गार्डनिंग बिज़नेस शुरू करने के बेहतरीन तरीक़े: Nursery Business
Nursery Business

बाग़वानी में बिजनेस कैसे करें

बाग़वानी अब शौक़ तक सीमित नहीं रहा। यह पूरी तरह से व्यवसाय बन चुका है। ऐसे में इसमें व्यवसाय और करियर के नित्य नए नए आयाम विकसित हो रहे हैं।

Nursery Business: बागवानी जो कभी महज़ शौक़ हुआ करता था अब शौक़ तक सीमित नहीं रहा। यह पूरी तरह से व्यवसाय बन चुका है। ऐसे में इसमें व्यवसाय और करियर के नित्य नए नए आयाम विकसित हो रहे हैं। ऐसे में अगर आपका भी मन गार्डनिंग बिज़नेस शुरू करने का है तो इस लेख के ज़रिए आपको कुछ बेहतरीन तरीके के बारे में बताऊँगा, लेकिन उससे पहले आपको गार्डनिंग के महत्व के बारे में जान लेना चाहिए। 

वर्तमान में शायद ही कोई ऐसा हो जिसे पेड़-पौधे या बागवानी पसंद नहीं हो। ऑफ़िस हो या घर ये पौधे ख़ूबसूरती को बढ़ाने के साथ-साथ आपने मन को भी ख़ुशनुमा बना देते हैं। एक ऐसा वातावरण विकसित कर देते हैं कि इन पेड़ पौधों की ही तरह आपका मन भी हरा भरा रहता है। बालकनी हो, टैरेस या फिर घर के अंदर का लॉन ख़ूबसूरत दिखना चाहिए, इनकी खूबसूरती बढ़ाने के लिए लोग मंहगे से मंहगे पौधे खरीदते हैं। 

आजकल इसी वजह से बाजार में इन पेड़-पौधों की बहुत अधिक मांग है। लोग अपने घरों, रेस्टोरेंट, पार्क के साथ साथ गुज़रने वाली सड़क को भी हर-भरा देखना पसंद करते हैं। ऐसे में अगर आप नर्सरी का बिजनेस करने का विचार बना रहे हैं यह एक अच्छा और सम्भावनाओं से भरा क्षेत्र है। इस व्यवसाय से जुड़ी छोटी छोटी बातों को सीखकर आप 50 हजार से लेकर 1 लाख तक हर महीने की कमाई कर सकते हैं।

आइए, इस लेख में जानें- पौधों की नर्सरी का बिजनेस कैसे शुरू करें। 

नर्सरी क्या है?

Nursery Business
Nursery

नर्सरी कृषि एक ऐसा हिस्सा है जहां पर तरह-तरह के तरीक़ों के द्वारा तरह तरह के पेड़-पौधों को तैयार किया जाता है। इन पौधों के एक बार तैयार हो जाने के बाद इन्हें व्यवसायिक उद्देश्य से बाज़ार में बेचा जाता है। यह एक ऐसा व्यवसाय है जो एक साथ आपके कई उद्देश्यों को पूरा करता है, जो व्यवसायिक होने के साथ साथ सामाजिक उद्देश्य और आपके शौक़ को भी पूरा करता है। नर्सरी में तरह तरह के और अच्छी गुणवत्ता के पौधे को आसानी से तैयार किया जाता है जो सजावट के तौर पर आपके घर, घर की बालकनी, टैरेस और किचन में लगाए जाते हैं। 

नर्सरी बिजनेस के उद्देश्य

Nursery
Nursery Business Ideas

गार्डनिंग बिज़नेस शुरू करने के उद्देश्य अलग अलग लोगों के हिसाब से अलग अलग हो सकते हैं। लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को अपने खेतों और घरों के लिए अच्छी क़िस्म के बीज और पेड़ पौधे उपलब्ध कराना होता है। तरह तरह के पौधे को आसानी से तैयार करना, जिसमें औषधीय पौधे, सजावटी पौधे, फूल और फल देने वाले पौधे, ख़ुशबू देने वाले पौधों की एक बड़ी रेंज हो। इन पौधों और इससे जुड़ी सर्विसेज़ से बाज़ार में बेच अथवा लोगों को उपलब्ध कराकर मुनाफ़ा कमाना। 

नर्सरी बिजनेस कैसे शुरू करें

Nursery Business Ideas
Nursery Business Ideas

नर्सरी का व्यापार शुरू करने के लिए सबसे पहले एक अच्छी जगह का चुनाव करना होगा जो की उर्वर और पर्यावरण के अनुकूल हो। धूप और पानी की ठीक थक उपलब्धता हो, ताकि पेड़-पौधे को विकसित किया जा सके और उनकी ग्रोथ के लिए सही वातावरण मिल सके। हालाँकि इसकी शुरुआत के लिए बहुत ही कम जगह की आवश्यकता होती है। इसे आप अपने घर के आँगन और बालकनी से शुरू कर सकते हैं। शहरों में तो सड़कों के किनारे ख़ाली पड़ी जमीन पर भी लोग आसानी से यह व्यवसाय कर लेते हैं।

नर्सरी के लिए जरूरी चीजें

Nursery Gardening
Nursery Gardening

मिट्टी

किसी भी पौधे को तैयार करने के लिए सबसे पहले मिट्टी तैयार करना अथवा सीड बेड बनाना होता है। यह मिट्टी तरह तरह से तैयार की जाती है ताकि पौधे को सही तरीक़े से पोषक तत्व मिल सकें और वह अच्छी तरह से ग्रो कर सकें। पेड़-पौधों के अच्छे पोषण के लिए मिट्टी में रेत, जैविक खाद आदि डालकर तैयार करना होता है। आजकल तो लोग पोटिंग मिक्स का भी भरपूर उपयोग कर रहे हैं। 

खाद

नर्सरी के व्यवसाय में आपको अच्छे पेड़ पौधे तैयार करने की चुनौती होती है। ऐसे में रासायनिक और जैविक खाद इनकी ग्रोथ में काफ़ी हद तक सहायक होते हैं। पेड़-पौधों और बीजों में तरह तरह की बीमारी लगाने की सम्भावना बनी रहती है, इसलिए समय समय पर इनको कीटनाशक, जीवनाशक और अन्य रसायनों की जरूरत पड़ेगी।

उपकरण

नर्सरी के व्यापार में आपको कुछ उपकरण भी चाहिए होते हैं ताकि आपका काम आसान हो सके। यह उपकरण पौधे को पानी देने, उनकी कटाई करने, उन्हें ट्रांसपोर्ट करने आदि से सम्बंधित हो सकते हैं। यह आपके दिन प्रतिदिन के काम को बहुत ही सरल बना देते हैं और आपको बाज़ार में आसानी से मिल भी जाते हैं। इनको आप अपने उपयोग में लाने के साथ साथ सेल भी कर सकते हैं। 

नर्सरी में लगाने वाले पौधे

Nursery
Flowers for Nursery

बाज़ार में माँग को ध्यान में रखते हुए नर्सरी व्यवसाय में लगाने वाले पौधे को तीन भागों में विभाजित किया गया है। 

स्ट्रेच प्लांट नर्सरी

स्ट्रेच प्लांट नर्सरी में वह पौधे होते है, जो घरों या ऑफिस के अंदर या बाहर रखे जाते हैं। इस तरह के पौधों को लोग आमतौर पर अपने घर अथवा ऑफिस की सजावट के लिए खरीदते हैं। यह आपके घर अथवा ऑफ़िस की शोभा बढ़ाने के लिए उपयोगी होते हैं। 

कमर्शियल नर्सरी

व्यापारिक नर्सरी में पौधों और बीजों को एक बड़े स्तर पर तैयार किया जाता है। जिसका उपयोग किसान अपने खेतों में करते हैं। सरकारी विभाग इनका उपयोग ट्री प्लांटेशन से जुड़े विभिन्न सरकारी प्रोजेक्ट में करते हैं, जिसकी वजह से यह काफ़ी डिमांड में रहती है। 

लैंडस्केप प्लांट नर्सरी

लैंडस्केपिंग एक तरह की सर्विस है जो आपकी जगह को बाग़वानी के लिए उपयोगी बनाने के लिए ली जाती है। यह कम जगह को भी काफ़ी उपयोगी बना देती है। इस तरह की प्लांट नर्सरी में ग्राहक अपने घरों के बगीचे के लिए अपने हिसाब से पौधों को खरीदते हैं।

नर्सरी बिजनेस में लाभ

Benefits of Nursery
Benefits of Nursery

वर्तमान में नर्सरी का व्यापार बहुत ही उपयोगी और फायदेमंद है। हर कोई अपने घर में पेड़ पौधे रखना ही रखना चाहता है। क्योंकि हर किसी को अपना घर अथवा ऑफ़िस को सुंदर दिखाना है। अगर आप छोटे स्तर पर भी नर्सरी का व्यवसाय शुरू करते हैं तो भी हर महीने 25 से 50 हजार रुपए का लाभ कमा सकते हैं।

नर्सरी बिजनेस में खर्च

खर्च काम के स्तर पर निर्भर करता है, यदि आप बड़े स्तर पर बाग़वानी शुरू करेंगे तो खर्च ज़्यादा आएगा, कम अथवा  छोटे स्तर पर करेंगे तो खर्च कम आएगा। जितना बड़ा व्यवसाय होगा उसी के हिसाब से कमाई भी। लागत के साथ ही साथ समय देने की भी उतनी ही ज़रूरत होती है। 

नर्सरी बिज़नेस की मार्केटिंग कैसे करें?

नर्सरी में पौधे हर कोई तैयार कर लेता है लेकिन इनको बेचना भी आना चाहिए। इसलिए, शहर के नजदीक ही नर्सरी खोलें, इससे आपको दोहरा फ़ायदा होगा। आपके पौधों की बिक्री शहर और गांव दोनों जगहों पर हो सकती है। नई नई थीम और ऑफ़र का विकल्प उपलब्ध कराएँ। मार्केट की अच्छे से रिसर्च करें और लोगों की ज़रूरतों को समझें, और उसे अपने व्यवसाय में उपयोग करें। आस-पास के इलाक़ों में बैनर और बोर्ड लगवाएं। विज़िटिंग कार्ड, टेम्पलेट्स आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार करें। 

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...

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