पौधों के सूखने का कारण
कई बार ऐसा होता है कि सही जानकारी के अभाव में यह पौधे सूख जाते हैं। कुछ पौधे लग भी जाते हैं तो उनका संतुलित तरीक़े से विकास नहीं हो पाता है।
Planting Idea: पेड़ पौधे हमारे जीवन का अहम हिस्सा हैं। यह ना हमारे घर और बाग़ की ख़ूबसूरती बढ़ाते हैं बल्कि आसपास के वातावरण को भी साफ़ सुथरा रखते हैं। जिसकी वजह से यह हर जगह पर लगाए जाते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि सही जानकारी के अभाव में यह पौधे सूख जाते हैं। कुछ पौधे लग भी जाते हैं तो उनका संतुलित तरीक़े से विकास नहीं हो पाता है। इसलिए, किसी भी पौधे को लगाने से पहले उनके लगाने का तरीक़ा जानना बेहद ही ज़रूरी होता है। इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएँगे की किसी भी पौधे को लगाने का सही तरीक़ा क्या है, जिसके लिए आपको बस कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
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भूमि का चयन

किसी भी तरह के पौधे को लगाने के लिए उनके अनुकूल मिट्टी का होना बहुत ही ज़रूरी होता है। जिसके लिए मिट्टी की जाँच सबसे पहले करा लेना चाहिए। यदि आप कोई फल देने वाला पौधा लगाते हैं तो दोमट या बलुई दोमट मिट्टी का होना उपयुक्त रहता है। इस बात का भी ख़्याल रखना होता है कि मिट्टी ज़्यादा सख़्त नहीं हो। मिट्टी में पोषक तत्वों की मात्रा भी अच्छी हो। जल निकासी आदि का भी सही इंतज़ाम हो।
पौधों का चयन

मिट्टी चयन करने के बाद दूसरी बड़ी चुनौती होता है बाग के लिए सही पौधे की चुनाव की। इसके लिए सबसे अच्छा यह होता है कि पौधों की किस्मों का चुनाव अपने क्षेत्र के हिसाब से ही करें। इस बात पर ध्यान दें कि आपके क्षेत्र में कौन कौन से क़िस्म के पौधे अच्छी तरह से ग्रो कर रहे हैं। पपीता, अनार, करौंदा, आंवला, आम, नीबू, संतरा आदि कुछ ऐसे पौधे हैं जिनको बहुत ही आसानी से उगाया जा सकता है।
लगाए वायु रोधी पेड़

हमें पौधे को लगते वक़्त कई तरह की बातों का ध्यान रखना होता है। जिसमें पौधे के बगल लगाए वायू रोधी पेड़ लगाना भी अच्छा माना गया है। कई बार तेज़ हवा और आँधी की वजह से पौधों को बहुत ज़्यादा नुक़सान हो जाता है। यह तेज़ हवा के झोंकों की वजह से टूट जाते हैं। इसलिए किनारे पर आम, जामुन, शहतूत, आंवला, करौंदा और इमली आदि के पेड़ लगाने चाहिए। इन पौधों से आमदनी के साथ साथ पौधों का बचाव भी हो जाएगा।
पौधों में उचित दूरी

किसी भी तरह के पौधे के विकास के लिए पौधों के बीच एक उचित दूरी का होना बहुत ही ज़रूरी होता है। इससे पौधे बहुत ही सही तरीक़े से बढ़ते और विकसित होते हैं। इसके लिए आप पौधा कहाँ लगना है पहले से रेखांकन कर लेंगे तो और भी अच्छा होता है। यदि आप पूरा बाग़ लगा रहे हैं तो बगीचों को वर्गाकार विधि से ही लगाये, यह सबसे सही और आसान तरीका है। पौधे लगाने से पहले गड्ढों को कुछ दिन खुला छोड़ देना चाहिए। इससे सभी तरह के जर्म खत्म हो जाते हैं और पौधे सही से लग जाते हैं।
जल निकास की व्यवस्था

पौधे कम पानी देने से सूख जाते हैं, ज़्यादा पानी देने से पौधे की जड़े सड़ने लगती हैं। ऐसे में यह ज़रूरी हो जाता है कि पौधे को सही और संतुलित मात्रा में पानी मिले। इसलिए, पौधे को उतना ही पानी देना चाहिए जितना कि पौधे के लिए ज़रूरी होता है। साथ ही साथ इस बात का भी ख़्याल रखें कि पानी जमा नहीं रह जाए, यह जितना ज़रूरी है उतना पानी सोखने के बाद निकल जाए।
