस बारे में बात की थी और मेरे पति ने अपनी गलती मानी थी।
“मुझे माफ कर दो”
“क्यों?”
“मैं अगले दिन तुमसे कितनी नाराज थी।”
“एना! तुम मेरी हो। तुम किसी और की हो जाओ। मैं यह सोच भी नहीं सकता।”
मैंने उसे अपने आंसुओं के बीच समझाया कि जूनियर भी उसे उतना ही प्यार करेगा जितना मैं करती हूं। फिर मैंने उसे बताया कि बच्चे हमेशा अपने मां-बाप को प्यार करते हैं। चाहे वे जैसे भी हों। जैसे कि वह अपनी मॉम को प्यार करता था। अब भी अपनी मॉम को चाहता था।”
“नहीं।” वह बोला
“हां तुम प्यार करते हो। तुम्हें अपनी जन्म देने वाली मॉम से प्यार है। यह कोई विकल्प नहीं था। तभी तुम इतना पीड़ित महसूस करते थे।”
उसने मुझे खाली निगाहों से ताका।
“तभी तो तुम मुझसे प्यार कर पाए। तुम्हें अपनी मॉम को माफ करना होगा। उसे अपने दर्द का सामना करना था। वह बुरी मां थी और तुम्हें उससे प्यार था।”
ओह प्लीज! बात करना बंद मत करना।
“मैं उसके बालों में ब्रश करता था। वह बहुत सुंदर थी।”
“तुम्हें देख कर ही यह जाना जा सकता है।”
“मुझे डर है कि मैं भी एक बुरा पिता साबित होऊंगा।”
“नहीं एक पल के लिए भी ऐसा मत सोचना। ऐसा कभी नहीं होगा।”
“मि. ग्रे! आप एक जीवट वाले इंसान हैं। तभी तो मैं आपसे इतना प्यार करती हूं।”
मैं हैरान थी कि आज उसने मुझे ये सब क्यों बताया। उसने कहा कि शायद वह मुझे वहां बेसुध पड़ा देख डर गया था। या वह पिता बनने जा रहा था। या वह अब मेरे साथ सब कुछ बांट कर अपना भार हल्का करना चाहता था। कारण चाहे जो भी हो पर उसने मुझे सब कुछ बताया। हम प्यार से एक-दूसरे के गले लगे और सो गए।
सुबह करीब आठ बजे आंख खुली तो वह पलंग पर नहीं था।
आज सोमवार है। केवल इतनी इजाजत मिली कि मैं रे को देख सकूं। उनकी हालत में सुधार हो रहा है। मेरी तबीयत संभल रही है। मैं उसके पास जाना चाहती हूं। मैंने नहाकर अपने लिए कुछ सेक्सी खोजना चाहा ताकि उसे बहला सकूं। कौन सोच सकता था कि ऐसा आदमी भी इतना अच्छा आत्म-नियंत्रण दिखा सकता है। उसने अपने शरीर को अनुशासित करना सीख लिया है।
मैंने जानकर थोड़ा उत्तेजित करने वाले कपड़े पहने। वह देख कर हैरान रह गया।
“ओह एना! कमाल लग रही हो। बस पोशाक थोड़ी छोटी है।”
“हां ऑफिस जाना है।”
“जी नहीं। डॉक्टर के अनुसार आपको एक सप्ताह का आराम चाहिए और मैं भी घर ही रहूंगा ताकि आप अपने को दोबारा किसी मुसीबत में न डाल लें।” उसने नाश्ता करते हुए योजना बनाई कि हम अपना नया घर देखने जाएंगे जिसे इलियट तैयार करवा रहा था। मुझे सुनकर अच्छा लगा।
वह नहाने जाने लगा तो मैंने चुहल की
“मैं पीठ मल दूं”
“नहीं मैम! आप अपना नाश्ता करें।” उसने जाते-जाते अपनी टी-शर्ट उतारी और मुझे अपनी नंगी पीठ दिखाकर चला गया। क्या वह जानकर ऐसा कर रहा था?
कार में उसने देख कर कहा
“मुझे अच्छा लगा कि आपने कपड़े नहीं बदले।”
मैंने एक मुस्कान दी।
मुझे यह समझ नहीं आ रहा कि वह मुझे तड़पा क्यों रहा है। मैं उसे मिलने के बाद इतने लंबे समय तक सेक्स से दूर नहीं रही। वह सब समझकर भी अनजान बन रहा है। उसकी आंखों में दुष्टता से भरी चमक है।
मैंने भी कह दिया
“ठीक है, मुझे आप हाथ न लगाएं।”
जैसा आप चाहें मिसेज ग्रे!
हद हो गई। मेरी बात तो मुझ पर ही भारी पड़ गई। क्या मैं उसके स्पर्श के बिना रह सकती हूं।
इसके बाद मैंने रास्ते की सुंदरता में अपना मन रमाया और जल्दी हम अपने घर आ गए। मेरे पति ने कोड डालकर मेन गेट खोला। घर का तो रूप ही बदला हुआ है पर ये रूप मुझे पसंद आया।
मैंने क्रिस्टियन को देखा। उसने कंधे झटके। कुछ ही देर में इलियट आ गया। उसने मुझे प्यार से गोद में उठाकर झुला दिया।
“लिटिल लेडी कैसी हैं आप?” उसने प्यार से दुलारा।
घर में चारों ओर काम चल रहा है। यह देख कर अच्छा लगा कि घर की पुरानी महक को बरकरार रखते हुए ही नया रूप दिया जा रहा है। इलियट पूरे दिल से काम कर रहा है। मुझे उम्मीद है कि हम क्रिसमस तक यहां आ सकते हैं।
“मैं तुम लोगों को कमरे तक छोड़ देता हूं पर संभलकर रहना। यहां बहुत से लोग काम कर रहे हैं।” उसने आंख दबाई।
“पसंद आया?” क्रिस्टियन ने पूछा
“बहुत पसंद आया।”
“गुड! यहां रसोई में कुछ पेटिंग्स लगा लेंगे।”
“मैं चाहता हूं कि ओसे ने तुम्हारी जो तस्वीरें लगाई थीं। उन्हें यहां लगा दूं। जगह तुम चुन कर बताना।”
“नहीं-नहीं! उन्हें मत लगाना।”
“ओह एना! वे बहुत सुंदर हैं।”
“तुम्हें भूख लगी है?”
“हां आजकल सारा दिन बेढब भूख लगती है।”
“उम्मीद करता हूं कि आने वाले कुछ ही माह में हम तीनों यहां पिकनिक मनाने आ सकते हैं।” उसने प्यार से दुलारा।
ओह! अब ये मेरी तरह सपने देखने लगा है।
उसने मेरे पेट पर हाथ फेरा
“मुझे तो यकीन नहीं होता। यहां एक बेबी है।”
मैंने अपने पर्स से अपने ब्लिप की वह पहली तस्वीर निकाल कर उसे दिखाई।
“तुम्हारा बच्चा।”
“हमारा बच्चा”
“पहला”
“हां कईयों में से पहला”
“कई बच्चे?” उसने हैरानी से कहा
“हां कम से कम दो।”
“दो बच्चे! ”
“क्या एक बार में एक को पाल सकते हैं?” उसने चुहल की
हम आज तीसरी बार पिकनिक मनाने आए हैं। मैं वहीं कंबल पर पड़ी सुस्ता रही हूं और वह जूते और जुराबें उतार कर घास का मजा ले रहा है। मिसेज जोंस को पिकनिक की बहुत अच्छी तैयारी करनी आती है।
इसी दौरान वेल्क का फोन आया और उसके चेहरे के भाव बदल गए। उसे जानकारी मिली कि हाइड की जमानत मिसेज रॉबिन्सन के एक्स ने दी थी।
उसने बताया कि जब वह इक्कीस साल का था तो लिंकन ने अपनी बीबी की बहुत बेरहम तरीके से पिटाई की थी। यहां तक कि उसके हाथ पांव भी तोड़ दिए थे क्योंकि वह उसके साथ शारीरिक संबंध बना रही थी। वह कुछ सोच कर बोला
“अब मुझे समझ आया कि उसने एक ऐसी आदमी की जमानत दी जिसने मेरे घर में सेंधमारी की। मुझे मारना चाहा। मेरी बहन का अपहरण किया और मेरी पत्नी की खोपड़ी तोड़ने में देर नहीं की। अब बदला चुकाने का वक्त आ गया है।
“ओह एना! मैं अक्सर बदला लेना पसंद नहीं करता पर अब उसे इसी तरह छोड़ नहीं सकता। वह कल को हमें किसी भी तरह से नुकसान कर सकता है। मैं उसे धंधे में दिवालिया बना कर ही दम लूंगा।”
मैं उसे प्यार से देख कर मुस्कुराईं।
“मैं अपने घर-परिवार को सुरक्षित रखने के लिए कुछ भी कर सकता हूं।”
ओह! उसने मेरे पेट को अपने हाथों से छुआ। अब वह भी बेबी के प्यार को महसूस करने लगा है। हम दोनों भावुक हो कर गले से लग गए और एक गहरे चुंबन में खो गए।
मैं उसे पाना चाहती हूं। मेरे शरीर का रोम-रोम उसके लिए तरस रहा है। मैंने उसकी शर्ट का बटन खोलना चाहा तो उसने डपट दिया।
“नहीं एना! मत करो”
“मैं तुम्हें पाना चाहती हूं।”
“तुम जब गुस्सा होते हो। मुझे तब भी तुम पर प्यार आता है।”
इस तरह बातों ही बातों में हम बहकते चले गए और उसने मेरे वक्षों को अपने हाथों से सहलाया।
वे उसके स्पर्श के लिए तरस रहे हैं। उसने निप्पल को दांतों में हल्का सा दबाया और उन्हें चूसने लगा। मैंने एक सिसकारी भरी
“एना! तुम्हारा शरीर बदल रहा है।”
“हां, ये बेबी के लिए तैयार हो रहा है।”
वह मेरे वक्षों के साथ खेलता रहा और मैं आनंद की लहरियों में डूबती-उतरती रही। अचानक ही मैं बहुत ही उत्तेजित हो गई। मैं चाहती थी कि उसी समय उसके कपड़े उतार दूं और उसके साथ एक हो जाऊं।
“ओह एना! तुम्हें सब्र रखना सीखना होगा इतनी जल्दी क्या है।”
“मैं और सब्र नहीं कर सकती। मैं जाने कब से तुम्हारे लिए अधीर हो रही हूं।”
मैंने शर्ट के बटन खोले और उसकी छातियों पर चुंबनों की बौछार कर दी।
वह बेदम हो उठा। “तुम यह सब यहां करना चाहती हो?”
“हां।” मैंने हौले से कहा। मेरा स्वर प्यार और वासना से भरपूर था।
“ओह एना! ” उसने मुझे गोद में इस तरह बिठा लिया कि मेरी इच्छा पूरी की जा सके।
वह मुझे अपने भीतर समा कर धीरे-धीरे झूमने लगा। वह कुछ भी ऐसा नहीं करना चाहता जिससे मेरे शरीर को किसी भी तरह की ठेस लगे या चोट आए इसलिए उसने मेरी तेजी दिखाने की विनती भी ठुकरा दी। उस दिन उसके प्यार और दुलार के बीच शरीर के सुख का आनंद और भी दुगुना हो गया। ऐसा लग रहा था मानो वह मेरी पूजा कर रहा हो।
उसने मुझे अपनी छाती से सटा लिया। मैं आंखें बंद कर उसके एहसास को महसूस करने लगी। मैंने उसे चूमा और नाक सहला दिया।
ये उपन्यास ‘फिफ्टी शेड्स फ्रीड’ किताब से ली गई है, इसकी और उपन्यास पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएं – fifty shades freed (फिफ्टी शेड्स फ्रीड)
“बेहतर लग रहा है?” उसने चूमकर पूछा
“बेहतर।” तुम बताओ।
“मिसेज ग्रे मुझे आपकी बहुत याद आई।”
“मुझे भी! ”
“वादा करो कि फिर कभी अपनी बहादुरी नहीं दिखाओगी। अपनी जान से नहीं खेलोगी।”
“मैं वादा करती हूं।”
पिकनिक से आए दो दिन हो गए और वह अब भी मुझसे ऐसे पेश आ रहा है मानो मैं कांच की बनी हूं। मैं घर से ही काम कर रही हूं। अचानक ही कुछ मस्ती करने की सूझ गई। वह आज पियानो पर बड़ी मीठी धुन बजा रहा है। मैं भागकर अपने कमरे में गई और अंतर्वस्त्रों को छोड़ कर बाकी सब उतार कर एक कैमीसोल से शरीर ढक लिया। दराज से उसकी प्लेरूम जींस ली और प्लेरूम के दरवाजे से अंदर जाकर घुटनों के बल बैठ गई। मैंने वहां से उसे मेल किया:
फ्रॉम: एनेस्टेसिया ग्रे
सब्जैक्ट: मेरे पति की खुशी
डेट: 21 सितंबर 2011 20:45
टू: क्रिस्टियन ग्रे
सर
आपके निर्देशों की प्रतीक्षा में हूं।
मिसेज ग्रे
फ्रॉम: क्रिस्टियन ग
सब्जैक्ट: टाइटल पसंद आया बेबी
डेट: 21 सितंबर 2011 20:45
टू: एनेस्टेसिया ग्रे
मिसेज ग्रे मैं आपको खोजने आ रहा हूं।
तैयार रहा
क्रिस्टियन ग्रे
सैंतीस सेकेंड के बाद दरवाजा खुला। वह अंदर आया और अपनी जींस पहन ली।
“तो तुम खेलना चाहती हो”
“हां”
“हां क्या?”
“जी सर”
“गुड गर्ल”
“बेहतर होगा कि हम यहां से बाहर चलें। वह मुझे प्लेरूम के दरवाजे के बाहर ले गया और बालों से पकड़कर चूम लिया। फिर उसने अंदर जाने का संकेत किया और मैं जाकर वैसे ही बैठ गई। जैसा कि उसने सिखाया था।
उसकी आंखें प्यार, वासना और शरारत से भरी थीं।
जीसस….इस इंसान के साथ जिंदगी में कभी नीरसता नहीं आ सकती। मैं इससे प्यार करती हूं। यह मेरा प्यार, मेरा पति है। मेरे बच्चे का पिता है। डोमीनेंट…सेक्स मालिक….मेरा फिफ्टी शेड्स!!!!!
