Shiva Muthi
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Overview: शिवा मुट्ठी चढ़ाने से क्या लाभ होते हैं?

सावन में भगवान शिव की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं। खासकर सावन सोमवार को ‘शिवा मुट्ठी’ अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

Shiva Muthi: सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे शुभ माना जाता है। इस पवित्र समय में शिवभक्त व्रत, उपवास, जलाभिषेक और रुद्राभिषेक जैसे कई धार्मिक कर्मों के माध्यम से भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। इन्हीं में से एक सरल लेकिन प्रभावशाली परंपरा है “शिवा मुट्ठी” चढ़ाना, जिसे विशेष रूप से सावन के सोमवार के दिन किया जाता है।

क्या होती है शिवा मुट्ठी?

शिवा मुट्ठी एक पारंपरिक धार्मिक विधि है जिसमें भगवान शिव को मुट्ठी भर अनाज अर्पित किया जाता है। इस विधि का वर्णन शिव पुराण में भी मिलता है और इसे करने से पुण्य प्राप्त होता है। मान्यता है कि यह अर्पण भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और इससे वे शीघ्र प्रसन्न होकर अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।

शिवा मुट्ठी में कौन-कौन से अनाज चढ़ाए जाते हैं?

Shiva Muthi
Which grains are offered in Shiva fist?

शिवा मुट्ठी में कुल पाँच तरह के अनाज उपयोग किए जाते हैं, जिनमें प्रत्येक का अपना अलग महत्व होता है। ये अनाज हैं –

  • अक्षत (चावल)
  • सफेद तिल
  • गेहूं या जौ
  • उड़द की दाल या खड़ी मूंग
  • सतुआ (चना सत्तू)

हर सोमवार को अलग-अलग अनाज चढ़ाए जाते हैं। अगर किसी वर्ष सावन में पाँच सोमवार आते हैं तो पाँचों अनाज अर्पित किए जाते हैं।

शिवा मुट्ठी चढ़ाने की विधि

सावन के सोमवार को शाम के समय, स्नान आदि करके स्वच्छ कपड़े पहन लें और शिवलिंग के समक्ष बैठकर श्रद्धा भाव से यह प्रक्रिया करें। हर सोमवार को एक विशेष अनाज भगवान शिव को अर्पित करें –

  • पहले सोमवार: एक मुट्ठी चावल (अक्षत) चढ़ाएं।
  • दूसरे सोमवार: एक मुट्ठी सफेद तिल चढ़ाएं।
  • तीसरे सोमवार: एक मुट्ठी खड़ी मूंग या उड़द की दाल अर्पित करें।
  • चौथे सोमवार: एक मुट्ठी गेहूं या जौ चढ़ाएं।
  • अगर पाँचवां सोमवार हो: तो एक मुट्ठी सतुआ अर्पित करें।

चढ़ाते समय “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करते रहें और शिव जी से परिवार की सुख-शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य की प्रार्थना करें।

अगर किसी सोमवार छूट जाए तो क्या करें?

कई बार व्यस्तता या भूलवश भक्त कोई सोमवार शिवा मुट्ठी चढ़ाना भूल जाते हैं। ऐसे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। जिस अनाज की बारी छूट गई हो, उसे अगले सोमवार अर्पित किया जा सकता है। भगवान शिव भाव के भूखे होते हैं, इसलिए नियमों से ज़्यादा भावनाएं महत्व रखती हैं।

इस साल कब-कब पड़ रहे हैं सावन सोमवार?

इस वर्ष सावन माह में कुल चार सोमवार आ रहे हैं, जिनमें से एक सोमवार गुजर चुका है और अब तीन सोमवार अभी बाकी हैं। यदि किसी वजह से आप किसी सोमवार को शिवा मुट्ठी अर्पित करना भूल गए हों, तो चिंता न करें। आप उस अनाज को अगले सोमवार श्रद्धा के साथ शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं। शिव जी भावनाओं के देवता हैं, नियमों से अधिक भक्ति की भावना को महत्व देते हैं।

शिवा मुट्ठी चढ़ाने से क्या लाभ होते हैं?

इस धार्मिक अनुष्ठान से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। विशेष रूप से यह विधि जीवन में शांति, रोगों से मुक्ति, आर्थिक समस्याओं के समाधान और घर में सुख-समृद्धि लाने में मदद करती है। इसे करने से परिवार पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है।

मैं आयुषी जैन हूं, एक अनुभवी कंटेंट राइटर, जिसने बीते 6 वर्षों में मीडिया इंडस्ट्री के हर पहलू को करीब से जाना और लिखा है। मैंने एम.ए. इन एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन्स में मास्टर्स किया है, और तभी से मेरी कलम ने वेब स्टोरीज़, ब्रांड...