Social Welfare Scheme Fraud: सरकार द्वारा देश में नागरिकों के लिए अनेकों योजनाओं का खजाना मौजूद है। सरकार देश में समय-समय पर हर वर्ग के लिए योजनाओं की घोषणा करती है। जिसका उद्देश्य गरीबों, वंचितों तथा दलितों के सुधार तथा उनकी उन्नति होता है। सरकार अपनी योजनाओं को नागरिकों तक पहुंचाने और उनका प्रचार करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे- फेसबुक, व्हाट्सअप, यूट्यूब और इंस्टाग्राम का इस्तेमाल करती है। ऐसे में क्या होगा जब कोई आपको सरकारी योजना के नाम पर ठग ले? जी हां, सोशल मीडिया पर सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी करने वालों का बोलबाला है। ये लोग उन सरकारी योजना के नाम पर आपको धोखाधड़ी के जाल में फंसाते हैं, जो हकीकत में है ही नहीं। और ऐसे में वो लोग इनका शिकार बनते हैं, जिन्हें योजनाओं को लेकर कोई भी अथवा पूर्ण जानकारी नहीं होती।
ये लोग योजना में भारी लाभ का लालच, फ्री बिजली, फ्री पानी या फिर फ्री में मकान देने का दावा करते हैं। अक्सर ठगी करने वाले लोग अनजान नंबर से आपको फोन कॉल करते हैं और योजनाओं के बारे में बताते हैं। अगर कोई व्यक्ति उनकी बातों में आ जाए तो वह उन्हें फेक लिंक या OTP सेंड करते हैं, इन लिंक को ओपन करते ही या OTP बताते ही आपका बैंक अकाउंट खाली हो जाता है। अगर आप पहले से ही किसी योजना का लाभ लें रहे हैं तो ठग आपकी जानकारी अपडेट करने के नाम पर भी आपको शिकार बना सकते हैं।
सकारी योजना के नाम पर ठगी से बचने के लिए जरुरी है आपका जागरूक और सतर्क रहना। खुद सरकार भी योजना के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए गाइडलाइन्स जारी करती रहती है। यानी PIB प्रेस इन्फॉर्मेंशन ब्यूरो (Press Information Bureau) अक्सर सरकार के नाम पर होने वाली ठगी को लेकर लोगों को जागरूक करती है।

ठगी से बचने के लिए ये सावधानियां है जरुरी
. अनजान फोन कॉल पर किसी भी योजना के लाभ के बारे में बताने वाली जानकारी पर यकीन न करें।
. पात्र लाभार्थियों का डेटा राज्य सरकार के पास उपलब्ध रहता है, ऐसे में किसी भी फोन कॉल पर अपनी कोई भी जानकारी साझा न करें।
. अपना OTP (One Time Password) कभी भी साझा न करें।
. किसी भी सरकारी योजना के बारे में जानकारी चाहिए तो उसके लिए आप ग्राम पंचायत या तहसीलदार के ऑफिस में संपर्क कर सकते हैं। यहां आपको योजना के सम्बन्ध में सटीक एवं सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी।
. अगर आप योजना के नाम पर धोखाधड़ी के शिकार हो गए हैं तो नजदीकी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन और नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर सूचित करें।