दुनिया का सबसे ऊंचा चाय बागान, कोलुक्कुमलाई की अनसुनी बातें: Kolukkumalai Speciality
Kolukkumalai Speciality

कोलुक्कुमलाई की ख़ास बात

पश्चिमी घाट की खूबसूरत पहाड़ियों में बसे इस चाय बागान की प्राकृतिक सुंदरता, सुगंधित चाय, और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।

Kolukkumalai Speciality: भारत के तमिलनाडु में स्थित कोलुक्कुमलाई चाय बागान स्थित है। इस बाग़ान को दुनिया का सबसे ऊँचा चाय बागान है, जो समुद्र तल से 7,900 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। पश्चिमी घाट की खूबसूरत पहाड़ियों में बसे इस चाय बागान की प्राकृतिक सुंदरता, सुगंधित चाय, और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। इस जगह पर आने वाले सैलानियों को मन की शांति के साथ साथ कई अन्य तरह के भी आदितिय अनुभव होते हैं। इस जगह की वैसे तो अनगिनत खाशियत है लेकिन कुछ को हम जानने का प्रयास करेंगे।  

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Kolukkumalai Speciality
natural beauty

कोलुक्कुमलाई चाय बागान अपनी अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यह जगह हरियाली से भरी पहाड़ियों, ठंडी हवाओं, और साफ आसमान के कारण पर्यटकों को आकर्षित करती है। सूर्योदय के समय यहां का दृश्य मंत्रमुग्ध कर देने वाला होता है। सूरज की पहली किरणें चाय की पत्तियों पर गिरती हैं, जिससे बागान सुनहरा दिखाई देता है। यहां की ताजी हवा और शांत वातावरण शहर की भीड़-भाड़ से दूर सुकून प्रदान करता है। जिसे देखने के लिए दुनिया  भर से सैलानी आते हैं और इस जगह से प्राप्त अनुभवों को सालो साल नहीं भुल पाते हैं। इस जगह पर आप लोगों को भी आना चाहिए। 

Unique Tea Experience
Unique Tea Experience

कोलुक्कुमलाई अपनी चाय उत्पादन प्रक्रिया और स्वाद के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यह बागान ऑर्थोडॉक्स चाय के लिए जाना जाता है। जिसका उत्पादन प्रक्रिया पारंपरिक तकनीकों से होती है। यहां की चाय में खास सुगंध और स्वाद होता है, जो इसकी ऊंचाई और ठंडे वातावरण के कारण है। बागान में स्थित चाय फैक्ट्री में जाकर आप चाय उत्पादन की प्रक्रिया को देख सकते हैं और ताजा बनी चाय का स्वाद भी ले सकते हैं। यह आपके लिए एक बहुत ही ख़ास और अलग अनुभव होगा। जिसे आप यात्रा पूरी होने के बाद भी नहीं भुल पाएँगे। 

tea state
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कोलुक्कुमलाई तक पहुंचने का सफर जितना खूबसूरत है, उतना ही रोमांचक भी। बागान तक पहुंचने के लिए आपको कच्चे और संकरे पहाड़ी रास्तों से गुजरना पड़ता है। यह सफर जीप के माध्यम से किया जाता है जो खुद एक रोमांचकारी अनुभव है। चाय बागान के आसपास कई ट्रेकिंग मार्ग हैं जो प्रकृति प्रेमियों और एडवेंचर के शौकीनों के लिए आदर्श हैं। ट्रेकिंग के दौरान आप पश्चिमी घाट की खूबसूरत घाटियों, झरनों, और वन्यजीवों को देख सकते हैं। यह आपकी यात्रा को बहुत ही ख़ूबसूरत और रोमांचक बना देगा। साथ ही साथ आपके यात्रा अनुभवों को भी बढ़ाएगा।

कोलुक्कुमलाई चाय बागान न केवल प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक है बल्कि इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। यह चाय बागान 1930 के दशक में स्थापित किया गया था और आज भी यहां पारंपरिक तरीके से चाय बनाई जाती है। फैक्ट्री के पुराने उपकरण और पारंपरिक उत्पादन तकनीक यहां की समृद्ध विरासत को दर्शाते हैं। इस जगह पर आकर स्थानीय तमिल और मलयालम संस्कृति का भी यहां अनुभव किया जा सकता है जो अपने आपमें बहुत ही आदितिय है। इस तरह के अनुभव आपकी आगामी यात्रा को समृद्ध बनायेंगे। 

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...