बिजी शेड्यूल की वजह से बच्चे को नहीं दे पा रहीं टाइम, तो अपनाएं ये 5 उपाय: Quality Time With Child
Quality Time With Child

Quality Time With Child: आजकल जीवन का ताना-बाना ही कुछ ऐसा बुन चुका है कि मां- बाप अपने बच्चों को वो समय नहीं दे पा रहे जिसकी उन्हें जरुरत है। महंगाई इतनी है कि महिलाएं भी बच्चों को एक बेहतर लाइफ स्टाइल देने के लिए कामकाजी हैं। घर की भागदौड़ और ऑफिस का तनाव भी कुछ कम नहीं है। इस पर उनको एक गिल्ट हमेशा रहता है कि वो बच्चे और परिवार को वो समय नहीं दे पातीं जिसके वो हकदार हैं। अगर आप भी ऐसी ही महिलाओं में से एक हैं तो इस गिल्ट से बाहर आएं। और इस बात को समझें कि आप जो भी कर रही हैं वह बच्चों के लिए है। यहां हम आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं जिससे कि आप अपने बच्चों के साथ अपने समय को बेहतर तरीके से मैनेज कर पाएंगी। वे भी खुश रहेंगे और आप भी।

उनका होमवर्क चैक करें

हर कामकाजी महिला को पता है कि हमारे बच्चे बहुत जल्दी आत्मनिर्भर हो जाते हैं। यह बात सच है कि वो जितनी जल्दी आत्मनिर्भर होते हैं , उनका व्यक्तित्व विकास भी उतना ही अच्छा होता है। लेकिन हम भारतीय माएं चाहती हैं कि वे हर छोटी से बड़ी बात में इंवॉल्व रहें। इसके लिए आपको करना यह है कि जब शाम को ऑफिस से आएं तो उनका होमवर्क जरुर चैक करें। अगर उनका कल या आने वाले दिनों में कोई टेस्ट है तो उसके बारे में बातचीत करें। टेस्ट में वे बेहतर कर पाएं इसके लिए आप उनकी मदद कर सकती हैं। इससे बच्चों का आपसे कनेक्शन बन रहेगा। वो समझ पाएंगे कि आप नौकरी की वजह से उनसे दिन में दूर हैं लेकिन आपका मन उनके पास ही है।

सुहानी सुबह

अक्सर ऑफिस सुबह दस बजे खुलते हैं ऐसे में अगर आप समय को मैनेज करें तो पाएंगे कि आप और आपके बच्चे सुबह एक अच्छा टाइम एक-दूसरे के साथ बिता सकते हैं। थोड़ा सा सुबह जल्दी आप भी उठें और बच्चों को भी उठाएं। आप अपने बच्चों के साथ गार्डनिंग, मॉर्निंग वॉक, कसरत कुछ भी कर सकते हैं। अल सुबह न कोई ऑफिस की कॉल्स होती है और न ही कोई बाहर का आकर आपके इस क्वालिटी टाइम को डिस्टर्ब करता है। आप याद रखें एक बात कि आप लोगों का आपस में बात करना जरुरी है। बातचीत कम या ज्यादा हो सकती है। वैसे भी आजकल छुटि्टयां चल रही है बच्चों के पास आजकल बहुत समय है। जब आप अपने बच्चों के साथ सुबह टाइम बिताएंगी तो आपके अंदर भी बहुत पॉजिटिविटी आएगी।

गैजेट्स और हेल्पर का लें सहारा

Quality Time With Child

कामकाजी महिलाओं के साथ चुनौती यह होती है कि उन्हें घर के भी काम निपटाने होते हैं और बच्चों को भी टाइम देना होता है। ऐसे में वो कई बार कामों को निपटाते-निपटाते ही थक जाती हैं। अगर आप ऐसे ही काम के बोझ तले दबी हुई हैं तो दो रास्ते आपके पास हैं अगर आर्थिक हालात ठीक हों और घर में रहने वाले दूसरे लोगों को कोई समस्या न हो तो घरेलू कामकाज निपटाने के लिए डोमेस्टिक हेल्पर का प्रबंध करें। अगर आप ऐसा नहीं कर सकतीं तो आजकल गैजेट्स बहुत आ गए हैं आप इनकी मदद लें ताकि आप काम जल्दी निपटा पाएं।

रूटीन में अपना भी टाइम

Routine

सुबह जागने से लेकर रात को सोने तक हम सभी को रुटीन में रहकर काम करना होता है। अगर हम चीजों का एक टाइम नहीं रखेंगे तो परेशान हम ही होंगे। अगर आप एक पेरेंट हैं तो कोशिश करें कि आपके काम जल्दी से जल्दी निपटें। डिनर जल्दी करने की और करवाने की कोशिश करें। सेहत के हिसाब से भी यह अच्छा है और भावनात्मक रुप से भी। बच्चों के साथ कमरे में रहें। आप कोई मूवी देख सकते हैं कोई किताब पढ़ सकते हैं या ऐसे ही कोई पुरानी बात कर सकते हैं, जिससे आप और आपके बच्चे जुड़े हों। सिर्फ बच्चों के अचीवमेंट का स्टेट्स सोशल मीडिया पर लगाना ही काफी नहीं होता। आपको बच्चों के साथ उनके विजयी लम्हों को जीना भी होता है।

समय तय करें

कई बार बहुत से लोगों के साथ होता है कि ऑफिस खत्म होने के बाद भी उनके जीवन में ऑफिस खत्म नहीं हो पाता। अगर कोई मजबूरी है या कोई बहुत जरुरी काम है तो बात अलग है। वरना आप न तो ऑफिस की टेंशन और न ही ऑफिस के कामों को घर पर लाएं। अगर आपका काम मैसेज से चल सकता है तो वैसा ही करें। आपके लंबे-लंबे फोन कॉल्स बच्चों को इरिटेट करते हैं। इसके लिए आपको व्यवस्थित होना जरुरी है।