Coimbatore Hill Station: भारत का हर एक प्रांत अपने आप में खास है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और अरुणाचल प्रदेश से लेकर गुजरात तक, हर प्रदेश में सांस्कृतिक और रचनात्मक धरोहरों की भरमार है। हिल स्टेशन हो या बीचेस, आइलैंड हो या बड़ी मल्टीप्लेक्स सिटीज, भारत में घूमने के लिए हजारों खास जगह मौजूद हैं। इन्हीं खास जगहों में एक है साउथ इंडिया के तमिलनाडु में स्थित कोयंबटूर।
इंडिया का मैनचेस्टर कहलाए जाने वाला ये हिल स्टेशन यूं तो भारत के अंतिम छोर पर स्थित है, लेकिन इसकी खूबसूरती इसे भारत की जान, उसका दिल कहने पर मजबूर कर देती है। देश विदेश से हजारों लोग हर साल अपनी छुट्टियां मनाने कोयंबटूर पहुंचते हैं। यहां एक से एक मंदिर, रेस्ट्रो और दूसरे टूरिस्ट स्पॉट बसे हुए हैं, जिस कारण ये सभी की चॉइस पर खरा उतरता है। प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज कोयंबटूर नेचर लवर्स को भी निराश नहीं करता है। आइए जानते हैं, इस खूबसूरत टूरिस्ट स्पॉट की कुछ विशेषताएं।
कोयंबटूर हिल स्टेशन की विशेषताएं
आदियोगी प्रतिमा
ईशा फाउंडेशन आज पूरे विश्व में प्रसिद्ध है, यह प्रतिमा इस संस्थान के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव द्वारा डिजाइन की गई है। आदियोगी भगवान महादेव की यह प्रतिमा देश-विदेश से आने वाले लोगों के आकर्षण का केंद्र बनती है। 112 फीट की ऊंचाई के साथ यह प्रतिमा गिनीज वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराती है। इस मूर्ति के निर्माण में करीब 500 टन स्टील का उपयोग किया गया है। इसको देखने मात्र से शरीर में ऊर्जा का संचार हो जाता है। मंत्रमुग्ध कर देने वाली इस मूर्ति की सुंदरता हर धर्म, हर वर्ग के व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित करती है।
सिरुवानी झरना और बांध
टूरिस्ट स्पॉट्स की बात शुरु करते ही मन में खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य उभर कर आते हैं। सिरुवानी झरना उन दृश्यों का साक्षात स्वरूप है। ये पहली नजर में आपका फेवरेट टूरिस्ट स्पॉट बन सकता है। यहां की वाइल्डलाइफ, नेचर और एडवेंचर को कोई चाहकर भी नजरंदाज नहीं कर सकता है। इस एक जगह पर आपको प्रकृति के सभी स्वरूपों का दर्शन हो जाएगा। अपनी ट्रिप के दौरान यहां जंगल सफारी और ट्रेकिंग करना एक लाइफटाइम एक्सपीरियंस बन जाता है।
जानामरुधमलाई मंदिर
500 फीट की ऊंचाई पर स्थित भगवान मुरुगन या कार्तिकेय का यह खूबसूरत मंदिर आपके मन को मोहित कर सकता है। इस मंदिर में भारत की एक प्रत्यक्ष छवि दिखती है। अद्भुत पहाड़ियों के बीच स्थित यह मंदिर प्राकृतिक और सांस्कृतिक सुंदरता का अद्वितीय संगम है। मंदिर में की गई द्रविड़ वास्तुकला आंखों के लिए किसी ट्रीट की तरह है। यहां आयुर्वेद और जड़ी बूटियों का विस्तार भी देखने को मिलता है। नेचर लवर्स हों या देश दुनिया की संस्कृति को जानने में रुचि रखने वाले हर किसी के लिए यह मंदिर स्पेशल ही है।
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कोवई कोंडट्टम
ट्रिप में बच्चों के लिए भी कुछ खास होना जरूरी है। कोयंबटूर में एम्यूजमेंट पार्क्स की भी कोई कमी नहीं है, इन्हीं में एक है कोवई कोंडट्टम, जो इंटरटेनमेंट और मस्ती के लिए परफेक्ट स्पॉट है। यहां की राइड्स और चमक धमक अक्सर ही टूरिस्ट्स के आकर्षण का केंद्र बनती हैं। बच्चों को इस इको फ्रेंडली थीम पार्क में घुमाना ना भूलें।
वैदेही वॉटरफॉल
कोई नेचर लवर हो या ना हो, वॉटरफॉल तो हर किसी को पसंद होते ही हैं। वैदेही वॉटरफॉल देखने भर से मन शांत हो जाता है और मस्तिष्क में शीतलता का प्रभाव बढ़ जाता है। कोयंबटूर घूमने जाएं और वैदेही जलप्रपात को ना देखें तो आपकी ट्रिप अधूरी है। यह विशाल वाटरफॉल जाने के बाद, वहां से वापिस आने की इच्छा खत्म हो जाती है। यहां जाना, अपने खास लोगों के साथ समय बिताना और उन्हें खूबसूरत तस्वीरों में कैद करना लोगों को बहुत भाता है।