देहरादून…कई सारे लोगों के लिए ये सपनों का शहर है। पहाड़ों के बीच बने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की खासियत ये भी है कि ये टूरिस्ट स्पॉट तो है लेकिन मैदानी शहरों वाली सारी सुविधाएं भी यहां भरपूर हैं। इस शहर से कई सारे घूमने लायक पहाड़ी इलाकों तक आसानी से जाया जा सकता है। लेकिन इसी शहर में रह कर घूमना है तो भी ऑप्शन खुले हुए हैं।

अगर इस शहर में आप सिर्फ 24 घंटे के लिए आई हैं तो भी यहां कुछ न कुछ नया घूम कर ही जाएंगी। इसलिए इस शहर की ओर आना है वो भी सिर्फ कुछ घंटों के लिए तो आइए सुंदर वादियां और सुंदर शहर देहरादून आपका इंतजार कर रहा है। यहां कौन-कौन सी जगह देखी जा सकती हैं 24 घंटे में आइए जान लें-

स्टूडेंट ऑफ द ईयर वाला फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट का-
देहरादून शहर के इस जाने-माने संस्थान फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट की गरिमा अपने आप में अनोखी है। इस संस्थान की स्थापना तकरीबन 115 साल पहले हुई थी। 4.5 स्क्वायर किलोमीटर में बना फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट टूरिस्ट स्पॉट भी है। ये इसलिए भी खास है क्योंकि यहां कई सारी फिल्मों की शूटिंग भी हुई है। अभिनेत्री आलिया भट्ट की पहली फिल्म स्टूडेंट ऑफ द ईयर की शूटिंग देहरादून के इसी संस्थान में हुई थी। इसके साथ आर माधवन की फिल्म रहना है तेरे दिल में भी इसी संस्थान में फिल्माई गई थी। इस बिल्डिंग की खूबसूरती देखते ही बनती है। फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट की खूबसूरती, इसके पश्चिमी छोर पर बहती टोंस नदी से और बढ़ जाती है। इस जगह को देखते बड़ी संख्या में लोग आते हैं।
टप्केश्वर मंदिर की महिमा-
देहरादून के इस खूबसूरत मंदिर को टप्केश्वर महादेव मंदिर भी कहते हैं। यहां मौजूद गुफा भगवान शिव को समर्पित है। माना जाता है कि गुरु द्रोणाचार्य इसी गुफा में रहते थे। इसलिए इस गुफा को द्रोण गुफा भी कहते हैं। उत्तराखंड की शान बहुत सी जगह हैं लेकिन देहरादून का ये मंदिर भक्तों के बीच काफी खास माना जाता है। यहां आकार आपको बहुत अच्छा लगेगा क्योंकि शिवलिंग पर लगातार पानी की बूंदें गिरती हैं, जो बिलकुल अद्भुत नजारा दिखाता है।

बुद्धा की भक्ति और माइंड्रोलिंग मॉनेस्ट्री-
बुद्धा मंदिर के नाम से भी जानी जाने वाली माइंड्रोलिंग मॉनेस्ट्री भी देहरादून की शान है। इसको 1965 में बनवाया गया था। इसको बुद्धा से जुड़ा बड़ा सेंटर माना जाता है। यहां दुनियाभर से लाखों लोग आते हैं। चारों ओर से हरियाली से घिरी हुई इस मॉनेस्ट्री में एशिया का साबसे ऊंचा स्तूप भी बना है। ये मॉनेस्ट्री आर्किटेक्चरल मास्टरपीस भी मानी जाती है।
रॉबर्स केव य गुच्छुपानी-
देहरादून से 8 किलोमीटर दूर बनी इस गुफा के बींचोबीच पानी बहता है। माना जाता है कि नदी वाली इस गुफा में भगवान शिव का रहा करते थे। यहां आकार आपको लगेगा मानो खुद प्रकृति मां के दर्शन हो रहे हैं। आसपास के लोग अक्सर यहां पिकनिक के लिए आते हैं। यहां बहता पानी कुछ ज्यादा ही ठंडा रहता है।
