कौन कहता है कि बीमारियां घर के बाहर की गंदी और बदबूदार चीजों से बढती हैं? हम अगर यह कहें कि बीमारियां घर के अंदर भी ऐसे कई चीजें होती हैं, जिनकी बदबू से बिमारी फ़ैल सकती है। हम घर को साफ़ सुथरा बनाए रखने के लिए क्या कुछ नहीं करते? घर की साफ़-सफाई से लेकर हर चीज़ का ध्यान रखते हैं जो हमारी रोजमर्रा की जिन्दगी में शामिल हैं। लेकिन कभी-कभी घर की कुछ जगहों से आ रही बदबू शर्मनाक हो सकती है, और बीमारियां भी बढ़ सकती हैं। तो हमारे आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे बदबू से निपटा जाए, तो आइये फिर शुरू करते हैं।

1. फ्रंट-लोडिंग वाशिंग मशीन– बदलते समय के साथ-साथ जाहिर सी बात है कि तकनीक में भी बदलाव होना आम बात है। अगर आपके घर में भी नई तकनीक की फ्रंट-लोडिंग वाशिंग मशीन है, जो आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि इस प्रकार के वॉशर पर अक्सर मस्टी-स्मेलिंग मोल्ड बढ़ता है। यह आपकी आंखों, नाक, गले और त्वचा को परेशान कर सकता है। इससे एलर्जी और अस्थमा के दौरे भी हो सकते हैं। इससे बचाव के लिए आप कुछ देर दरवाजे को लोड के बीच खुला छोड़ने से बदबू कम करने में मदद मिल सकती है। मशीन में रबर गैसकेट को नियमित रूप से सुखाने और साफ करने से भी मदद मिलती है।

2. सिंक और नाली– स्मार्ट समय में सब कुछ स्मार्ट होना तो जायज है। जहां किचन के अलावा घर कईं हिस्सों में सिंक और उससे जुड़ी नाली होती है। ऐसे में बात जब किचन के सिंक की करें तो बर्तन धोने के बाद ऊपरी हिस्से तो हम साफ़ कर लेते हैं लेकिन अंदर की तरफ सफाई न होने से गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया रह सकते हैं। जिसे साफ करने के लिए सप्ताह में एक बार बर्फ के कुछ टुकड़े, 1 बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा, 3 पतले नींबू के स्लाइस और 1 चम्मच ब्लीच को सिंक या नाली में डालकर छोड़ दें। बर्फ खाद्य कणों को ढीला करने में मदद करता है। ब्लीच बैक्टीरिया को मारता है, और नींबू के टुकड़े बदबू को दूर करने में मदद करते हैं।

3. नया फर्नीचर– अगर आप अपने घर में नया सोफा या अलमारिययां लाये हैं, तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नये फर्नीचर से वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों को हवा में छोड़ सकती हैं। वीओसी गैस में फॉर्मलाडिहाइड और टोल्यूनि जैसे तत्व होते हैं। जो आपकी नाक और गले में जलन पैदा करने के साथ, सिरदर्द और चक्कर भी पैदा कर सकते हैं। कुछ वीओसी  को कैंसर से जोड़ा गया है। इससे बचने के लिए जब भी न्य फर्नीचर घर पर लाये तो घर के खिड़की दरवाजे खोल दें, ताकि हवा के बहाव से बैक्टीरिया  बाहर चला जाए।

4. गंदा कालीन– घर की सुंदरता में चार-चांद लगाने के लिए कालीन एक बेहतरीन विकल्प है। देखने में जितनी खूबसूरत और आकर्षक लगती है, लेकिन कालीन की साफ़ सफाई उतनी ही मुश्किल है। यह धूल, गंदगी, और पालतू जानवरों की रूसी या पेशाब को सोख लेती है। जिसकी बदबू पूरे घर में फ़ैल जाती है।  जो बिमारियों का भी कारन बन सकती है। इससे बचने के लिए सप्ताह में कम से कम तीन बार वैक्यूम क्लीनर से कालीन को साफ़ करें। वैक्यूम से उच्च दक्षता वाले कण हवा में फिल्टर होता है। इसके अलावा ड्राई स्टीम क्लीनिंग का उपयोग करके वर्ष में एक बार अपने कालीन को जरुर साफ करें।

फ्रिज से बदबू

5. फ्रिज– फ्रिज के बिना किचन अधूरा है। क्योंकि इसी में हम खाने का सारा सामान रखते हैं। जाहिर है कि फ्रिज हमारे स्वास्थ्य से कितना ज्यादा जुड़ा है, लेकिन अगर यही गंदा रहे तो हमारा क्या होगा इसका अंदाजा भी लगाना मुश्किल है। गंदे फ्रिज में स्पॉयलेज नाम का बैक्टीरिया पनपने लगता है। ये एक ऐसा बैक्टीरिया है जो भोजन का स्वाद और गंध को खराब करता है। यह कम तापमान में बढ़ सकता है। अपने फ्रिज को साफ़-सुथरा बनाए रखने के लिए गर्म साबुन के पानी का उपयोग कर साफ़ करें। सफाई उत्पादों से बचें। सप्ताह में एक बार फ्रिज जरुर साफ़ करें। फ्रिज से बदबू को हटाने के लिए आप बेकिंग सोडा का एक खुला बॉक्स भी फ्रिज में रख सकते हैं।

6. गीला तौलिया– अगर आप तौलिये का इस्तेमाल कर न तो उसे सुखाते हैं और न ही उसे धोते हैं, तो ऐसा करना आपके लिए बेहद घातक हो सकता है। गीले तौलिये में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। जिससे बदबू फैलने लगती है। एक अध्ययन में पाया गया है कि मोराक्सेला ओस्लोन्सिस नामक एक प्रकार का बैक्टीरिया बदबू फैलाने का का मुख्य कारण है। इससे बचने के लिए अपने तौलिया को सप्ताह में कम से कम एक बार धोएं। इस्तेमाल के बाद गीले तौलिये को धूप में अच्छे से फैलाएं। ताकि वो सूख जाए और बैक्टीरिया भी न फ़ैल पाए।

7. मृत जानवर– हमारे घर में छोटे-छोटे जानवर जैसे चूहा या अन्य होना आम बात है। इनसे छुटकारा पाने के लिए हम क्या कुछ नहीं करते? दवाओं का इस्तेमाल करने से ये जानवर कहीं पर भी मर सकता है। जिससे बदबू और बैक्टीरिया फ़ैल जाती है। इससे बचने के लिए नाली और दराजों पर जाली लगाकर रखें। जितना हो सके जानवरों को मारने वाली दवाओं का इस्तेमाल ना करें। 

8. बेडशीट– खूबसूरत बेडशीट या चादर कमरे की रौनक बढ़ा देते हैं। लेकिन हमारी जरा सी लापरवाही हमारे स्वास्थ्य को बिगाड़ सकती है। दिनभर की थकान और नींद पूरी करने केलिए जब हम बेड पर लेटते हैं तो हमें ध्यान रखना चाहिए कि हमारी चादर पुरानी या गंदी ना हो। क्योंकि इसमें गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया और धूल के कण त्वचा कोशिकाओं में चिपक जाते हैं। जिससे चर्म सम्बंधी रोग हो सकता है। इससे बचने के लिए आपको अपनी चादरें कम से कम हर दो दिन में धोनी चाहिए। मौसम के गर्म होने पर या रात को पसीना आने पर इसे अधिक बार धोने की कोशिश करें।

डिशवॉशरसे बदबू

9. डिशवॉशर- मॉडर्न किचन में सबसे ज्यादा चलन में आजकल डिशवॉशर का है। डिशवॉशर में मिनटों में बर्तन धोकर हम अपनी मेहनत और टाइम तो बचा लेते हैं, लेकिन इसमें खाद्य कण फिल्टर में फंस सकते हैं। जो बदबू बढ़ाने का कारण बन सकता है। इससे बचने के लिए सप्ताह में एक बार डिशवॉशर के फिल्टर को बाहर निकालें और बहते पानी के नीचे एक नरम ब्रश के साथ साफ़ करें। एक स्पंज के साथ उपकरण के अंदर अन्य अवशेषों को पोंछें। इसे सुपर क्लीन करने के लिए आप डिशवॉशर क्लीनर का इस्तेमाल कर सकते हैं या आप खाली डिशवॉशर के नीचले रैक में सिरका से भरा एक कटोरा डालकर एक बार चला सकते हैं।

10. घर के कोनेघर की साफ़ सफाई उपरी हिस्सों में तो आराम से की जा सकती है लेकिन, साफ़ सफाई में घर के कोने रह जाते हैं। जो बदबू बढ़ा सकते हैं। इसमें ड्राईवॉल या वॉलपेपर के पीछे, लकड़ी के पैनलिंग के नीच या पाइप के पास की दीवारों में बढ़ सकता है। यह कारपेटिंग या सीलिंग टाइल्स, या एयर डक्ट्स के अंदर भी हो सकता है। जहां बहुत अधिक नमी होती है वहन बैक्टिरिया भी बढ़ते हैं। इससे बचाव के लिए आप पेशेवर की सफाई में मदद ले सकते हैं।

घर की साफ़-सफाई बेहद जरूरी होती है। घर का हर एक कोना साफ़ रहे ये भी हमारी जिम्मेदारी है। हमसे वो चीचे छूट जाती हैं जिसपर विशेष धयान देने की जरूरत होती है। जिससे न तो बैक्टीरिया फैले और ना ही बदबू। इस लेख की मदद से आप घर की बदबू को मिनटों में भगा सकते हैं।

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