Toddlers Parenting Tips: बच्चे के मानसिक विकास और स्वास्थ के लिए पेरेंट्स को बच्चे को अच्छा डिसिप्लिन सिखाना चाहिए। एक साल का बच्चा अपने इमोशन और अपनी बात समझाने के लिए बहुत छोटा होता है। छोटे बच्चे के लिए किसी तरह के नियम बना लो, लेकिन वह उन्हें समझने के लिए उतना समझदार नहीं हुआ है। लेकिन ज्यादातर बच्चों को एक साल की उम्र में हां और ना का मतलब समझ में आ जाता है। परंतु वे सही और गलत को समझ सके इतने समझदार नहीं होते हैं।
अच्छा डिसिप्लिन एक साल के बच्चें को मज़बूत बनाता है और इससे उनकी मानसिक सेहत पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके लिए बच्चे अपने मां बाप पर डिपेंड रहते हैं। इसलिए मां बाप को अपने बच्चे की उम्र के अनुसार कुछ रोक लगाना जरूरी है। पैरेंट्स को बच्चे को डिसिप्लिन में लाने के लिए उनके डेली रूटीन में कुछ बातें लागू करनी होगी।
बच्चे का रुटीन बनाएं

बच्चे के लिए हर रोज का रूटीन बनाना जरूरी है। इससे बच्चा अपने भविष्य के लिए तैयार होता है। इसे उसे यह भी समझ आने लगता है कि उसे क्या क्या करना चाहिए। बच्चे के सोने से लेकर खाने तक का टाइम रूटीन के अनुसार रखें। इससे बच्चे के मानसिक विकास को बढावा मिलता है।
उनके रोल मॉडल बनें

छोटे बच्चे उनके पास रहने वाले लोगों की तरह व्यवहार करते हैं। उनके जैसा करने की कोशिश करते हैं। अगर आप अपने बच्चे को वैसा ही बनाना चाहते हैं तो उसको खुद करने की कोशिश करें। अगर आप ऐसा चाहते है कि आपका बच्चा गुस्सा लड़ाई नहीं करे तो आपको भी उसके आस पास शांति और खुशी का माहौल बनाकर रखना चाहिए ।
कुछ लिमिट बनाएं
एक साल का बच्चा बहुत छोटा होता है वह खुद की समझ से गलत व्यवहार नहीं कर सकता है। छोटे बच्चे बाहरी दुनिया को जानने के लिए ही अपनी बाउंड्री से बाहर निकलते हैं। बाहरी दुनिया को समझते समय कुछ गलत होने पर बच्चे पर गुस्सा नहीं करना चाहिए। इसकी बजाय उनके लिए आप कुछ लिमिट बनाएं। बच्चे को यह बात बताते रहें कि उसे ऐसा नहीं करना है ऐसा करना गलत है।
बार-बार ना कहने से बचें

एक साल के बच्चे भी ना और हा को समझते हैं लेकिन इस शब्द का प्रयोग भी अधिक बार नहीं करना है। उदाहरण के लिए अगर बच्चा बार बार फ्रिज को खोल रहा है या फिर किसी ऐसी चीज़ को कर रहा है जिसको करना उनके लिए नुकसान दायक है , तो उसे रोकने के लिए ना कहना जरूरी है। लेकिन कई बार आप सही चीजों करने पर भी उसे टोंकेंगे तो वो आपको सीरियसली लेना बंद कर देगा।
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उन्हे अच्छी आदत सिखाएं
छोटे बच्चों को जो आदत सबसे पहले सिखाई जानी चाहिए, वह है हर किसी का सम्मान करना। ये आदत उनके बड़े होने पर भी उनके मानसिक विकास में और उन्हें एक अच्छा इंसान बनाने में मदद करती है. यदि बच्चे हर किसी का सम्मान करेंगे, तो सभी लोग भी उन्हें खूब प्यार और सम्मान देंगे।
बच्चों को हर बात प्यार से समझाएं
कई बार पेरेंट्स छोटे बच्चों को कोई बात समझाने के लिए उनकी मार पिटाई कर देते हैं, लेकिन ऐसा करने से उनके दिमाग और मन पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए ऐसे में बच्चे को हर बात को प्यार से समझाने की कोशिश करें ताकि वह आपको गंभीरता से लेने लगें।
