बच्चों को लेटाकर दूध पिलाने से क्या होता है? जानिए इसके नुकसान: Feeding Baby while Lying Down
Feeding Baby while Lying Down

बच्चों को लेटाकर दूध पिलाने से क्या होता है? जानिए इसके नुकसान

Feeding baby while lying down : बच्चों को लेटाकर दूध पिलाने से कई तरह की परेशानी हो सकती है। आइए जानते हैं इस बारे में-

Feeding Baby while Lying Down: बच्चों को समय-समय पर दूध पिलाना बहुत ही जरूरी होता है, ताकि उनके शरीर को भरपूर रूप से पोषण प्रदान हो सकते हैं। लेकिन कई बार गलत तरीके से दूध पिलाना उनके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है। मुख्य रूप से अगर आप बच्चों को लेटाकर दूध पिलाते हैं, तो इससे उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानते हैं बच्चों को लेटाकर दूध पिलाने से होने वाले नुकसान कौन से हैं?

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Feeding baby while lying down
Feeding baby while lying down

लेटकर दूध पिलाने से बच्चे के कानों में दूध चला जा सकता है, जिससे मिडिल ईयर इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। दरअसल, किसी भी तरह का दूध या फॉर्मूला मिल्क कान में जाने से बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो संक्रमण का कारण बनते हैं।

बच्चों को लिटाकर दूध पिलाने से उनके गले में दूध फंस सकता है, जिससे सांस की नली में अवरोध हो सकता है। इससे दम घुटने का खतरा बढ़ जाता है और बच्चे को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।

Baby Milk feeding  Problem
Baby Milk feeding Problem

लेटकर दूध पिलाने से बच्चे के पेट में एसिड रिफ्लक्स (पेट का एसिड वापस गले में आना) की समस्या हो सकती है। यह स्थिति बच्चे को काफी ज्यादा परेशान कर सकती है। इसलिए जब भी बच्चे को दूध पिलाएं, तो डकार जरूर कराएं।

यदि बच्चा लेटकर दूध पीते-पीते सो जाता है, तो दूध उसके मुंह में रह सकता है, जिससे दांतों में सड़न (बेबी बॉटल टूथ डिके) की समस्या हो सकती है। खासकर शुगर युक्त मिल्क या फॉर्मूला मिल्क पीने की वजह से इस तरह की परेशानी बच्चों में हो सकती है।

Teeth Problem
Teeth Problem

लेटकर दूध पिलाने पर बच्चे को दूध निगलने में कठिनाई हो सकती है, क्योंकि गुरुत्वाकर्षण के कारण दूध सही ढंग से बच्चों को निगलने में परेशानी हो सकती है। इसकी वजह से बच्चे को बार-बार खांसी आ सकती है या बच्चा दूध पीते-पीते उलट सकता है।

बच्चे को दूध पिलाते समय उसे हल्का उठाकर या सिर ऊंचा रखकर दूध पिलाना चाहिए। इससे दूध सही दिशा में निगला जाता है और कान, गले, और पेट की समस्याओं का खतरा कम होता है।

इन सब कारणों से बच्चों को लेटाकर दूध पिलाने से बचना चाहिए और हमेशा उन्हें सही पॉजिशनमें दूध पिलाने की सलाह दी जाती है।

निक्की मिश्रा पिछले 8 सालों से हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े मुद्दों पर लिख रही हैं। उन्होंने ग्वालियर के जीवाजी यूनिवर्सिटी से इकनॉमिक्स में एमए और भारतीय विद्या भवन से जर्नलिज़्म की पढ़ाई की है। लिखना उनके लिए सिर्फ एक प्रोफेशन...