Teenager Workout Tips: किशोरावस्था में आते ही बच्चों के शरीर में तेजी से विकास होने लगता है। कुछ बच्चे की तो लंबाई खींचने पर एकदम से पतले हो जाते है और कुछ बच्चे मोटे हो जाते है। सभी लोग बच्चों को लेकर चिंता जताने लगते है। लेकिन बच्चे को डाइट के साथ अच्छे वर्कआउट की भी आवश्यकता होती है। लेकिन आस पास पार्क नहीं होने के कारण वे सही से वर्कआउट कर नहीं पाते है। ऐसे में वे अगर जिम जाने की सोच रहे है तो जरूरी है कि वे इस तरह के वर्कआउट पर ध्यान दें-
Teenager Workout: रस्सी कूदना

जिम में लोग अक्सर लोग दिखते है जो रस्सा कूद रहे होते है। ऐसे में जरूरी है कि वे भी रस्सा कूदे। लेकिन हर वर्कआउट करने का सही तरीका होता है। ऐसे में जिम ट्रेनर आपको बताते है कि आप किस तरह रस्सा कूदें और कितने सैटस करें। जिससे आपका स्टैमिना दिन पर दिन बिल्डअप हो। रस्सा कूदते हुए ध्यान रखें कि पहले एक बार में आप यदि 15 बार कूद रहे है तो अगली बार गिनती ज्यादा होनी चाहिए जिससे स्टैमिना बढ़ता जाएगा।
साइकलिंग
जिम में साइकिल होती है। उनमें स्पीड होती है और उसके हिसाब से कम ज्यादा करके आपको साइकिल को चलाना होता है। साइकलिंग आपकी मांसपेशियों को मजबूत बनाती है जिससे आपका शरीर ठोस बनता है साथ ही खाना भी सही से पचता है। साथ ही जिन बच्चों में मोटापा बढ़ गया है उनके लिए साइकिल बहुत सही रहती है। साइकलिंग करते समय आप उसका लेवल बढ़ा लें साथ ही उस पर खड़े होकर साइकलिंग करें इससे जल्दी से वेट लाॅस होता है।
मार्शल आर्ट
आजकल जिम में सिर्फ वेट ट्रेनिंग और मशीनों पर वर्कआउट ही नहीं रह गया है। बल्कि सुबह और शाम क्लास चलती है। जिनमें आपको अपने ही वेट से एक्सरसाइज करना सिखाते है। इसी तरह मार्शल आर्ट है जिसमें टीनएजर्स बच्चों को सेल्फ डिफेंस के बारे में बताया जाता है। साथ ही इस तरह का वर्कआउट करवाया जाता है। जिसमें फैट भी कम होता है। और आपकी लंबाई भी नहीं रूकती है। और ये बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद है।
जंपिंग जैक्स
टीनएजर्स बच्चों के लिए जंपिंग जैक्स काफी फायदेमंद साबित रहता है। वे कुछ भी एक्सरसाइज नहीं करें। केवल जंपिंग जैक्स कर लें। ये एक ऐसी एक्सरसाइज है जो शरीर के हर पार्ट के लिए फायदेमंद है। कई बार बच्चे घर पर नहीं करते है लेकिन जिम या ऐसे माहौल को देखकर जहां सभी वर्कआउट कर रहे होते है। तो बच्चों को मोटिवेशन मिलता है तो वे एक्सरसाइज कर लेते है। ये वैसे तो आसान एक्सरसाइज लगती है लेकिन इससे शरीर पर बहुत जल्दी इफेक्ट पड़ता है।
योगा
आजकल बच्चों में देखा जाए तो उन्हे नीचे बैठने में बड़ी ही दिक्कत होती है क्योकि शरीर मे जरा सी भी लचक नहीं है पूरी बाॅडी टाइट है जिससे आपको कभी भी दिक्कत का सामना कर पड़ सकता है। तो जरूरी है कि आप जीम में ट्रेनर से योगा के प्रोपर स्टैप्स सिखें। क्योंकि योगा गलत तरीके से करने से उसका गलत असर पड़ सकता है। इसलिए योगा में आसन को सही से करना बेहद जरूरी है।
डांस
जिम में डांस क्लास भी अलग से होने लगी है। जैसे जुम्मा जिसमें बच्चे इंजॉय भी करते है। और इसमें जो बच्चे मोटे है उनका फैट भी जल्दी से लॉस होता है। साथ ही मांसपेशियां मजबूत बनती है। और बच्चे सारा दिन बैठे रहते है तो उनका ब्लड सर्कुलेशन भी तेजी से चलता है। इससे आपका फैट तो खत्म होगा ही साथ ही शरीर में से सुस्ती भी निकलेगी। और पढ़ाई में सही से मन लगेगा।
सीढ़ियां चढ़ना उतरना
सीढ़ियां चढ़ना उतरना को भी एक्सरसाइज के रूप में माना जाता है। ट्रेनर बच्चों को समझाते है कि सीढ़ियो से ही चढ़े उतरे ये हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद एक्सरसाइज है। जिम में तो बच्चों से वेट नहीं उठवाते। उन्हे वैसे ही सीढ़िया भागकर चढ़ना उतरने की एक्सरसाइज करवाते है। जिससे उन्हे सीढ़ियां चढ़ने की हैबिट बनी रहती है।
एरोबिक्स
जिम में जो क्लासेज होती है उनमें एरोबिक्स भी करवाई जाती है। जोकि डांस का ही एक पार्ट है। इसमें लड़कियों को काफी मजा आता है। क्योंकि ये डांस की तरह वर्कआउट है। इसमें आपको पता नहीं चलता आप एन्ज्वाय करते हुए कितनी ही कैलोरी घटा लेते है। इससे पूरे शरीर की एक्सरसाइज हो जाती है। और आपके शरीर का ब्लड सर्कुलेशन भी भली प्रकार से चलता है।
पेट की एक्सरसाइज
कई बार ऐसा होता है कि आप कार्डियो तो अच्छा कर रहे होते है लेकिन पेट की एक्सरसाइज नहीं करने से पेट पर से फैट कम नहीं होता है। उसके लिए पेट की एक्सरसाइज करवाई जाती है। जिससे पेट निकला हुआ अंदर हो सके। पेट की एक्सरसाइज जिम ट्रेनर अपने सामने करवाते है। जिससे कही उसका इफेक्ट गलत न पड़े।
हाथों और शोल्डर की एक्सरसाइज
बच्चों के हाथ और शोल्डर मजबूत होने चाहिए। इसके लिए जिम में वैसे ही एक्सरसाइज करवाई जाती है। हाथों और शोल्डर की बहुत सारी एक्सरसाइज होती है। जिन्हे आपको सही तरीके से करनी होती है नही तो उसका गलत असर पड़ सकता है। हाथों और शोल्डर को घुमाना तो एक ऐसी एक्सरसाइज है जब आप थक गए है तो आप इनको घुमा लें आपकी एक्सरसाइज भी हो जाएगी और हाथों का दर्द भी खत्म हो जाएगा।
कुछ बातों पर ध्यान दें
-जिम जाने पर कपड़ों का चुनाव सही से करें। काॅटन के या फिर जिम के लिए जो कपड़े आते है वो पहनें।
-पानी की बोतल जरूर लेकर जाए क्योंकि कई बार पानी की कमी के कारण चक्कर आ जाते है।
-जिम में हाइजनिक का ख्याल रखें इसके लिए सेनेटाइजर लेकर जाए।
-योगा मैट हो सके तो अपना ले जाए क्योंकि किसी और का मैट के इस्तेमाल से बचें।
-पसीना पोंछने के लिए टॉवल साथ में लेकर जाए।
-हमेशा ट्रेनर के पूछकर और समझकर ही वर्कआउट करें।
-कोई भी एक्सरसाइज ऐसी न करे जिससे आपका चोट लगने का डर हो।
-वेट ट्रेनिंग से बचे क्योंकि टीनएजर्स बच्चों के लिए वेट ट्रेनिंग सही नहीं है।
जिम ट्रेनर अंकित शर्मा से बातचीत पर आधारित