Ghumarwin: गर्मी के मौसम में ठंडक महसूस करने के लिए हम कभी एसी का सहारा लेते है, तो कभी ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करते हैं। मगर फिर भी मन माफिक सुकून नहीं मिल पाता है। अब गर्म हवाओं को रोकना तो संभव नहीं है, मगर ठंडे इलाकों का रूख किया जा सकता है। जी हां तपती गर्मी में अगर कुछ याद आता है, तो वो है हिल स्टेशन। जहां न केवल मौसम खुशगवार रहता है बल्कि कई प्रकार की एक्टिविटिज़ से भी सफर रोमांचक बन जाता है। हिमाचल की ठंडी वादियों में पर्यटकों को न केवल उंचे पहाड़ और प्राकृतिक नज़ारों के दर्शन होते हैं बल्कि यहां का मौसम भी सैलानियों को अपनी ओर आर्कषित करता है। इन्हीं वादियों में बसा है घुमारवीं हिल स्टेशन। जहां पहाड़ों से लेकर झरने और बाधं से लेकर नैना देवी मंदिर तक। हर जगह पर्यटन की दुष्टि से महत्वपूर्ण है। घुमारवीं दिल्ली से लगभग 384 किलोमीटर दूर बसा है। अगर आप अप्रैल में तपती गर्मी में राहत की तलाश में छुट्टीयों में कही घूमने का प्लान बना रहें हैं तो आपको यहां ज़रूर घूमने आना चाहिए। तो आइए जानते हैं घुमारवीं के पर्यटन स्थलों के बारे में।
बंदला हिल टॉप

घुमारवीं में घूमने के लिए और प्रकृति को करीब से देखने के लिए बंदला हिल टॉप सबसे बेहतरीन जगह है। इस जगह को सेल्फी प्वाइंट के नाम से भी जाना जाता है। इस हिल टॉप से आप पूरे शहर को आसानी से निहार सकते हैं। बिलासपुर ज़िले के अंदर पड़ने वाला बंदला हिल टॉप चारों ओर से प्राकृतिक नज़ारों से घिरा हुआ नज़र आता है।
भाखड़ा बांध

भाखड़ा बांध भी हिमाचल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है। सतलुज नदी पर बना भाखड़ा.नंगल बांध भारत का दूसरा सबसे बड़ा बांध है, जो यहां बाढ़ की स्थ्ति को बनने से रोकता है। इस बांध पर मौजूद संयंत्र से ही हिमाचल समेत पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और की बिजली आपूर्ति होती है। 740 फीट उंचे इस बांध की खूबसूरती बारिश के दौरान और भी बढ़ जाती है। मगर बारिश के मौसम में यहां घूमना उचिच नहीं माना जाता। घुमारवीं में अगर आप भाखड़ा बांध घूमने के लिए जा रहे हैं, तो यह जगह पिकनिक स्थल के तौर पर भी बेहद प्रसिद्ध हैं। इस खूबसूरत जगह पर हर दिन हजारों लोग घूमने फिरने के लिए पहुंचते हैं और अपनी यात्रा का आनंद उठाते हैं।
श्री नैना देवी जी मंदिर

धार्मिक दृष्टि से भी घुमारवीं हिल स्टेशन का अपना एक खास महत्व है और श्री नैना देवी जी का मंदिर यहां के उल्लेखनीय स्थलों में शुमार है। बिलासपुर में मौजूद ये मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है जहां सती के अंग पृथ्वी पर गिरे हैं। इस पवित्र तीर्थ स्थान पर वर्ष भर तीर्थयात्रियों और भक्तों का मेला लगा रहता है। इस मेले में हिस्सा लेने के लिए आसपास के इलाकों और पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत देश के सभी क्षेत्रों से लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं। समुद्र तल से 1219 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर को राजा बीर चंद ने 8 वीं शताब्दी में बनवाया था। हांलाकि इस मंदिर को लेकर कई प्रकार की पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैं। यहां हर समय पर्यटकों की खासी भीड़ नज़र आती है। नियमित रूप में पर्यटकों की भीड़ बनी रहती है। नैना देवी मंदिर के आसपास कई रहस्यमय लोक कथाएं हैं जो पर्यटकों को यात्रा करने के लिए आकर्षित करती हैं। स्थानीय लोगों की मान्यता है कि ये पवित्र स्थल उनकी हर हाल में रक्षा करता है। अगर आप रेल से सफर कर रहे हैं, तो आनंदपुर साहिब स्टेशन सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन पड़ता है। जो वहां से करीब 30 किलोमीटर दूरी पर है। वहीं निकटतम हवाई अड्डा चंडीगढ़ है। चण्डीगढ़ से श्री नैना देवी जी मंदिर की दूरी लगभग 100 किमी की है और दिल्ली से यही दूरी 350 किमी है।
कोल्डम बांध

घुमारवीं में मौज मस्ती के साथ अगर आप अपने ज्ञान में इज़ाफा करना चाहते हैं, तो यहां बहुत से ऐसे स्थल है, जो आपको विभिन्न प्रकार की जानकारी देने में समर्थ है। इन्ही में से एक है कोल्डम बांध, जो सतलुज नदी पर बना हुआ है। बिलासपुर से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर बना ये बांध घुमारवीं के प्रसिद्ध स्थ्लों में शुमार है। यहां पर आने वाले सैलानी इस बांध का रूख अवश्य करते हैं। इसके अलावा लोग इस जगह पर पिकनिक के लिए भी दोस्तों के साथ आते हैं। कोल्डम बांध एक तटबंध बांध है, जिसकी उंचाई 167 मीटर है।
गोबिंद सागर व्यू पॉइंट

अगर आप कुछ देर शांत रहकर प्रकृति और जीव जंतुओं की चहचहाहट को महसूस करना चाहते हैं, तो ये स्थल इसके लिए बिल्कुल सटीक है। जी हां घुमारवीं के पास गोबिंद सागर व्यू पॉइंट पर सैलानी अक्सर शाम के वक्त आते है और प्राकृतिक नजारों को जी भरकर निहारते हैं। यहां की खूबसूरती और आबो हवा आपको यहीं का बना देती है। आप चाहें तो दोस्तों यां फिर परिवार के साथ भी वीकेंड के लिए इस जगह का रूख कर सकते हैं। यहां पर लोग सैर पर भी निकलते है और कुदरती नज़ारों को निहारते हैं। इसके अलावा यहां पर कई प्रकार के पक्षियों की प्रजातियां भी देखने को मिलते हैं। इसके अलावा ये जगह वॉटर स्पोर्टस के हिसाब से भी बेहद खास है। यहां पर पानी में कुछ देर बैठने के अलावा आप कई प्रकार की एक्टिविटिज़ में भी हिस्सा ले सकते हैं।
अगर आप घूमने फिरने के लिए घुमारवीं की ओर आते हैं, तो इन जगहों को एक नज़र ज़रूर देंखें। आप चाहे तो सड़क मार्ग, रेल मार्ग और हवाई मार्ग। हर प्रकार से आप यहां पहुंच सकते हैं। फिर यहां पहुंचकर आप टैक्सी यां फिर कैब से अपनी सुविधानुसार जगहों को देख सकते हैं और मन मुताबिक घूम फिर सकते हैं।
