Happy Life Lesson: वर्तमान पल में जीने का अर्थ है अभी जो हो रहा है उसका आनंद लेना और अपने आज के लिए जीनाl अतीत में जो हुआ उसे भूल जाओ और भविष्य में क्या होगा उसकी चिंता मत करो l जो लोग अपने वर्तमान पल में आनंद लेने पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं वह उन लोगों की तुलना में अधिक खुश रहते हैं जो गुजरी हुई बातों को सोचते रहते हैं l
जीवन के साधारण सुखों का आनंद लेने से ना केवल हमें खुशी मिलती है बल्कि हमें अपने दर्द से निपटने में भी मदद मिलती है l यह हमारे तनाव को कम करने और भय, क्रोध जैसी नकारात्मक भावनाओं से छुटकारा पाने में हमारी मदद करता है l जीवन केवल वर्तमान पल में उपलब्ध है, यह एकमात्र समय है जो असल में मौजूद है l
वर्तमान में जीने का अभ्यास कैसे करें

जो कार्य कर रहे हैं एकाग्र चित्त होकर करें | कोई भी कार्य करते समय हमारा तन मन एक रस होना चाहिए I इसका मतलब है कि जो भी काम हमारा तन से जिस वक्त हो रहा है वही हमारा मन भी पूरी तरह से उपस्थित होना चाहिए ना कि हमारा मन गुजरे हुए पलों के विषय में सोचने लगे या आने वाले पलों के विषय में सपने बुनने लगे या भविष्य की कल्पना करके डरने लगे |
“ बेहतर भविष्य बनाने की शक्ति वर्तमान पल में निहित है : आप एक अच्छा वर्तमान बनाकर एक अच्छा भविष्य बनाते हैं l” -एकहार्ट टोले
“सावधानी,एकाग्रता और अंतदृष्टि की ऊर्जा हमें हमारी चिंता और चिंताओं से मुक्त कर सकती है l हम अतीत और भविष्य को जाने देते हैं, और वर्तमान के चमत्कारों के संपर्क में आते हैं “ -थिच नट हान
क्या सदा वर्तमान में रहना संभव है?

हां l यह बिल्कुल संभव है बस आपको विचार और अभ्यास करने की आवश्यकता है l अतीत और भविष्य आपके दिमाग में आपके ख्यालों के रूप में विद्यमान हैं l आप ज्यादा तर समय असल में कल्पना में जीते हैं l अगर आप विचार करें तो पाएंगे जो आप सोच रहे हैं वह गुजर चुका है और उसका कोई अस्तित्व ही नहीं है l वह सपने के समान है जो असल में है ही नहीं और कल्पना के आधार पर आपको भास रहा है l भविष्य की भी केवल आप कल्पना कर रहे हैं उसका भी कोई अस्तित्व नहीं है l इसके लिए आपको अपने मन को हर पल शिक्षित करने की जरूरत हैl
जीवन में आने वाले बदलाव

वर्तमान में रहने से जीवन सरल हो जाता है I आप अपने अतीत के अनुभवों से सीख कर अपने जीवन को और सुंदर बना सकते हैं l भविष्य के बारे में चिंता करने के बजाय आप योजना बना सकते हैं और उसके अनुरूप प्रयास कर सकते हैं l
गौतम बुद्ध ने कहा था :
“ अतीत में मत रहो, भविष्य के सपने मत देखो, वर्तमान छन पर ध्यान केंद्रित करो l”
ज्यादातर लोग बीती बातों को याद कर करके सदा दुखी ही रहते हैं l यदि आपका कोई अपमान करता है तो आप दुखी हो जाते हैं l गलती उसकी और सजा अपने को देते हैं | भूल जाइए सपना समझकर ऐसा करने से आप अपने हर पल को खुशी से जी पाएंगे l
