Door Bell Tips: हमारे आसपास के वातावरण की आवाज का हम पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। अगर आवाज मधुर और मन को सुकून देने वाली हो तो यह हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है। हमारे घर को खुशनुमा बना देती है, जबकि तेज और कर्कश ध्वनि हमारे ऊपर नकारात्मक प्रभाव डालती है। घर की डोल बेल की आवाज भी उन्हीं में से एक है। वास्तुशास्त्र के अनुसार हम जिन चीजों को सुनते हैं, हमारा व्यवहार भी वैसा ही रिएक्ट करता है। घर की डोर बेल लगवाते समय हमें कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है अन्यथा घर में नकारात्मकता का वास होने लगता है, जो हमारे स्वास्थ और रिश्ते पर भी प्रभाव डाल सकता है। तो चलिए जानते हैं घर की डोर बेल का चुनाव करते वक्त किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए।
कानों को सुकून दे

घर में डोर बेल का होना बेहद जरूरी है अन्यथा लोगों को आवाज देकर या कुंडी खटखटाकर बुलाना पड़ जाता है। वास्तु के अनुसार कुंडी खटखटाकर या आवाज देकर बुलाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। जिससे लोगों की मानसिक परेशानियां बढ़ सकती हैं। इसलिए घर के लिए ऐसी डोर बेल का चुनाव करना चाहिए जो सुनने में कानों को सुकून दें। कानों को चुभने वाली आवाज आपको परेशान कर सकती है और मानसिक समस्याओं को भी बढ़ा सकती है। इससे घर का माहौल चिड़चिड़ा होने की आशंका बढ़ जाती है।
बच्चों की पहुंच से दूर

कई बार शैतान बच्चे दूसरों की घरों की डोर बेल बजाकर भाग जाते हैं। जिससे न केवल डिस्टर्बेंस होता है बल्कि मानसिक समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। इसलिए बेल लगवाते समय ध्यान रखें कि डोर बेल जमीन से कम से कम पांच फीट की ऊंचाई पर हो। वास्तुशास्त्र के अनुसार भी डोर बेल का ऊंचाई पर होना सही माना गया है। इससे मानसिक स्थिति को सुधारने में मदद मिल सकती है।
नेम प्लेट होनी चाहिए ऊपर

डोर बेल लगवाते वक्त हम अक्सर इस बात का ध्यान नहीं रखते कि डोल बेल और नेम प्लेट एक साथ या बराबर नहीं लगवानी चाहिए। वास्तुशास्त्र के अनुसार माना जाता है कि नेम प्लेट डोर बेल से ऊपर लगवाने से घर के मुखिया की कीर्ति बढ़ती है और उसे सफलता प्राप्त होती है। इससे घर में खुशियों का आगमन होता है और सकारात्मक ऊर्जा आती है। साथ ही परिवार के लोग मिलजुल कर एक साथ रहते हैं।
निगेटिव आवाज से बचें

घर में खराब आवाज या तेज शोर करने वाली डोर बेर लगवाने से घर में नकारात्मकता आती है। कई लोग घर में अजीबोगरीब आवाज वाली बेल लगवाते हैं जैसे- दरवाजे पर कोई है जल्दी खोलें या फिल्मी गाने की धुन। ऐसी डोर बेल अचानक से बजने पर लोग डर सकते हैं। इससे मानसिक स्थिति बिगड़ने की संभावना बढ़ जाती है। डोर बेल मधुर और एनर्जी फ्लो करने वाली होनी चाहिए।
लक्ष्मी जी हो सकती हैं नाराज
सुबह के समय यदि कोई आपका दरवाजा खटखटाता है तो वास्तु के अनुसार लक्ष्मी जी नाराज हो सकती हैं। इसलिए सुबह आने वाले लोगों को डोर बेल बजाने के लिए निवेदन करें। साथ ही ऐसी डोर बेल लगवाएं जिससे पूरा दिन सुकून और आनंददायक हो।
मंत्र जाप वाली डोर बेल

यदि आप घर में सकारात्म ऊर्जा का संचार करना चाहते हैं तो मंत्र जाप वाली डोरबेल लगाएं। मंत्रोच्चारण वाली डोरबेल हमेशा घर की आग्नेय दीवार की पूर्व दिशा में लगाएं। इससे घर में सकारात्मक एनर्जी फ्लो होती है। साथ ही दिन की शुरुआत यदि मंत्रों से होती है तो दिन भी शुभ बीतता है। अधिकतर लोग गायत्री मंत्र वाली डोर बेल लगवाना पसंद करते हैं। इसके अलावा आप गीता के श्लोक वाली बेल का भी चुनाव कर सकते हैं।
