कांगला किला की ख़ास बातें और महत्व
यह किला राज्य की राजधानी इंफाल में स्थित है और एक समय पर मणिपुर के शासकों का प्रमुख निवास स्थान हुआ करता था। कांगला किला मणिपुरी संस्कृति, धार्मिक मान्यताओं और राजनीतिक इतिहास का एक अनमोल हिस्सा है।
Kangla Fort Manipur: भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर में स्थित कांगला किला न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण है बल्कि यह मणिपुरी राजाओं की गौरवशाली विरासत का प्रतीक भी है। यह किला राज्य की राजधानी इंफाल में स्थित है और एक समय पर मणिपुर के शासकों का प्रमुख निवास स्थान हुआ करता था। कांगला किला मणिपुरी संस्कृति, धार्मिक मान्यताओं और राजनीतिक इतिहास का एक अनमोल हिस्सा है। इसकी वास्तुकला, पौराणिक कथाएँ और ऐतिहासिक घटनाएँ इसे मणिपुर के सबसे महत्वपूर्ण स्थलों में शामिल करती हैं।
कांगला किले की पृष्ठभूमि
कांगला किला मणिपुर के प्राचीन राजवंशों से जुड़ा हुआ है और इसकी जड़ें मणिपुरी इतिहास में गहराई तक समाई हुई हैं। कांगला कभी मणिपुरी संस्कृति में एक पवित्र स्थल माना जाता था और इसे धार्मिक एवं राजनीतिक शक्ति का केंद्र समझा जाता था। पहले यह किला मणिपुरी शासकों का प्रमुख निवास और प्रशासनिक केंद्र हुआ करता था। बाद के दिनों में अंग्रेजों ने मणिपुर पर हमला किया और कांगला किले पर कब्ज़ा कर लिया। भारत की स्वतंत्रता के बाद, किला भारतीय सेना के अधीन रहा और 2004 में इसे मणिपुर सरकार को सौंप दिया गया।
किले का धार्मिक महत्व
कांगला किला केवल एक राजमहल नहीं था बल्कि यह मणिपुरी धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं का भी केंद्र था। किले के भीतर कांगला शा की विशाल मूर्तियाँ स्थापित थीं जो मणिपुरी संस्कृति में पवित्र मानी जाती हैं। कांगला शा को एक पौराणिक ड्रैगन के रूप में दर्शाया गया है जिसे शक्ति और संरक्षक देवता का रूप माना जाता था। यह किला मणिपुरी हिंदू और मीतै धार्मिक मान्यताओं का भी केंद्र था। कहा जाता है कि यहाँ के राजाओं को दिव्य शक्तियों का आशीर्वाद प्राप्त था और वे स्वयं को देवताओं का प्रतिनिधि मानते थे।
किले की अद्भुत वास्तुकला
कांगला किले की वास्तुकला मणिपुरी शैली की उत्कृष्ट कृति है। यह किला लाल ईंटों और पारंपरिक लकड़ी की संरचना से बनाया गया था। इसके प्रवेश द्वार भव्य और शाही थे जिन पर मणिपुरी कला की झलक देखने को मिलती है। किले के भीतर कई महल, मंदिर, जलाशय और अन्य ऐतिहासिक इमारतें थीं। हालाँकि, अंग्रेजों के कब्ज़े के बाद कई संरचनाएँ नष्ट हो गईं, फिर भी किले के अवशेष आज भी इसकी भव्यता की कहानी बयान करते हैं। हाल के वर्षों में मणिपुर सरकार ने इसके कुछ हिस्सों का पुनर्निर्माण किया है।
आक्रमण और किले का पतन
अंग्रेजों ने मणिपुर पर हमला किया जिसकी वजह से कांगला किले को भीषण क्षति पहुँची। इस युद्ध में मणिपुर की सेना पराजित हुई और ब्रिटिश सेना ने किले को अपने नियंत्रण में ले लिया। इस युद्ध के बाद, अंग्रेजों ने किले के कई महत्वपूर्ण हिस्सों को नष्ट कर दिया और यहाँ अपनी सैन्य छावनी स्थापित कर दी। स्वतंत्रता के बाद, भारतीय सेना ने किले का उपयोग किया लेकिन 2004 में इसे मणिपुर सरकार को लौटा दिया गया। इसके बाद, किले को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया और अब यह आम जनता के लिए खुला है।
कांगला किले का आधुनिक महत्व
कांगला किला वर्तमान में मणिपुर की संस्कृति, इतिहास और पर्यटन का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है। यहाँ हर साल हजारों पर्यटक और शोधकर्ता आते हैं जो मणिपुरी इतिहास और परंपराओं को करीब से जानने का अवसर प्राप्त करते हैं। सरकार ने किले के संरक्षण के लिए कई योजनाएँ बनाई हैं ताकि इसे एक राष्ट्रीय धरोहर स्थल के रूप में विकसित किया जा सके। किले के भीतर कई संग्रहालय, गैलरी और पर्यटक केंद्र स्थापित किए गए हैं जहाँ लोग मणिपुरी राजाओं और उनकी परंपराओं के बारे में जान सकते हैं।
