Bihar Trip : अपनी अनूठी कला और संस्कृति लिए बिहार अपने खूबसूरत झरनों के लिए भी दुनियाभर में मशहूर है। प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण इस राज्य का पर्यटन के लिहाज से एक खास स्थान है। अगर आप प्रकृति की गोद में कुछ वक्त सुकून से बिताना चाहते हैं, कल-कल करते झरनों की ठंडक को महसूस करना चाहते हैं और पक्षियों की चहचहाहट को करीब से सुनना चाहते हैं, तो ये स्थल आपके लिए बिलकुल सटीक है। अगर आप बिहार में घूमने फिरने का प्लान बना रही हैं, तो यहां के झरनों के मनोरम दृश्यों का लुत्फ जरूर उठाएं। आइए जानते हैं, बिहार के खूबसूरत झरनों के बारे में

काकोलाट वॉटरफॉल

बिहार और झारखंड से सटा काकोलाट वॉटरफॉल मानसून में बेहद खूबसूरत नजर आता है। 160 फीट की उंचाई से नीचे गिरता ये झरना हर तरफ से पहाड़ों से घिरा है। नवादा से 33 किलोमीटर की दूरी पर बने इस झरने को देखने के लिए बैसाखी या संक्राति के नजदीक भी लोगों की खासी भीड़ होती है। दरअसल, उन दिनों में यहां पर तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है, जिसके चलते यहां लोगों की रौनक रहती है। वाटरफॉल को निहारने के अलावा आप यहां पर वॉटर गेम्स का भी मजा ले सकते हैं, जो आपके सफर को और भी रोमांचक बना देता है।
करकट वॉटरफॉल

अगर आप घूमने फिरने के लिए बिहार आए है, तो इस झरने का रूख जरूर करें। यहां पर आप वाटरफॉल की खूबसूरती के साथ-साथ बोटिंग, तैराकी और मछली पकड़ने जैसे गेम्स का भी आनंद उठा सकते हैं। कैमूर पहाड़ियों के करीब बने इस वाटरफॉल के बारे में ऐसा कहा जाता है कि हेनरी रामसे नाम के ब्रिटिश अधिकारी ने करकट वाटरफॉल का जिक्र सबसे शानदार झरनों में से एक के तौर पर किया था। करकट वॉटरफॉल अपने आप में एक सम्पूर्ण पिकनिक स्पॉट है, जहां पर लोग अकसर वीकेंड मनाने के लिए आते हैं। यहां तक पहुंचने के लिए आपको पथरीले रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है। बिहार सरकार बहुत जल्द इसे इको-टूरिज्म स्पॉट और क्रोकोडाइल कंजर्वेशन रिजर्व के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है। यहां पर ब्रिटिश काल में मगरमच्छ का शिकार हुआ करता था।
तेलहर वॉटरफॉल

बिहार के कैमूर जिले में स्थित तेलहर वाटरफॉल अपनी खूबसूरती के लिए हर ओर लोकप्रिय है। मानसून के मौसम में इस स्थान की खूबूसूरती और भी बढ़ जाती है। कैमूर वाइल्डलाइफ सैन्चुरी के अंर्तगत आने वाले इस झरने में तैरने या फिर स्नान करने की इजाजत नहीं है। यहां पर मौजूद एक गर्म पानी का झरना भी है, जो लोगों को अंचभित करता है। लोग उसको देखने के लिए जरूर जाते हैं। 80 फुट की उंचाई से नीचे गिरने वाले इस झरने को देखने के लिए लोगों को कई घुमावदार सड़कों से होकर यहां पहुंचना पड़ता है। पटना से तिलहर कुंड की दूरी कुल 237 किलोमीटर है और अगर आप ट्रांसपोर्ट के माध्यम से आते हैं तो लगभग साढ़े पांच घंटे का वक्त लगता है।
कशिश वॉटरफॉल

कशिश वॉटरफॉल रोहतास जिले के अमझोर में स्थित है। घनी वादियों से निकलने वाले इस झरने तक आप अपने निजी वाहन से पहुंच सकते हैं। वाहन पार्किंग से महज 10 मिनट की दूरी पर ये झरना स्थित है। चार धाराओं के संगम से एक विशाल रूप धारण करने वाला ये झरना 850 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरता है। घने जंगलों और ऊंची वादियों से घिरा ये झरना अपने प्राकृतिक सौन्दर्य से लोगों का मन मोह लेता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर आपको स्किन से संबधित कोई परेशानी है तो झरने के नीचे कुछ देर खड़े होने से चर्म रोग समेत त्वचा संबधी सभी अन्य रोग भी दूर हो जाते हैं। दरअसल, इस झरने के पानी को चमत्कारी पानी कहा जाता है, जो ऊंचे पहाड़ों से गुजरता हुआ रास्ते में कई आयुर्वेदिक पौधों से टकराता हुआ आता है और फिर ऊंचाई से नीचे की ओर गिरता है। इस झरने को देखने और यहां पिकनिक मनाने के लिए केवल रोहतास ही नहीं बल्कि कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद और गया के लोग भी यहां आते है। अमझोर के नजदीकी रेलवे स्टेशन डेहरी ऑन सोन है।
मंझर कुंड झरना

मंझर कुंड झरना बिहार के जिला सासाराम के नजदीक मौजूद है। अगस्त से लेकर सितंबर महीने के दौरान ये कुंड झरने के पानी से पूरी तरह से भर जाते हैं। इस कुंड के पानी को अमृत भी कहा जाता है। दरअसल, इस पानी को प्राकृतिक खनिजों से बना हुआ माना जाता है, जो भोजन के पाचन में मददगार साबित होता है। सावन के महीने में यहां लोगों की खासी भीड़ जुटती है। इसके अलावा यहां रक्षा बंधन के बाद पहले रविवार को एक पारंपरिक सालाना मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटक भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। मंझर कुंड को धुंआ कुंड के नाम से भी जाना जाता है।
तुतला भवानी

इसके अलावा तुतला भवानी झरने को देखने के लिए भी यहां लोगों की भीड़ जुटती है। डेहरी ऑन सोन से करीबन 20 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में मौजूद ये स्थल देवी मां तुतला भवानी के मंदिर के लिए भी खासतौर से जाना जाता है। तुतलेश्वरी भवानी मंदिर के आसपास की प्राकृतिक छटा मनोरम है और महिषासुर मंर्दिनी की प्रतिमा झरने के बीचों बीच स्थापित है। तुतला भवानी शहर के शोर और प्रदुषण से मुक्त सबसे सुन्दर जगह है। झरने के साथ पहाड़ी दृश्य अद्भुत है जो पर्यटकों को आकर्षित करते है।
