ख़ूबसूरत छटा को देखने के लिए सुंदरबन आएँ
यह जगह तरह तरह की वनस्पतियों और जीवों का घर है। इस जगह को बंगाल टाइगर के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थान के तौर पर भी जाना जाता है।
Sundarban Travel Guide: सुंदरबन पश्चिम बंगाल ही नहीं अपने नाम की ही तरह हमारे देश का बेहद सुंदर और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यही वजह है कि इस जगह पर घूमने और यहाँ की ख़ूबसूरत छटा को देखने के लिए दुनिया भर से सैलानी आते हैं। इस जगह पर अगर आप भी आने का विचार बना रहे हैं तो आपको प्रकृति की छांव में वक़्त गुज़ारने का भरपूर मौक़ा मिलेगा। यह जगह तरह तरह की वनस्पतियों और जीवों का घर है। इस जगह को बंगाल टाइगर के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थान के तौर पर भी जाना जाता है। सुंदरवन को पूरी दुनिया में मैंग्रोव जंगल के तौर पर जाना जाता है। यह ब्रह्मपुत्र, गंगा और मेघना नदियों के संगम से बने डेल्टा पर स्थित अपनी तरह का सबसे बड़ा जंगल है।
दुनिया का सबसे बड़ा मैंग्रोव ईकोसिस्टम

इन सबसे इतर सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान को दुनिया के सबसे बड़े मैंग्रोव ईकोसिस्टम के रूप में भी जाना जाता है। जिसे 1987 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। इसके विस्तार की बात करें तो यह लगभग 20,400 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। आपको बता दें कि मैंग्रोव समुद्र केमीठे पानी और स्थलीय ईकोसिस्टम का एक अपग्रेड है जोकि झींगा, केकड़े, क्रस्टेशियंस, मछली, सरीसृप, पक्षियों की तमाम प्रजातियों के लिए एक अनुकूल जगह है। इस जगह पर आपको चीतल, भारतीय अजगर, हिरण, तेंदुआ बिल्ली, ग्रे-हेडेड फिश ईगल और मगरमच्छ की भी कुछ प्रजातियाँ दिख जाएँगी।
सुंदरबन घूमने का सबसे अच्छा समय

नवंबर से मार्च तक का समय सुंदरबन घूमने का सबसे अच्छा माना जाता है। इस समय का खुशनुमा मौसम आपकी घुमक्कड़ी के आनंद को दुगुना कर देता है। इस समय सम्भव हैं कि आपको बंगाल टाइगर भी दिख जाए। वैसे यदि आपको गर्मी के मौसम में घूमना पसंद है तो आप अप्रैल से जुलाई के बीच भी सुंदरबन घूमने का प्लान भी बना सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको पहले से तैयारी रखनी होगी। इस जगह पर सबसे ज़्यादा आनंद बोट सफारी का होता है, यहाँ पर सफारी सुबह 8:30 बजे शुरू और शाम 4:00 बजे समाप्त होती है।
सुंदरबन का इतिहास

सुंदरबन की ख़ूबसूरती जितनी लाजवाब है उससे भी कहीं ज़्यादा दिलचस्प इस जगह का इतिहास है। सही मायने में देखा जाए तो इसका इतिहास 200-300 ईस्वी पूर्व का माना जाता है। इस जगह के बाघमारा वन प्रखंड में चांद सदगर द्वारा निर्मित कुछ अवशेष मिले हैं। इस बात के भी साक्ष्य मिलते हैं कि मुगल शासक सुंदरबन के इन जंगलों को अपने पड़ोसी निवासियों को पट्टे पर देते थे। अकबर के शासन के दौरान अपराधियों ने उसकी सेनाओं से बचने के लिए सुंदरबन के जंगलों में शरण लिया था। 17वीं शताब्दी के आसपास पुर्तगाली डकैतों, समुद्री लुटेरों और नमक तस्करों ने यहाँ के विभिन्न भवनों पर कब्जा कर लिया था।
सुंदरबन और उसके आसपास के प्रमुख आकर्षण

सुंदरबन को अपने जंगल के अनूठे भूगोल और शानदार जैव विविधता के लिए जाना जाता है। यह जगह प्राकृतिक रूप से इतनी सुंदर है कि एक प्रकृति प्रेमी को कम से कम एक बार सुंदरबन की यात्रा अवश्य करनी चाहिए। इस जगह पर पहुँचकर आप पूरी तरह से प्रकृति की सुंदरता में खो जाते हैं। लेकिन इस जगह पर पाए जाने वाले जानवरों की निगाह आप पर बनी रहती है।
1. नेतिधोपनि

नेतिधोपानी इस जगह पर आने वाले सैलानियों ही नहीं बल्कि इतिहास के प्रति उत्साही लोगों की सबसे पसंदीदा जगह है। इस जगह पर मौजूद तमाम खंडहर सुंदरबन के वर्षों पुराने इतिहास को दर्शाते हैं। इस जगह पर मीठे पानी के तालाबों की सुंदरता को देखकर आप पूरी तरह से मंत्रमुग्ध हो जाएँगे। इस जगह पर मौजूद 400 साल पुराने शिव मंदिर को देखने का भी काफ़ी लाजवाब अनुभव होगा।
2. कलश द्वीप

कलश द्वीप को इस जगह की सबसे ख़ास जगहों में गिना जा सकता है। सर्दियों में यदि आप सुंदरबन घूमने की योजना बना रहे हैं तो आपको कलश द्वीप अवश्य देखना चाहिए। इस द्वीप की हरियाली और ख़ूबसूरती इतनी बेमिशाल है कि आप चकित हुए बिना नहीं रह सकते। कुछ वक़्त गुज़ारने के पश्चात इस जगह पर पाए जाने वाले कछुओं और पक्षियों से आपको प्यार हो जाएगा।
3. सजनेखली प्रहरीदुर्ग

इस दुर्ग से आसपास का बहुत ही ख़ूबसूरत नज़ारा दिखाई देता है। यदि आपको बर्डवॉचिंग पसंद है तब तो आप ख़ुशी से भर जाएँगे। इस जगह से आप इस जगह पर पाए जाने वाले तरह तरह के जीव जंतुओ और पक्षी की प्रजातियों को देख सकते हैं। सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान के पास स्थित इस दुर्ग से आप प्लोवर, किंगफिशर, पेलिकन जैसे पक्षियों को जी भर के देख सकते हैं।
4. हेनरी द्वीप

समुद्र तट यदि आपको अच्छे लगते अथवा रोमांचित करते हैं तो आपको हेनरी द्वीप की यात्रा ज़रूर करनी चाहिए। इस जगह की सुंदरता को देखने और मैंग्रोव वन में समय बिताने के लिहाज़ से यह एक शानदार जगह है। इस जगह पर आपको शांत वातावरण, समुद्री किनारा और जीव-जंतुओं की विविधता देखने को मिलेगी।
सुंदरबन कैसे पहुंचे

सुंदरबन के लिए सभी तरह के परिवजन के साधन मौजूद हैं। इस जगह पर आप ट्रेन, सड़क, हवाई या फिर जलमार्ग से पहुंच सकते हैं। सुंदरबन तक पहुँचने में कोलकाता एक केंद्रीय स्थान के रूप में कार्य करता है। कोलकाता से, आप अपनी पसंद के अनुसार परिवहन के सबसे उपयुक्त साधन का विकल्प चुन सकते हैं।
हवाई जहाज़ से सुंदरबन कैसे पहुंचे

आप यदि हवाई यात्रा के ज़रिए आते हैं तो आपको कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस हवाई अड्डे पर उतरना होगा। हवाई अड्डे से, आपको कैब के ज़रिए कैनिंग पहुँचना होगा। कैनिंग पहुँच जाते हैं, तो आपको गढ़खली जेट्टी की ओर जाना होगा, जहां से आप सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान के लिए नाव पकड़ सकते हैं।
ट्रेन से सुंदरबन कैसे पहुंचे

ट्रेन से आने वालों के लिए सुंदरबन से निकटतम रेलवे स्टेशन सियालदह है। सियालदह से कैनिंग पहुंचने के लिए लोकल ट्रेन पकड़नी होगी। कैनिंग से गढ़खली जेट्टी के लिए स्थानीय वैन लेनी होगी। एक बार यदि आप गढ़खली जेट्टी पहुंच गए तो सुंदरबन के लिए आपको नाव मिल जाएगी।
सड़क द्वारा सुंदरबन कैसे पहुंचे

सड़क मार्ग से यात्रा करने वालों को सबसे पहले कोलकाता से गढ़खली जाना होगा। गढ़खली पहुंचने के लिए आप कैब बुक कर सकते हैं या अपनी निजी कार से जा सकते हैं। इस यात्रा में लगभग 3 घंटे 30 मिनट का समय लगेगा। गढ़खली से, आप सुंदरबन तक पहुँचने के लिए एक नाव ले सकते हैं।
