नया स्पैम ट्रैकिंग सिस्टम करेगा भारतीय नंबरों के रूप में आने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉल्स को ब्लॉक: New Spam Tracking System
New Spam Tracking System

नया स्पैम ट्रैकिंग सिस्टम करेगा भारतीय नंबरों के रूप में आने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉल्स को ब्लॉक: New Spam Tracking System

यह कदम न केवल आपको सुरक्षित रखने के लिए है, बल्कि आपके स्मार्टफोन को साइबर अपराधियों के हमलों से भी बचाएगा।

New Spam Tracking System: क्या आपने कभी सोचा है कि आपको एक ऐसा फोन कॉल आ रहा है जो आपके अपने शहर से लग रहा है, लेकिन वास्तव में वह किसी दूसरे देश से है? अब, इस धोखे को खत्म करने के लिए सरकार ने एक नया स्पैम-ट्रैकिंग सिस्टम पेश किया है। यह नया सिस्टम उन अंतरराष्ट्रीय कॉलों की पहचान करेगा जो भारतीय फोन नंबरों के रूप में दिखती हैं और उन्हें तुरंत ब्लॉक कर देगा। यह कदम न केवल आपको सुरक्षित रखने के लिए है, बल्कि आपके स्मार्टफोन को साइबर अपराधियों के हमलों से भी बचाएगा।

सरकार ने इस नए स्पैम-ट्रैकिंग सिस्टम की शुरुआत की है, जिसका लक्ष्य है उन भ्रामक कॉलों का पता लगाना और उन्हें ब्लॉक करना, जो दिखने में स्थानीय लगती हैं लेकिन वास्तव में विदेशों से आती हैं। सिस्टम लागू होने के सिर्फ 24 घंटों के अंदर, लगभग 1.35 करोड़ यानी 90% स्पूफ की गई अंतरराष्ट्रीय कॉलों को टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं द्वारा भारतीय ग्राहकों तक पहुंचने से रोक दिया गया।

Also read: जालसाजी के नए तरीके से लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बना रहे हैं ठग

New Spam Tracking System
spam call

केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ‘अंतरराष्ट्रीय इनकमिंग स्पूफ्ड कॉल्स प्रिवेंशन सिस्टम’ का अनावरण किया और सरकार की डिजिटल सुरक्षा और नागरिकों को साइबर अपराध से बचाने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। इस सिस्टम के साथ, भारतीय टेलीकॉम उपयोगकर्ताओं को उन स्पूफ्ड कॉलों में उल्लेखनीय कमी देखने को मिलेगी जो +91 नंबरों को प्रदर्शित करती हैं।

इन स्पूफ्ड कॉलों को विभिन्न घोटालों से जोड़ा गया है, जैसे सरकारी अधिकारी बनकर बात करना और जनता के बीच दहशत फैलाना। ऐसे कई घटनाएं सामने आई हैं जिनमें नकली DoT/TRAI अधिकारियों द्वारा मोबाइल डिस्कनेक्शन की धमकी, झूठी डिजिटल गिरफ्तारी, और मादक पदार्थों से संबंधित फर्जी आरोपों का सामना करना पड़ा है।

संचार विभाग (DoT) और TSPs ने मिलकर एक ऐसा सिस्टम तैयार किया है जो इन धोखाधड़ी वाली कॉलों को भारतीय उपयोगकर्ताओं तक पहुंचने से रोकने का काम करेगा।

सोनल शर्मा एक अनुभवी कंटेंट राइटर और पत्रकार हैं, जिन्हें डिजिटल मीडिया, प्रिंट और पीआर में 20 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने दैनिक भास्कर, पत्रिका, नईदुनिया-जागरण, टाइम्स ऑफ इंडिया और द हितवाद जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम किया...