माउंट आबू के ये हैं घूमने के लिए बेहतरीन स्थान
माउंट आबू बेहद ही खूबसूरत जगहों में से एक है। आप यहां कई खूबसूरत जगह पर घूम सकते हैं। आइए जानते हैं इन जगहों के बारे में-
Mount Abu Me Ghumne ki Best Jagah: माउंट आबू राजस्थान में गुजरात सीमा के पास स्थित एक हिल स्टेशन है, जो अरावली रेंज में एक ऊंचे चट्टानी पठार पर स्थित और यह जंगलों से घिरा है। यहां अपेक्षाकृत ठंडी जलवायु रहती है, जो राजस्थान का बेहद ही आकर्षक केंद्र है। यहां आप कई खूबसूरत जगहों पर घूम सकते हैं, जिसमें दिलवाड़ा जैन मंदिर, नक्की झील, पीस पार्क, गुरु शिखर शिखर, सनसेट पॉइंट, अचलगढ़ किला इत्यादि शामिल है। आइए विस्तार से जानते हैं माउंट आबू के 20 से अधिक घूमने के लिए बेहतरीन स्थान और प्रमुख दर्शनीय स्थल कौन से हैं?
माउंट आबू में घूमने के लिए 20 खूबसूरत जगह – Famous Places in Mount abu
| जगह | शहर से दूरी/किलोमीटर |
| स्थल गुरु शिखर (Guru Shikhar) | 14.1 |
| अर्बुदा देवी मंदिर (Arbuda Devi Temple) | 1.8 |
| हनीमून प्वाइंट (Honeymoon Point) | 2.5 |
| दिलवाडा मंदिर (Dilwara Temple) | 2.6 |
| अचलगढ़ फोर्ट (Achalgarh Fort ) | 9.0 |
| ब्रम्हाकुमारी पार्क (Brahma Kumaris Peace Park) | 8.0 |
| वाइल्डलाइफ सेंचुरी (wildlife sanctuary ) | 3.5 |
| ओम शांति भवन (Universal Peace Hall) | 1.4 |
| गौमुख टेंपल या ऋषि वशिष्ट आश्रम (Gaumukh Temple) | 4.0 |
| सनसेट पॉइंट (sunset point) | 2.4 |
| टॉड रॉक (Toad Rock) | 1.5 |
| ट्रेवर्स टैंक (Trevor’s Tank) | 4.1 |
| चंपा कैव (Champa Cave) | 1.0 |
| शंकर मठ (Shankar Math ) | 0.29 |
| अचलेश्वर महादेव जी का मंदिर (Achaleshwar Mahadev Temple) | 8.9 |
| सरकारी संग्रहालय माउंट आबू (Government Museum Mount Abu) | 0.7 |
| नक्की लेक मार्केट (Nakki Lake Market) | 1.1 |
| रघुनाथ टेंपल (raghunath temple) | 1.4 |
| अचलगढ़ विलेज (Achalgarh Village) | 9 |
| नक्की झील (Nakki Lake) | 1.1 |
स्थल गुरु शिखर (Guru Shikhar)

गुरु शिखर, 5,676 फीट (1722 मीटर) की ऊंचाई पर स्थित चोटी है, जो राजस्थान की सबसे ऊंची चोटी है। अगर आप माउंट आबू में घूमने के लिए जा रहे हैं, तो इस खूबसूरत जगह को देखना बिल्कुल भी न भूलें। यहां से आपको आसपास के शानदार दृश्य देखने का मौका मिलेगा।
यह शिखर भगवान विष्णु के अवतार दत्तात्रेय के मंदिर का घर है, इसलिए उनके नाम पर इस शिखर का नाम गुरु शिखर कहा जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि गुरु दत्तात्रेय ने इस स्थान को प्रतिष्ठित किया था।
प्रवेश शुल्क
स्थल गुरु शिखर में प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। इस स्थान पर प्रवेश शुल्क नि:शुल्क है। यहां आप सुबह 9 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक घूम सकते हैं।
अर्बुदा देवी मंदिर (Arbuda Devi Temple)
यद मंदिर एक गुफा में स्थित है, जो माउंट आबू क्षेत्र के प्रचलित धार्मिक स्थलों में से एक है। अर्बुदा देवी मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको 365 सीढ़ियां चढ़कर जाना होता है। यह मंदिर एक उबड़-खाबड़ विभाजन के अंदर स्थित है। यह मंदिर माउंट आबू में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। अर्बुदा देवी मंदिर मां दुर्गा को समर्पित है।

प्रवेश शुल्क
अर्बुदा देवी मंदिर में जाने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। इस मंदिर में आप सुबह 5 बजे से लेकर दोपहर के 12 बजे तक और शाम में 4 बजे से लेकर रात के 8 बजे तक प्रवेश कर सकते हैं।
हनीमून प्वाइंट (Honeymoon Point)

हनीमून प्वाइंट करीब 4000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। अगर आप माउंट आबू गए हैं, तो हनीमून पॉइंट देखना बिल्कुल भी न भूलें। यहां डूबते हुए सूरज को देखना आपके लिए बेहतरीन एक्सपीरियंस हो सकता है। आप अपने पार्टनर के साथ इस जगह की एक रोमांटिक तस्वीर ले सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
माउंट आबू के हनीमून प्वाइंट जाने के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां सुबह 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक जा सकते हैं और यहां की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं।
दिलवाडा जैन मंदिर (Dilwara Jain Temple)

राजस्थान में माउंट आबू की हरी-भरी अरावली पहाड़ियों के बीच स्थित, दिलवाड़ा मंदिर जैनियों के लिए सबसे सुंदर तीर्थ स्थलों में से एक है। यह वास्तुपाल तेजपाल द्वारा डिज़ाइन किया गया और 11वीं और 13वीं शताब्दी के बीच विमल शाह द्वारा निर्मित है। यह मंदिर संगमरमर के पत्थरों से बना है, जो अपनी जटिल नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है। बाहर से, दिलवाड़ा मंदिर काफी भव्य दिखता है, लेकिन एक बार जब आप अंदर प्रवेश करते हैं, तो आप छतों, दीवारों, मेहराबों और खंभों पर उकेरी गई शानदार डिजाइनों और पैटर्न को देखकर आश्चर्यचकित हो जाएंगे।
प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। यदि आप जैन हैं, तो आप यहां सुबह 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक घूम सकते हैं। वहीं, सामान्य लोगों के लिए यह दोपहर के 12 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक खुला रहता है।
अचलगढ़ फोर्ट (Achalgarh Fort )
अचलगढ़ किला माउंट आबू में स्थित है, जो 15वीं सदी का शानदार किला है, जो अब खंडहर हो चुका है। खंडहर हो चुके किले परिसर में हनुमानपोल नामक एक विशाल द्वार है, जो मुख्य प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता था। किला परिसर के अंदर एक प्रसिद्ध शिव मंदिर (अचलेश्वर महादेव मंदिर) और मंदाकिनी झील है।

प्रवेश शुल्क
इस किला में प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नही देना पड़ता है। आप यहां सुबह 10 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक घूम सकते हैं।
ब्रम्हाकुमारी पार्क (Brahma Kumaris Peace Park)
ब्रह्माकुमारीज़ पार्क बेहद ही शांत स्थल है, जहां आप कुछ समय शांति के साथ अपना समय बिता सकते हैं।

यह ब्रह्माकुमारी बेस कैंप से लगभग आठ किलोमीटर दूर स्थित हैं, जहां एक एक रेगिस्तानी झरना है। अगर आप माउंट आबू जाएं, तो इस पार्क में कुछ समय शांति से जरूर बिताएं।
प्रवेश शुल्क
ब्रम्हाकुमारी पार्क में प्रवेश करना नि: शुल्क है। आप बिना शुल्क के यहां आराम से कुछ समय अपना समय बिता सकते हैं। यहां आप सुबह 8 बजे से लेकर शाम के 7 बजे तक घूम सकते हैं।
वाइल्डलाइफ सेंचुरी (wildlife sanctuary )
माउंट आबू जाकर अगर आप कुछ समय वन्यजीव अभयारण्य में गुजारना चाहते हैं, तो यहां के वाइल्डलाइफ सेंचुरी जरूर जाएं। यह अभयारण्य माउंट आबू पर्वत श्रृंखला के सबसे पुराने हिस्सों में से एक है, जहां आपको उत्कृष्ट दृश्यों को देखने का मौका मिल सकता है। इस पूरे क्षेत्र की वनस्पतियों और जीवों को संरक्षित करने के लिए सन् 1960 में इसे एक वन्यजीव अभयारण्य का दर्जा दिया गया था।

प्रवेश शुल्क
इस वाइल्डलाइफ सेंचुरी में प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। हालांकि, अगर आप सफारी जीप लेते हैं, तो आपको प्रति व्यक्ति 300 रुपये देना पड़ सकता है। यहां आप सुबह 9 बजे से लेकर शाम के 5.30 बजे तक घूम सकते हैं।
ओम शांति भवन (Universal Peace Hall)
माउंट आबू में यूनिवर्सल पीस हॉल, जिसे ओम शांति भवन के नाम से भी जाना जाता है। यह ब्रह्मा कुमारी आध्यात्मिक विश्वविद्यालय का मुख्य असेंबली हॉल है, जिसका निर्माण 1983 में किया गया था। यहां करीब 5,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इस शांति हॉल में विभिन्न आयोजनों होते है। यूनिवर्सल पीस हॉल को एक सार्वजनिक पर्यटन स्थल घोषित किया गया था, जिसके बाद प्रतिदिन 8,000 से अधिक लोग यहां आते हैं।

प्रवेश शुल्क
यह एक तरह का आश्रम है, जहां पर प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां सुबह 8 बजे से लेकर 11 बजे तक और शाम में 4 बजे से लेकर 7.30 बजे तक घूम सकते हैं।
गौमुख टेंपल या ऋषि वशिष्ट आश्रम (Gaumukh Temple)
यह माउंट आबू में सबसे अधिक देखे जाने वाले तीर्थ स्थलों में से एक, जो भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर का मुख्य आकर्षण केंद्र यहां की 700 सीढ़ियों की पवित्र चढ़ाई है। यह पूरे वर्ष धार्मिक तीर्थयात्राओं और ध्यान के लिए प्रसिद्ध है। यह घने घने जंगलों के बीच स्थित है, जहां पर गौमुख, भगवान कृष्ण, भगवान राम और ऋषि वशिष्ठ की मूर्तियों स्थापित हैं। साथ ही संगमरमर के बैल के मुंह से गिरने वाली रहस्यमयी जलधारा यहां का सबसे प्रमुख आकर्षक केंद्र बना हुआ है।

प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां सुबह 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक घूम सकते हैं।
नक्की झील (Nakki Lake)
यह झील माउंट आबू में अरावली पर्वतमाला के बीच में स्थित है, जो प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है। यहां आप अद्भुत प्राकृतिक नजारा प्रकृति प्रेमियों को बेहद ही पसंद आ सकात है। यह भारत की पहली मानव निर्मित झील है जिसकी गहराई लगभग 11,000 मीटर और चौड़ाई सवा मील है। यह झील हिल स्टेशन के केंद्र में स्थित है, जिसके आसपास काफी हरियाली, पहाड़ें और अजीब से आकार की चट्टाने हैं। यह झील प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफी के काफी ज्यादा आकर्षक हो सकता है।

प्रवेश शुल्क
नक्की झील के आसपास घूमने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां सुबह 9.30 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक घूम सकते हैं। यहां घूमने में करीब 1 से 2 घंटे का समय लग सकता है।
सनसेट पॉइंट (sunset point)
अगर आप माउंट आबू का सनसेट पॉइंट नहीं देखते हैं, तो आपकी यात्रा अधूरी हो जाएगी। डूबते सूरज की किरणों से सराबोर अरावली पर्वतमाला काफी ज्यादा आकर्षक लगती है। माउंट आबू में सनसेट पॉइंट को देखने के लिए अक्सर प्रकृति प्रेमी आते हैं, जहां सूरज की डूबती किरणों को देखना एक अलग सा अनुभव हो सकता है।

प्रवेश शुल्क
इस व्यू पॉइंट पर जाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को प्रवेश शुल्क के रूप में 50 रुपये देना पड़ता है। आप यहां सुबह 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक जा सकते हैं।
टॉड रॉक (Toad Rock)
माउंट आबू में नक्की झील के दक्षिण में टॉड रॉक स्थि है, जो एक विशाल चट्टान का टुकड़ा है जो झील के पानी में कूदने वाले एक मेंढक की तरह दिखता है। इसे माउंट आबू के शुभंकर के रूप में जाना जाता है, जो पर्यटकों के बीच काफी ज्यादा प्रचलित है। इस चट्टान के आसपास की झील और हरे-भरे पहाड़ी क्षेत्रों की मनोरम सुंदरता इस क्षेत्र को और अधिक आकर्षक बनाती है।

प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक घूम सकते हैं। इस जगह को घूमने में आपको करीब 1 घंटे का समय लग सकता है।
ट्रेवर्स टैंक (Trevor’s Tank)
ट्रेवर टैंक एक मानव निर्मित मगरमच्छ प्रजनन स्थल और वन्यजीव अभयारण्य है। इसे ट्रेवर क्रोकोडाइल पार्क के नाम से भी जाना जाता है। यहां आप अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए जा सकते हैं। इस टैंक में घूमने के लिए सफारी उपलब्ध हैं। हालांकि, आप पैदल भी घूम सकते हैं। साथ ही यहां पक्षियां भी कई तरह की हैं।

प्रवेश शुल्क
इस टैंक मे प्रवेश के लिए आपको प्रत्येक व्यक्ति 50 रुपये देना पड़ सकता है। अगर आप कार लेकर जा रहे हैं, तो 250 रुपये अतिरिक्त शुल्क देना पड़ सकता है। साथ ही टू व्हीलर वाहन के लिए 35 रुपये देना पड़ता है।
चंपा कैव (Champa Cave)
चंपा कैव माउंट आबू का एक ऐतिहासिक स्थल है, जो ट्रैकिंग के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। यह नक्की झील और टॉड रोड के बीच स्थित है। चंपा गुफा ऐतिहासिक महत्व रखती है, क्योंकि यहीं पर स्वामी विवेकानन्द ने 1891 में कुछ सप्ताह रहकर ध्यान किया था।

प्रवेश शुल्क
इस गुफा में प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां सुबह 9 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक जा सकते हैं।
शंकर मठ (Shankar Math )
शंकर मठ माउंट आबू में एक भगवान शिव का मंदिर है। यह काले पत्थर से बना 9 फीट ऊंचे शिव लिंग के लिए प्रसिद्ध है। भक्तों का मानना है कि इस शिव लिंग पर उनकी तीसरी आंख स्वयं प्रकट हुई थी, इसलिए शंकर मठ काफी ज्यादा पूजनीय है। मानसून के दौरान बारिश के पानी से शिव लिंग खुद-ब-खुद ही स्नान हो जाता है।

प्रवेश शुल्क
इस मठ में प्रवेश के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। यहां यहा अप्रैल से सितंबर माह में सुबह 7 बजे से लेकर 11.30 बजे और शाम के 4 बजे से लेकर 8.30 बजे तक पूजा कर सकते हैं। वहीं, अक्टूबर से मार्च माह में आप सुबह 7.30 बजे से लेकर दोपहर 12.30 बजे और शाम में 4 बजे से लेकर 7.30 बजे तक पूजा अर्चना कर सकते हैं।
अचलेश्वर महादेव जी का मंदिर (Achaleshwar Mahadev Temple)
अचलेश्वर महादेव मंदिर माउंट आबू में एक भगवान शिव का मंदिर है, जो अचलगढ़ किला परिसर में स्थित है। ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर भगवान शिव के पैर के अंगूठे के निशान के आसपास बनाया गया है, जिनकी यहां शिव लिंग के रूप में पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि यह शिव लिंग दिन में 3 बार रंग बदलता है – सुबह लाल, दोपहर में केसरिया और शाम को गेहुंआ रंग हो जाता है।

प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में दर्शन के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां सुबह 6 बजे से लेकर रात के 8 बजे तक दर्शन के लिए जा सकते हैं।
सरकारी संग्रहालय माउंट आबू (Government Museum Mount Abu)
माउंट आबू में सरकारी संग्रहालय एक प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है, जो राजभवन परिसर के अंदर स्थित है। इस म्यूजियम में जनजातीय जीवन को दर्शाने वाली कलाकृतियों का समृद्ध संग्रह है। यहां प्रदर्शन में पीतल की कलाकृतियां और जन कांस्य नक्काशी भी हैं। संग्रहालय का मुख्य आकर्षण केंद्र नर्तकी की उत्कृष्ट नक्काशीदार मूर्तियां हैं।

प्रवेश शुल्क
इस म्यूजियम में प्रवेश के लिए आपको प्रति व्यक्ति 10 रुपये देना पड़ता है। वहीं, अगर आप स्टूडेंट हैं, तो आपको सिर्फ 5 रुपये देना होगा। आप यहां सुबह 9.30 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक घूम सकते हैं।
नक्की लेक मार्केट (Nakki Lake Market)
नक्की लेक मार्केट माउंट आबू का मुख्य शॉपिंग मार्केट है। यह छोटी दुकानों और स्टॉल हैं, जो नक्की झील की सड़कों पर फैला हुआ है। यह बाज़ार स्थानीय राजस्थानी हस्तशिल्प जैसे बंधनी कपड़े, सूती और रेशम जयपुर रजाई, हस्तनिर्मित गुड़िया, हैंडबैग, पेंटिंग और चमड़े के सामान के लिए काफी ज्यादा मशहूर है।

प्रवेश शुल्क
यह एक शॉपिंग बाजार है, जिसमें प्रवेश के लिए आपको शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां सुबह 8 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक घूम सकते हैं।
रघुनाथ टेंपल (raghunath temple)
यह मंदिर करीब 650 साल पुराना मंदिर है, जो नक्की झील के तट पर स्थित है। यह मंदिर भगवान विष्णु के पुनर्जन्म को समर्पित है। मुख्य रूप से, यहां वैष्णव लोग आते हैं, जो मंदिर को पृथ्वी का सबसे पवित्र स्थानों में से एक मानते हैं। ऐसा माना जाता है कि रघुनाथ जी अपने अनुयायियों को सभी प्राकृतिक आपदाओं से बचाते हैं। इस मंदिर में आप मेवाड़ की स्थापत्य विरासत को देख सकते हैं। साथ ही रघुनाथ मंदिर में नाजुक पेंटिंग और नक्काशी देखी जा सकती है।

प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। मंदिर पूरे सप्ताह सुबह 5 बजे से लेकर दोपहर के 12 बजे तक और शाम के 4 बजे से लेकर रात के 8 बजे तक खुला रहता है।
अचलगढ़ विलेज (Achalgarh Village)
अचलगढ़ विलेज माउंट आबू का काफी सुंदर गांव है, जो अचलगढ़ किले और अचलेश्वर मंदिर के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। अचलगढ़ किला एक पर्वत शिखर की चोटी पर स्थित है।

प्रवेश शुल्क
आपको इस गांव में प्रवेश के लिए किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। यहां आप कभी भी किसी भी समय में घूम सकते हैं।
माउंट आबू घूमने का सही समय – Best time to visit Mount abu
माउंट आबू घूमने के लिए सबसे सही समय सितंबर माह से लेकर मार्च माह माना जाता है। इस दौरान यहां का मौसम बेहद ही सुहावना होता है, जो आपको एक बेहतरीन एक्सपीरियंश दे सकता है।
माउंट आबू कैसे पहुंचे?
ट्रेन : माउंट आबू जाने के लिए आप अपने शहर से माउंट आबू रेलवे स्टेशन की टिकट लें, इसके बाद यहां पहुंचकर माउंट आबू मुख्य शहर के लिए कैब बुक करें। स्टेशन से माउंट आबू शहर करीब 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

हवाई यात्रा : माउंट आबू आप हवाई मार्ग से भी जा सकते हैं। हालांकि, माउंट आबू में कोई हवाई अड्डा नही है। यहां जाने के लिए आपको उदयपुर के दबोक में स्थित महाराणा प्रताप हवाई अड्डा के लिए टिकट लेना पड़ेगा। इसके बाद आप कैब या फिर किसी प्राइवेट गाड़ी से यहां पहुंच सकते हैं।
मार्ग : आप सड़कों के माध्यम से भी माउंट आबू पहुंच सकते हैं। इसके अलावा आपको बस की सुविधाएं भी मिल सकती हैं। हालांकि, अपने शहर से एक बार दूरी जरूर चेक करें।
माउंट आबू में ठहरने के लिए 5 स्टार होटल
होटल हिलॉक
पता : आबू कार्ट रोड, माउंट आबू, राजस्थान 307501
अबू ग्रांड होटल
पता : मुंशीपल कॉलोनी, होटल हिलॉक के पास, माउंट आबू,
होटल माउंट वे
पता : अम्बाजी इंडस्ट्रीज़ एरिया, एनएच 27, रिक्को कॉलोनी, आबू रोड
FAQ | क्या आप जानते हैं
यहां घूमने के लिए आपको करीब 3 से 4 दिन का समय चाहिए।
यहां घूमने का खर्चा इस बात पर डिपेंट करता है कि आप कितने दिन और किस तरह का होटल और वाहन ले रहे हैं। अगर आप अपना कम बजट लेकर चलते हैं, तो आपको करीब 2 से 3 हजार रुपये घूमने के लिए चाहिए।
यहां घूमने का सबसे अच्छा समय सितंबर माह से लेकर मार्च के माह तक होता है।
आप अपने बजट के हिसाब से होटल बुक करके यहां रह सकते हैं।
रात के समय आप नक्की लेक मार्केट, रघुनाथ टेंपल, अचलगढ़ विलेज जैसे स्थान घूम सकते हैं।
