Braham Mahurat
Braham Mahurat

अक्सर आपने अपने परिवार के किसी वृद्ध से सुना होगा कि कोई भी शुभ काम करना हो तो उसे ब्रम्हा मुहूर्त में करना चाहिए। यहां तक की सुबह उठना भी इसी मुहूर्त में चाहिए। लेकिन यह मुहूर्त किस समय शुरू होता है और कब तक रहता है? इस तरह के सवाल अक्सर आपने दिमाग में आए होंगे। इससे भी बड़ा सवाल यह है कि इस मुहूर्त में ऐसा क्या है जो इसमें करने से सारे काम सफल हो सकते हैं? साथ ही इस मुहूर्त का हिंदू धर्म में इतना ज्यादा महत्त्व क्यों है? ऐसा कहा जाता है कि इस मुहूर्त में काम करने से वह काम सही में सिद्ध हो जाता है। तो आइए जानते हैं इन सारे सवालों के जवाबों के बारे में।

क्या है ब्रम्हा मुहूर्त?

दिन में अलग अलग पहर होते हैं जिनके बारे में आपने सुना ही होगा। जब रात के समय का आखिरी पहर होता है और सुबह होने ही वाली होती है तो इस समय को ब्रम्हा मुहूर्त कहा जाता है। अगर समय में बात करें तो 4 बजे के बाद और सूरज निकलने से पहले के मुहूर्त तक ब्रम्हा मुहूर्त रहता है। ब्रम्हा भगवान को सृष्टि का रचयिता माना जाता है और ब्रम्हा शब्द का ही मतलब है परमात्मा। इसलिए इस मुहूर्त को देवी देवताओं का समय भी कहा जाता है।

ब्रम्हा मुहूर्त का इतना महत्त्व क्यों है?

हमारे धर्म में केवल आज से ही नहीं बल्कि सदियों पहले से इस मुहूर्त को काफी शुभ माना जाता है। पहले के समय में ऋषि मुनि भी इसी समय ध्यान लगाते थे। इस समय के दौरान आस पास का माहौल काफी पॉजिटिव होता है और एक सकारात्मक एनर्जी चारों ओर रहती है। अगर इतिहास की बात करें तो जब हनुमान जी सीता माता से मिलने के लिए अशोक वाटिका में गए थे तब उन्होंने इसी मुहूर्त में सीता जी से मुलाकात की थी। इस समय किए गए कामों में आपको सफलता मिलती है और वह जरूर पूरे होते है।

यह मुहूर्त होता है काफी शुभ

जब भी आप कभी सूर्य उदय होने से पहले उठ कर प्रकृति में समय बिताते हैं तो आपको अपने आप ही काफी ताजा और सकारात्मक महसूस होगा। इस समय आपको केवल पक्षियों की आवाजें और प्रकृति का शोर सुनाई देगा क्योंकि इस समय अधिक लोग उठते भी नहीं है। इस मुहूर्त को बहुत ही शुभ माना जाता है। सुबह सुबह फूलों के खिल उठने का समय होता है। पक्षी और मुर्गे भी आवाज करने लगते हैं। अगर आप इस समय पढ़ाई भी करते हैं तो वह आपको लंबे समय तक याद रह सकती है क्योंकि इस समय आपका कंसंट्रेशन लेवल काफी ज्यादा होता है। इसके अलावा आप इस समय अपनी मानसिक सेहत के लिए ध्यान केंद्रित करना शुरू कर सकते हैं। इसमें भी आपको काफी लाभ मिलेगा।

यह मुहूर्त आपकी दिमागी सेहत के लिए अच्छा माना जाता है क्योंकि एक तो इस समय आपको शोर शराबा नहीं मिलता है और एक पूरी रात सोने के बाद आपका दिमाग काफी रिफ्रेश महसूस करता है और काफी शांत होता है। इसलिए यह समय पढ़ाई करने के लिए और स्टूडेंट्स के लिए बेस्ट समय माना जाता है।

अगर आप भी ब्रम्हा मुहूर्त में उठ कर कुछ समय खुद को देना शुरू कर देंगे तो आप बहुत ही जल्दी अपने जीवन में कुछ सकारात्मक बदलाव पाएंगे। लेकिन सुबह इतनी जल्दी उठने के लिए आपको रात में देर से नहीं बल्कि समय से ही सोने की आदत बना लेनी होगी वरना अगर सुबह आपका दिमाग शांत नहीं होगा तो इस मुहूर्त में कोई लाभ नहीं मिलेगा।

मेरा नाम वामिका है, और मैं पिछले पाँच वर्षों से हिंदी डिजिटल मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर सक्रिय हूं। विशेष रूप से महिला स्वास्थ्य, रिश्तों की जटिलताएं, बच्चों की परवरिश, और सामाजिक बदलाव जैसे विषयों पर लेखन का अनुभव है। मेरी लेखनी...