Holashtak Upay 2025
Holashtak Upay 2025

Holashtak Upay 2025: वैदिक पंचांग के अनुसार, फाल्गुन महीने का विशेष महत्व होता है। इस महीने में होली जैसे प्रमुख त्योहार के साथ-साथ होलाष्टक की अवधि भी शुरू होती है। होलाष्टक होली से आठ दिन पहले शुरू होता है और इसे हिंदू धर्म में बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दौरान किए गए धार्मिक कार्य और उपाय विशेष फलदायी होते हैं। होलाष्टक के दौरान कुछ विशेष उपाय करने से सुख-समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति हो सकती है। आइए इन उपायों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

महामृत्युंजय मंत्र का जाप

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, होलाष्टक का समय बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दौरान किए गए उपाय और पूजा-पाठ से जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त की जा सकती है, खासकर करियर के क्षेत्र में। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, होलाष्टक के दौरान भगवान शिव की पूजा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से करियर में सफलता और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

कुंडली में ग्रहदोष

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि आपकी कुंडली में ग्रहदोष है और आपके काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं, तो होलाष्टक के दौरान शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए विशेष उपाय करना चाहिए। शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है, और उनकी कृपा से ग्रहदोष और काम में आने वाली बाधाएं दूर हो सकती हैं।

मंगल ऋण मोचन स्तोत्र का पाठ

शास्त्रों के अनुसार, धन की समस्या से मुक्ति पाने के लिए इस समय माता लक्ष्मी को पीली सरसों, हल्दी की गांठ और गुड़ अर्पित करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। यह उपाय व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि और आर्थिक स्थिरता लाने में सहायक हो सकता है। इसके साथ ही, श्रीसूक्त या मंगल ऋण मोचन स्तोत्र का विधिपूर्वक पाठ करना चाहिए, जिससे न केवल ऋण से छुटकारा मिलता है, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बना रहता है।

नृसिंह भगवान की पूजा

अगर कोई व्यक्ति बार-बार स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से ग्रस्त रहता है और दवाओं के बावजूद उसे शारीरिक कष्टों से राहत नहीं मिल रही है, तो होलाष्टक के दौरान नृसिंह भगवान की विधिवत पूजा करना अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नृसिंह भगवान संकटों से रक्षा करने वाले और रोग-पीड़ा को हरने वाले देवता माने जाते हैं। होलाष्टक का समय विशेष रूप से आध्यात्मिक और साधना के लिए महत्वपूर्ण होता है, इसलिए इस दौरान भगवान नृसिंह की आराधना करने से व्यक्ति को अद्भुत लाभ प्राप्त हो सकता है।

मैं आयुषी जैन हूं, एक अनुभवी कंटेंट राइटर, जिसने बीते 6 वर्षों में मीडिया इंडस्ट्री के हर पहलू को करीब से जाना और लिखा है। मैंने एम.ए. इन एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन्स में मास्टर्स किया है, और तभी से मेरी कलम ने वेब स्टोरीज़, ब्रांड...