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देव उठनी के दिन भूलकर भी न करें ये 5 काम नहीं तो पूजा हो जाएगी असफल

अगर आप भी देव उठनी के दिन तुलसी माता की पूजा करते है और अपनी पूजा में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने देना चाहते है तो इस दिन भूलकर भी ये काम न करें। इन काम को करने से आपकी पूजा अधूरी रह जाती है और आपको पूजा का फल नहीं मिल पाता है। इसलिए चलिए जानते है देव उठनी के दिन हमें क्या नहीं करना चाहिए।

Tulsi Puja Mistakes: देव उठनी का दिन बेहद शुभ माना जाता है क्योंकि इस दिन ही भगवान विष्णु 4 महीने की निद्रा से बाहर आते है। इसीलिए इस दिन को देव उठनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। वहीं इस दिन तुलसी पूजन का भी बहुत महत्व है इस दिन तुलसी माता का शालीग्राम के साथ विवाह रचाया जाता है। यूँ तो तुलसी की पूजा हर दिन शुभ मानी जाती है लेकिन देव उठनी के दिन तुलसी की पूजा का महत्व बढ़ जाता है। अगर आप भी देव उठनी के दिन तुलसी माता की पूजा करते है और अपनी पूजा में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने देना चाहते है तो इस दिन भूलकर भी ये काम न करें। इन काम को करने से आपकी पूजा अधूरी रह जाती है और आपको पूजा का फल नहीं मिल पाता है। इसलिए चलिए जानते है देव उठनी के दिन हमें क्या नहीं करना चाहिए।

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Tulsi Vivah

यूँ तो तुलसी की पूजा में तुलसी पर जल चढ़ाना बहुत अहम् होता है लेकिन देवउठनी के दिन तुलसी पूजन करते हुए तुलसी पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए। बल्कि किसी भी एकादशी पर तुलसी पर जल चढ़ाने के लिए मना किया जाता है क्योंकि कहा जाता है कि इस दिन तुलसी माता भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती है इसलिए इस दिन तुलसी पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए।

flowers in dev uthni

देवउठनी वाले दिन माता तुलसी का विवाह शालीग्राम के साथ किया जाता है ऐसे में उन्हें फूल भेंट करना शुभ माना जाता है लेकिन इस पूजा में भूलकर भी पूजा में बासी और मुरझाएं हुए फूलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसे फूलों के इस्तेमाल से आपकी पूजा असफल रहती है। तुलसी माता और भगवान विष्णु का भी अपमान होता है। इसलिए तुलसी पूजा में अच्छे और ताजे फूलों का ही इस्तेमाल करें।

देव उठनी वाले दिन अगर आप तुलसी की पूजा करते है तो इस दिन भूलकर भी तुलसी की पत्तियों को न तोड़े। पूजा वाले दिन तुलसी की पत्तियों को छूना भी वर्जित होता है इसलिए अगर भोग लगाने के लिए तुलसी की पत्तियों की जरूरत भी होती है तो एक दिन पहले ही तुलसी की पतियों को तोड़ लें लेकिन देव उठनी वाले दिन भूलकर भी तुलसी की पत्तियों को न छुएं।

देव उठनी वाले दिन यदि आप तुलसी पूजन करते है तो आपको सभी नियमों को मानना चाहिए। वहीं एकादशी के नियम के अनुसार इस दिन चावल, मांस- मच्छी, मदिरा, प्याज, लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि आप ऐसा करते है तो तुलसी माता और विष्णु भगवान आपसे रुष्ट हो जाते हैं।

red clothes in dev uthni

देव उठनी की पूजा देवताओं को प्रसन्न कर अपने घर पर आमंत्रित करने की पूजा होती है ऐसे में यदि आप काले वस्त्र पहनकर पूजा करते है तो इससे भगवान नाराज होते है। भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए इस दिन पीले वस्त्र पहनकर पूजा करना शुभ माना जाता है।            

गायत्री वर्मा को मीडिया क्षेत्र में 7 वर्षों का अनुभव है। वे पिछले तीन वर्षों से गृहलक्ष्मी के साथ बतौर डिजिटल कंटेंट राइटर फ्रीलांस रूप में जुड़ी हुई हैं। विभिन्न विषयों पर प्रभावशाली लेखन की दक्षता रखने वाली गायत्री, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स...