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Digital Arrest: इंदौर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां बदमाशों ने टेक्नोलॉजी का सहारा लेते हुए सॉफ्टवेयर इंजीनियर को तीन दिनों तक बंधक बना लिया। मामला न तो शारीरिक बंधक बनाने का था और न ही बंदूक की नोक पर लूट का। यह ‘डिजिटल अरेस्ट‘ का खतरनाक मामला था, जिसमें साइबर अपराधियों ने मानसिक दबाव डालकर लाखों रुपए की उगाही की।

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Digital Arrest Happen

इंदौर के एरोड्रम इलाके में रहने वाले टीसीएस के सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोहित मौर्य को सोमवार शाम एक फोन कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को कूरियर सर्विस का प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि उनके नाम का पार्सल कस्टम विभाग में फंसा हुआ है। जब मोहित ने कहा कि उन्होंने कोई पार्सल नहीं मंगवाया, तो कॉलर ने उन्हें डरा-धमकाकर कहा कि पार्सल में ड्रग्स है और उनका आधार कार्ड इससे जुड़ा हुआ है।

इसके बाद, बदमाशों ने कॉल को फर्जी साइबर सेल से कनेक्ट कर दिया। वीडियो कॉल के जरिए मोहित को बताया गया कि उनकी जांच होगी। तीन बैंक अकाउंट की डिटेल मांगी गई। जब अकाउंट में पैसे नहीं मिले, तो बदमाशों ने कहा कि किसी दोस्त से उधार लेकर या इंस्टेंट लोन लेकर पैसे ट्रांसफर करें।

मोहित ने पहले 1 लाख और फिर 35 हजार रुपए का इंस्टेंट लोन लिया। बदमाशों के बताए गए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए। इतना ही नहीं, बदमाशों ने उन्हें होटल में रूम ढूंढने को कहा ताकि ‘डिजिटल पूछताछ’ की जा सके।

जब मोहित के एक दोस्त ने महसूस किया कि कुछ गड़बड़ है, तो उन्होंने तुरंत एडिशनल डीसीपी (क्राइम) राजेश दंडोतिया को फोन किया। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मोहित को उनके घर से सुरक्षित छुड़ाया।

जब डीसीपी ने खुद बदमाशों से बात की, तो उन्होंने अपनी पहचान दिल्ली में बताई और तुरंत कॉल काट दिया। बदमाश की मंशा थी कि मोहित से 5 लाख रुपए और वसूले जाएं।

मामले की गंभीरता को देखते हुए इंदौर पुलिस आयुक्त ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।

यह घटना बताती है कि साइबर अपराध अब केवल डिजिटल जानकारी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानसिक और आर्थिक शोषण का बड़ा हथियार बन चुका है। लोगों को सतर्क रहने और फर्जी कॉल्स पर जानकारी साझा करने से बचने की सख्त जरूरत है।

अगर आपको ऐसा कोई संदिग्ध कॉल आता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। अपनी निजी जानकारी, बैंक डिटेल या आधार कार्ड की जानकारी किसी अंजान व्यक्ति से साझा न करें।

सोनल शर्मा एक अनुभवी कंटेंट राइटर और पत्रकार हैं, जिन्हें डिजिटल मीडिया, प्रिंट और पीआर में 20 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने दैनिक भास्कर, पत्रिका, नईदुनिया-जागरण, टाइम्स ऑफ इंडिया और द हितवाद जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम किया...