विजयनगर साम्राज्य का एक अभिन्न अंग हम्पी
यह शहर विजयनगर साम्राज्य का एक अभिन्न अंग रह चुका है और लगभग 500 प्राचीन स्मारकों, खूबसूरत मंदिरों और मनोरम अवशेषों से घिरा हुआ है।
Hampi Tourism: यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल कर्नाटक में तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित हम्पी को अपने सुंदर और विशाल नक्काशीदार मंदिरों के लिए के लिए जाना जाता है। खासतौर पर विरुपाक्ष मंदिर के लिए जो कि विजय नगर साम्राज्य के संरक्षक देवता को समर्पित किया गया है। आपको बता दूं कि यह शहर विजयनगर साम्राज्य का एक अभिन्न अंग रह चुका है और लगभग 500 प्राचीन स्मारकों, खूबसूरत मंदिरों और मनोरम अवशेषों से घिरा हुआ है। वर्तमान में यहाँ पर आकर बहुत सारे मंदिरों और खंडहरों की संरचना को देखा जा सकता है।
हम्पी का इतिहास

हम्पी का इतिहास के बारे में सम्राट अशोक की रॉक शिलाओं से पता चलता है। जिसमें मोर्य काल का प्रभाव स्पष्टतौर पर देखा जा सकता है। इस जगह पर खुदाई के दौरान एक ब्राह्मी शिलालेख प्राप्त हुआ था, जो कि दूसरी शताब्दी का बताया जाता है। विजयनगर साम्राज्य का प्रमुख केंद्र होने की वजह से यह शहर व्यापारिक दृष्टिकोण से काफ़ी ख़ास और समृद्ध माना जाता था, जिसकी वजह से कई हिंदू और मुस्लिम शासक इस छोटे से नगर की ओर आकर्षित हुए। वर्तमान में भी कई खंडर विजयनगर साम्राज्य की कहानी बयान करते हैं। अगर आप हम्पी आते हैं तो यहाँ की सभ्यता, संस्कृति और धार्मिक स्थलों के साथ साथ इसके आसपास के मंदिरों का भी दर्शन करें।
विजय विट्ठल मंदिर

देश के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में शुमार विजय विट्ठल मंदिर को देखने के लिए दुनिया भर से लोग आते हैं। भगवान श्रीहरि विष्णु को समर्पित यह मंदिर अपनी धार्मिक आस्था और तमाम तरह की मान्यताओं के लिए जाना जाता है। आप भी यदि धार्मिक यात्रा का मन बना रहे हैं तो इस मंदिर में ज़रूर जायें। इस मंदिर में कुल 56 स्तंभ हैं। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर स्तंभ से सातों सुरों की ध्वनियाँ निकलती हैं। यही कारण है कि इन स्तंभों को कुछ लोग ‘सारेगामा स्तंभ’ भी कहते हैं।
हनुमान मंदिर

हनुमान मंदिर हम्पी की सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में गिना जाता है। इसलिए आप जब कभी हंपी जाएं तो इस मंदिर में ज़रूर जायें। यह मंदिर हंपी से महज कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु हनुमान मंदिर आते हैं। आपको यह बात तो पता ही होगी की हनुमान जी मर्यादा पुरुषोत्तम राम के अनन्य और परम भक्त थे और हमेशा राम और सीता की सेवा में अपना जीवन बिताया था।
विरुपाक्ष मंदिर

आप हंपी आए और विरुपाक्ष मंदिर जाकर देव दर्शन के लिए नहीं गए तो समझो की आपकी यात्रा अधूरी है। यह एक बहुत बड़ा और पवित्र मंदिर है जोकि तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर काफ़ी लोकप्रिय है और अपनी आस्था के लिए जाना जाता है। इस जगह पर दूर दूर से लोग दर्शन के लिए आते हैं और भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं।
हेमकुता पहाड़ी मंदिर

हेमकुता पहाड़ी मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित मंदिर है और हंपी की बेहद प्रसिद्ध जगहों में गिना जाता है। इस हिल पर हेमकुता पहाड़ी मंदिर के अलावा भी अनेक मंदिर हैं। हालाँकि समय के साथ साथ इनके स्वरूप में भारी बदलाव आ गया है और यह आज भी खंडहर के रूप में अवस्थित हैं। इस मंदिर को लेकर स्थानीय लोगों की बहुत ज़्यादा श्रद्धा है और तीज त्योहार के मौक़े पर दर्शन के लिए दूर दूर से लोग आते हैं।
लक्ष्मी नरसिम्हा मंदिर

लक्ष्मी नरसिम्हा मंदिर को हम्पी के सबसे ख़ास मंदिरों में गिना जाता है। इस मंदिर का निर्माण 1528 के आसपास का बताया जाता है। इस मंदिर में स्थापित प्रतिमा की ऊंचाई तकरीबन 7 मीटर है। जिसकी वजह से हंपी में यह सबसे ऊंची प्रतिमा कही जाती है। इस मंदिर में भगवान श्रीहरि के उग्र रूप को दिखाया गया हैं। भगवान नरसिम्हा के दर्शन की इच्छा है तो आप इस मंदिर में जा सकते हैं।
हजारा राम मंदिर हम्पी

हम्पी में हजारा राम मंदिर भगवान राम को समर्पित एक बहुत ही खूबसूरत और अद्भुत मंदिर है। जिसे देखने के लिए देश के कोने कोने से लोग आते हैं। दर्शन करते और भगवान राम के प्रति अपनी आस्था को ज़ाहिर करते हैं। इस मंदिर की वास्तुकला और मनमोहक दृश्य देश-विदेश के पर्यटकों को बहुत अधिक आकर्षित करती है। इस मंदिर का निर्माण 15वीं शताब्दी के दौरान का माना जाता है। इस जगह पर आकर शिलालेखों में खोदे गए भगवान के विभिन्न अवतारों को देखा जा सकता हैं। मं
बड़ा शिवलिंग हम्पी

कर्नाटक राज्य के हम्पी में स्थित बड़ा शिवलिंग एक ही शिलाखंड से निर्मित हुआ है। जिसकी वजह से लोग इसे दूर दूर से देखने के लिए आते हैं। इस शिवलिंग की इस से भी खास बात यह है कि यह पानी के बीचों-बीच 3 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। धार्मिक आस्था और श्रद्धा रखने वाले लोग इस जगह पर सबसे ज़्यादा आना पसंद करते हैं। यह शिवलिंग एक तरफ़ जहां लोगों में प्रेम भाव बढ़ाता है वहीं दूसरी तरफ़ हम्पी की सौंदर्यता को और अधिक बढ़ा देता है, जिससे पर्यटक इस तरफ आकर्षित होते हैं।
मोनोलिथ बुल हम्पी

मोनोलिथ बुल हम्पी में स्थित भगवान भोले नाथ के परम भक्त और उनकी सवारी नंदी महाराज की एक विशाल मूर्ती है जोकि अपने विशाल आकार के कारण पर्यटकों के बीच आकर्षण के केंद्र बनी रहती है। इस जगह पर लोगों की भारी भीड़ रहती है, हालाकि यह मूर्ती अब आंशिक रूप से बर्बाद हो गयी है। पर लोगों के मन में नंदी के प्रति श्रद्धा का जो भाव है वह अनवरत बना हुआ है।
हम्पी में कहाँ ठहरे?
हम्पी देश का एक जाना माना और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जिसकी वजह से इस जगह पर हर दिन हज़ारों लोगों का आना जाना लगा रहता है। इसलिए ठहरने के लिए आपको होटेल और रिज़ॉर्ट आसानी से मिल जाएँगे। आप अपनी सहूलियत और बजट के हिसाब से रहने की जगहों का चुनाव कर सकते हैं। इस जगह पर खाने पीने के लिए भी आपको कई सारे कैफ़े और रेस्टोरेंट मिल जायेंगे। इस जगह पर पहुँचकर मंदिरों को एक्सप्लोर करना स्थानियता की मज़ा लेना, स्थानीय खानपान का स्वाद आपकी यात्रा के अनुभवों को बढ़ा देगा।
