गार्डनिंग में ख़्याल रखने लायक़ बातें
यदि आप पहली बार गार्डनिंग कर रहे हैं तो ज़ाहिर सी बात है कि जल्दी-जल्दी में कुछ गलतियाँ भी करेंगे। जिसकी वजह से आपको वह परिणाम मिलना मुश्किल होगा जोकि आप चाहते हैं।
Gardening Tips: वर्तमान के परिवेश को देखते हुए गार्डनिंग करने का विचार बहुत ही अच्छा है। अपने घर अथवा घर के आसपास पौधे लगाना और उन्हें बढ़ते हुए देखना एक बहुत सुकून देने वाला अनुभव होता है। लेकिन यदि आप पहली बार गार्डनिंग कर रहे हैं तो ज़ाहिर सी बात है कि जल्दी-जल्दी में कुछ गलतियाँ भी करेंगे। जिसकी वजह से आपको वह परिणाम मिलना मुश्किल होगा जोकि आप चाहते हैं। अच्छे परिणाम के लिए बस कुछ जरुरी बातों का अनुसरण जरुरी है। बस इन 5 आसान बातों का ध्यान रखकर आप अच्छा परिणाम पा सकते हैं।
गार्डनिंग की शुरुआत छोटे स्तर से करें
गार्डनिंग में जल्दीबाजी बिल्कुल मत करें! कई लोग शुरू में बहुत सारे पौधे ले आते हैं और उनकी देखभाल नहीं कर पाते। इसका सबसे अच्छा तरीका ये है कि आप 2-3 आसान देखभाल वाले पौधों से शुरुआत करें। तुलसी, मनी प्लांट और एलोवेरा कुछ ऐसे पौधे हैं जो आपका ज्यादा ध्यान नहीं मांगते और आसानी से बढ़ते हैं। जब आपको थोड़ा अनुभव हो जाए तब धीरे-धीरे और पौधे जोड़ सकते हैं।
जगह और मिट्टी का चुनाव
हर पौधे को बढ़ने के लिए सही जगह और अच्छी मिट्टी चाहिए होता है। सही जगह होने से आप यह सुनिश्चत कर सकते हैं कि आपके पौधे को जितनी धूप चाहिए उतनी मिल रही है। कुछ पौधों को 4-6 घंटे की धूप चाहिए तो कुछ को कम। इसलिए पहले ये जान लें कि आपके पौधों को कितनी धूप चाहिए।यदि मिट्टी उपजाऊ नहीं होगी तो पौधे कमजोर बने रहेंगे। इसलिए सही मिट्टी तैयार करने के पर आपको ध्यान देना चाहिए।
संतुलित मात्रा में दें पानी
लोग ऐसा सोचते हैं कि ज्यादा पानी देने से पौधे जल्दी बढ़ेंगे लेकिन ऐसा नहीं है! जरूरत से ज्यादा पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं और पौधा खराब हो सकता है। इसलिए अपने घर की बाग़वानी में लगे पौधों की मिट्टी को देखते रहे। बस इतना ही पानी दें ताकि उनमें नमी बनी रहे। अपनी उंगली से मिट्टी को छूकर देखें अगर मिट्टी सूखी लगे तभी पानी दें। गमलों में छेद जरूर होने चाहिए ताकि ज्यादा पानी बाहर निकल जाए।
जैविक खाद का प्रयोग
पौधे लंबे समय तक हरे-भरे बने रहें तो इसके लिए आपको केमिकल खाद की जगह जैविक खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। इस के प्रयोग से मिट्टी खराब नहीं होगी और पौधे भी हेल्दी रहेंगे। यह खाद आपको बहुत ही आसानी से मिल जाती है। यदि आप चाहें तो इसे अपने घर पर भी बना सकते हैं। यह आपके किचन से निकले फलों और सब्जियों के छिलकों को मिट्टी में मिलाने से भी बन जाती है।
पौधों का ख्याल रखें
गार्डनिंग कोई एक दिन का काम नहीं है। इस काम में समय और धैर्य लगता है। इसलिए, आप यह बहुत ही आराम और सकून के साथ करें ताकि आपको मज़ा आए। बाग़वानी में कई तरह के पौधे होते हैं। कई पौधे जल्दी बढ़ते हैं तो कुछ को समय लगता है। इसलिए अगर कोई पौधा धीरे-धीरे बढ़ रहा हो तो घबराने की जरूरत नहीं है! हर दिन 5-10 मिनट अपने पौधों के पास बिताएँ ताकि आपको उनके बारे में पता चल पाए।
