क्या है फॉर्मूला मिल्क बनाने का सही तरीका? जानिए बच्चों को कैसे मिल्क देना है सही
Formula Milk for Babies : आज के समय में फॉर्मूला मिल्क बच्चों को काफी ज्यादा दिया जाता है। लेकिन इसे देने का सही तरीका जानना बहुत ही जरूरी है। आइए जानते हैं बच्चों को किस तरह दें फॉर्मूला मिल्क?
Formula Milk for Babies : शिशु के पहले साल में पोषण और देखभाल सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। यदि मां का दूध किसी कारणवश उपलब्ध नहीं है या पर्याप्त नहीं है, तो फॉर्मूला मिल्क एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। हालांकि, फॉर्मूला मिल्क तैयार करने और बच्चों को सही तरीके से देने का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं फॉर्मूला मिल्क बनाने और शिशु को सुरक्षित रूप से पिलाने का सही तरीका-
फॉर्मूला मिल्क बनाने का सही तरीका

साफ-सफाई का ध्यान रखें
सबसे पहले अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धो लें। जिस बर्तन या बोतल में दूध तैयार कर रहे हैं, उसे स्टरलाइज करें। इसके लिए बोतल और निप्पल को उबालकर या स्टीमर का उपयोग कर साफ किया जा सकता है।
उबले हुए पानी का उपयोग करें
फॉर्मूला मिल्क बनाने के लिए साफ और उबला हुआ पानी ही इस्तेमाल करें। पानी को 30 मिनट तक ठंडा होने दें ताकि उसका तापमान गुनगुना हो, जो शिशु के लिए उपयुक्त हो।

निर्देशानुसार मात्रा मापें
हर फॉर्मूला मिल्क ब्रांड के साथ एक स्कूप और निर्देश दिए जाते हैं। दिए गए निर्देशों के अनुसार पानी और पाउडर की सही मात्रा का अनुपात बनाए रखें। ज्यादा या कम पाउडर मिलाने से शिशु के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
अच्छी तरह मिलाएं
मिक्स करने के बाद बोतल को हल्के हाथ से हिलाएं ताकि दूध में कोई गांठ न बने। दूध तैयार होने के बाद उसकी तापमान जांचने के लिए कुछ बूंदें अपनी कलाई पर डालें। यह गुनगुना होना चाहिए, न ज्यादा ठंडा और न ज्यादा गर्म।
शिशु को दूध पिलाने का सही तरीका
शिशु को दूध पिलाते समय उसकी स्थिति का ध्यान रखें। उसे आंशिक रूप से बैठने की स्थिति में रखें ताकि दूध सही तरीके से पच सके। दूध पिलाने के बाद बच्चे को डकार दिलाना न भूलें।
बोतल को इस तरह पकड़ें कि दूध निप्पल में भरा रहे और हवा का प्रवेश न हो। इससे शिशु को गैस या पेट दर्द की समस्या नहीं होगी।
नवजात शिशु को हर 2-3 घंटे में दूध पिलाने की आवश्यकता होती है। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, दूध पीने की मात्रा और अंतराल बदलता है।

बच्चे की भूख और डॉक्टर की सलाह के अनुसार दूध की मात्रा तय करें।
बच्चों को कब देना सही है फॉर्मूला मिल्क?
ध्यान रखें कि मां का दूध बच्चे के लिए सबसे अच्छा और संपूर्ण पोषण होता है। यह बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, पाचन में मदद करता है और शारीरिक व मानसिक विकास के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व प्रदान करता है।
लेकिन अगर किसी कारण से मां के शरीर में दूध पर्याप्त मात्रा में नहीं बन रहा हो, तो आप फॉर्मूला मिल्क बच्चे को दे सकते हैं। इसके साथ ही यदि किसी चिकित्सीय कारण से मां स्तनपान नहीं करा सकती, तो आप बच्चे को यह दूध दे सकते हैं। इसके अलावा बच्चा समय से पहले जन्मा है और अतिरिक्त पोषण की जरूरत है और यदि मां को ऐसी दवाएं लेनी पड़ रही हैं जो स्तनपान के दौरान सुरक्षित नहीं हैं तो ऐसी स्थिति में आप बच्चों को फॉर्मूला मिल्क दे सकते हैं।
फॉर्मूला मिल्क शिशु के लिए मां के दूध के बाद सबसे सुरक्षित और पोषक विकल्प है, बशर्ते इसे सही तरीके से तैयार और दिया जाए। साफ-सफाई, सही मात्रा, और बच्चे की उम्र व आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए फॉर्मूला मिल्क बनाना और देना शिशु के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
