Father Parenting Tips
Father Parenting Tips Credit: Istock

Father Parenting Tips: बच्‍चे के जीवन पर सबसे ज्‍यादा प्रभाव उसके माता-पिता का पड़ता है। खासकर पिता एक बच्‍चे के जीवन को बदलने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। जहां मां बच्‍चों को प्‍यार और स्‍नेह करना सिखाती है वहीं पिता बच्‍चे को जिम्‍मेदारी और सफलता का गुण सिखाते हैं। हर पेरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्‍चा इंडिपेंडेंट और सक्‍सेसफुल बने। इसके लिए पिता बच्‍चों को कई अनमोल सीख देते हैं। जो आगे चलकर बच्‍चे को लाइफ के टफ चैलेंजेस से निपटने में मदद करती हैं और साथ ही आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। वैसे तो पिता बच्‍चे की हर समस्‍या में, साथ खड़े रहकर मुकाबला करते हैं लेकिन ये 4 बातें हर पिता को अपने बच्‍चे को जरूर सिखानी चाहिए। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।

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सही और गलत के बीच अंतर

बच्‍चे पिता से सीखें ये बातें
difference between right and wrong

जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा एक बच्‍चा अपने पिता से ही प्राप्‍त करता है। पिता अपने अनुभव और कहानियों के माध्‍यम से बच्‍चों को सही और गलत में अंतर करना सिखाते हैं। बच्‍चे कई बार ऐसी स्थिति में फंस जाते हैं जिसमें सही और गलत का अंतर करना बेहद मुश्किल हो जाता है। ऐसे में पिता बच्‍चे की सहायता कर सही रास्‍ता दिखा सकते हैं। इसके अलावा बच्‍चे को हमेशा सिखाएं कि वह सच का साथ दें।

आत्‍मनिर्भर बनना

पिता अपने बच्‍चे को आत्‍मनिर्भर बनना सिखाएं। यानी किसी समस्‍या से खुद को कैसे निकालना या डिसीप्‍लेन में रहकर कैसे व्‍यवहार करना है ये पिता से बेहतर और कोई नहीं सिखा सकता। बच्‍चे को अपना काम खुद करने दें। बच्‍चे की हर बात पर मदद करने की आदत उसे कमजोर और दूसरों पर निर्भर बना सकती है। इसलिए पिता बच्‍चे को सेल्‍फ कंट्रोल और डिसिप्‍लेन में रहना सिखाएं।

फेलियर को कैसे करें हैंडल

बच्‍चे पिता से सीखें ये बातें
How to handle failure

सक्‍सेस और फेलियर एक सिक्‍के के दो पहलू होते हैं। हर बार सक्‍सेस मिले ये जरूरी नहीं है लेकिन फेलियर को बच्‍चा समझदारी से कैसे हैंडल करता है ये सीखना जरूरी है। पिता बच्‍चे को प्रोत्‍साहित करें कि वे फेलियर से कुछ नया सीखने का प्रयास करें। दूसरों की सक्‍सेस से जलना उसके भविष्‍य को खराब कर सकता है इसलिए समझदारी से अपनी असफलता को हैंडल करें और आगे बढ़ने का प्रयास करें।

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डिसीजन मेकिंग

जीवन में आगे बढ़ने और सफलता हासिल करने के कई विकल्‍प उपलब्‍ध हैं लेकिन हम किस रास्‍ते का चुनाव करते हैं ये हमारी सूझबूझ पर निर्भर करता है। पिता अपने बच्‍चे को अपने अंतर्मन की आवाज सुनने और उसके सही व गलत परिणामों के बारे में सोचना सिखाने के साथ ही अपने फैसले की जिम्‍मेदारी लेना सिखा सकते हैं। बच्‍चों को शुरू से ही डि‍सीजन मैकिंग की आदत डालनी चाहिए। छोटी छोटी चीजों जैसे अपने लिए एक्‍स्‍ट्रा करिकुलर एक्टिविटी चुनने जैसे कामों के साथ इसकी शुरुआत की जा सकती है। इससे बच्‍चों को डिसीजन लेने की हैबिट डेवलप करने में मदद मिलेगी। बच्‍चों को निर्णय लेते समय सबसे बेहतर विकल्‍प को चुनने की आदत के बारे में बताएं। पिता बच्‍चे का भविष्‍य बना भी सकता है और बिगाड़ भी सकता है इसलिए बच्‍चे को हमेशा सही आदतें सिखाने का प्रयास करें।