देहरादून में पर्यटन से जुड़ी तमाम गतिविधियाँ
पर्यटन के लिहाज़ से देखें तो इस शहर में वो सब मौजूद है जो एक पर्यटक को चाहिए होता है। यही वजह है कि सैलानी इस जगह के आकर्षण में खींचे चले आते हैं।
Dehradun Itinerary for 3 Days: देहरादून सपनों का नगर है। कहा जाता है कि इस शहर के सम्मोहन से आज तक कोई नहीं बच सका है। यह व्यक्ति को अपनी तरफ खींचता है। यहां का इतिहास, यहां की भौगोलिक संरचना, यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य इस तीन सौ साल पुराने शहर को इतना नवीन और विविधतापूर्ण बना देते हैं कि व्यक्ति ना चाहते हुए भी एक बार इसका दीदार करना ही करना चाहता है। विश्वास नहीं होता कि यह वही शहर है जिसने देश का स्वतंत्रता संग्राम, ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन और नेपाल युध्द का दौर देखा है और वर्तमान में पर्यटकों के के लिए आकर्षण का सबसे बड़े केन्द्रों में से एक है।
यह शहर घूमने और मौज-मस्ती के लिहाज से लोगों की पहली पसन्द रहा है। पर्यटन के लिहाज़ से देखें तो इस शहर में वो सब मौजूद है जो एक पर्यटक को चाहिए होता है। यही वजह है कि सैलानी इस जगह के आकर्षण में खींचे चले आते हैं।
देहरादून की विशेषता
इस शहर को लेकर एक मिथक यह भी है कि जो इस शहर में एक बार आया वो समझो यहीं का हो गया। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य अद्वितीय है जो किसी भी पर्यटक को अपनी तरफ खींच सकता है। यहां देशी-विदेशी सभी तरह के पर्यटकों के लिए ऐतिहासिक महत्व के संग्रहालय, तीर्थस्थल, प्राकृतिक स्थल, खेलकूद व पशु-पक्षियों के अभयारण्य आदि हैं। इसलिए इस शहर को घूमने के लिए एक अच्छा ख़ासा समय चाहिए होता है। इस लेख के माध्यम से मैं आप लोगों को यह बताने का प्रयास करूँगा कि देहरादून को तीन दिन में कैसे एक्सप्लोर करें।
देहरादून में पर्यटन

देहरादून पर्यटन, शिक्षा, स्थापत्य कला, संस्कृति धरोहर, सभ्यता और प्राकृतिक सौंदर्य आदि से पूरा भरा हुआ एक ऐसा शहर है जहां किसी चीज़ की कमी नहीं है। एक बार यहां आने के बाद इस शहर को देख हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है। इसीलिए यह पर्यटकों की दृष्टि में बेहद ही शुमार है। चकराता, तपोवन, वाडिया संस्थान, डाक पत्थर, सहस्त्रधारा, मालसी डियर पार्क, चंद्रबाणी, लाखामंडल, रॉबर्स केव (गुच्चू पानी), लक्ष्मण सिद्ध, लच्छीवाला, आसन झील, वन अनुसंधान संस्थान, संतोलादेवी मंदिर, मालसी मृग विहार, टपकेश्वर मंदिर, और कलंगा स्मारक आदि दर्शनीय स्थल देखने को मिलेंगे।
पहला दिन- वन अनुसंधान संस्थान

अपनी यात्रा के पहले दिन आप वन अनुसंधान संस्थान जा सकते हैं। वन अनुसंधान संस्थान देश के प्रमुख संस्थाओं में से एक है। हमारे देश के अधिकतर वन अधिकारी वन अनुसंधान संस्थान से ही आते हैं। इस जगह पर भारत का सबसे बड़ा फॉरेस्ट बेस संस्थान है। इस जगह पर लोग संस्थान की पुरानी बिल्डिंग को देखने के लिए आते हैं जो किसी विदेशी जगह की फ़ील देती है। इस जगह पर कई बॉलीवुड फ़िल्मों की शूटिंग हो चुकी है जिसकी वजह से यह काफ़ी पॉप्युलर है।
इस जगह पर स्थित बोटेनिकल म्यूज़ियम और भवन देखने योग्य है। यह पूरे एशिया में अपने तरह की इकलौती संस्थान के रूप में उभर रही है। इस जगह पर आकर आप कैम्पस घूमने के साथ साथ तरह तरह के संग्रहालय देख सकते हैं।
दूसरा दिन- महात्मा बुध्द की प्रतिमा

अपनी यात्रा के दूसरे दिन आप इस जगह पर स्थित महात्मा बुध्द की विशाल प्रतिमा को देख सकते हैं जोकि काफ़ी ख़ूबसूरत और दर्शनीय है। यह इस जगह के आकर्षकों में से एक है। यहाँ आपको कई तरह के पेड़-पौधे, रंग-बिरंगे फूल आदि देखने को मिल जाएंगे। जिनका खिला हुआ रूप देखकर आप खुद तरोताज़ा महसूस करोगे। यहाँ शांति के प्रतिक महात्मा बुध्द की प्रतिमा पर देशी-विदेशी पर्यटक श्रद्धांजलि देते हैं।
यह प्रतिमा जो कि तारा की प्रतिमा और शानदार स्तूप देहरादून के प्रमुख आकर्षणों में से एक है जो कि देहरादून की गौरव को और बढाती है। इस शानदार स्तूप के चारों ओर बेहद आकर्षक बगीचा है जो पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है। यह स्तूप तिब्बत की विरासत, परंपरा, संस्कृति, कला का अनोखा उदाहरण है जो दर्शनीय है। इस स्तूप में तिब्बती कलात्मक शैली की डिज़ाइन है और इसमें मंदिर के कक्ष भी बने हुए हैं।
तीसरा दिन- देहरादून की प्राकृतिक सुंदरता

अपनी यात्रा के तीसरे दिन आप देहरादून की प्राकृतिक सुंदरता और पहाड़ियों को देख सकते हैं। यह चारों तरफ़ ख़ूबसूरत पहाड़ियों से घिरा शहर अपनी विरासत और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के मंदिर जो गहरी आस्थाओं से जुड़े हुए हैं, पशु-पक्षी प्रेमियों के लिए अभ्यारण जो दूर से ही पर्यटकों को लुभाता है देखने योग्य है। यहाँ आकर आप राफ्टिंग, ट्रेकिंग आदि का भरपूर आनंद उठा सकते हैं। इसके आलावा अगर आप खेलों के शौक़ीन हैं तो यहाँ आपके लिए बेहद रोमांचक खेल भी उपलब्ध हैं जो पहाड़ों पर तेज़ हवा से टकराते हुए खेले जाते हैं।
इसलिए, अपनी यात्रा के तीसरे दिन आप इस जगह पर स्थित झरनों को एक्सप्लोर कर सकते हैं। इस जगह के पक्षी विहार और जैव विविधता को देख सकते हैं। बिल्कुल पास में ही राजाजी नेशनल पार्क स्थित है जोकि अपने यहाँ मौजूद तरह तरह के जीव जंतुओं की विभिन्न प्रजातियों के लिए जाना जाता है।
देहरादून में कहाँ ठहरे

देहरादून में ठहरने की जगहों की कोई कमी नहीं है। इस जगह पर आपको होटल, होमस्टे और रिज़ॉर्ट आदि की सुविधा मौजूद है। कुछ ऐसे हॉस्टल भी हैं जो की बेड प्रवाइड करते हैं और बजट में ठहरने का विकल्प देते हैं। आप अपनी पसंद और बजट के हिसाब से रहने की जगहों का चुनाव कर सकते हैं।
देहरादून कैसे जाएँ

वायु मार्ग- जॉली ग्रांट एयरपोर्ट देहरादून शहर के केंद्र से लगभग 20 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिये नियमित उड़ानें मिलती हैं। हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिये यात्री किराए पर उपलब्ध कैब या टैक्सि ले सकते हैं।
रेल मार्ग- देहरादून में कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। देहरादून रेलवे स्टेशन के एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है जो अच्छी तरह से कोलकाता, उज्जैन, नई दिल्ली, वाराणसी और इंदौर जैसे महत्वपूर्ण भारतीय शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। स्टेशन शहर के केंद्र के काफी पास स्थित है।
सड़क मार्ग- देहरादून अच्छी तरह से सरकारी और निजी बसों द्वारा प्रमुख शहरों से जुड़ा है। नई दिल्ली से रात में डीलक्स बसों द्वारा यात्रा करके आसानी से देहरादून पहुंचा जा सकता है।