हैदराबाद की ख़ास बात
इस जगह पर पुराने स्मारक, ख़ूबसूरत पर्यटन स्थल, खाने पीने और घूमने लायक़ जगहें क्या कुछ नहीं है?
Hyderabad 3 Day Itinerary: हैदराबाद एक ऐसा लोकप्रिय शहर जिसे एक नहीं बल्कि कई नामों से जाना जाता है। इस ख़ूबसूरत शहर को कोई मोतियों का शहर का शहर कहता है तो कोई नवाबों का शहर। कोई इस शहर में ख़ूबसूरत के साथ साथ स्वाद की नज़र से भी देखता है और इसे बिरयानी का शहर कहकर सम्बोधित करता है। इस जगह पर पुराने स्मारक, ख़ूबसूरत पर्यटन स्थल, खाने पीने और घूमने लायक़ जगहें क्या कुछ नहीं है? ऐसे में इसे तीन दिन में एक्सप्लोर कर पाना बहुत ही मुश्किल काम है लेकिन शहर के वह हिस्से तो आप कवर कर ही सकते हैं जो ख़ास हैं। जिनके होने से यह शहर बनता और बिगड़ता है। जिसका होना इस शहर के लिए सबसे ज़्यादा मायने रखता है। इस शहर में क़दम रखते ही आपको आभास हो जाएगा कि आपको बाकी जगहों से क्या अलग और ख़ास मिलने वाला है। संरक्षित स्मारक, हैदराबादी बिरयानी, मोती और ईरानी चाय इस जगह की ख़ास पहचान बनाते हैं।
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हैदराबाद में पहला दिन

चार मीनार – हैदराबाद में आप अपने यात्रा की शुरुआत चार मीनार देखने से कर सकते हैं। चार मीनार हैदराबाद में स्थित एक बहुत ही लोकप्रिय और खूबसूरत स्मारक है। यह अपने यहाँ आने वाले सैलानियों की चार विशाल द्वारों के साथ स्वागत करता जान पड़ता है। चार मीनार इस्लामी वास्तुकला की एक अद्भुत उदाहरण है जोकि कैटिया शैली में बनाई गई है। साथ ही साथ यह हैदराबाद की सबसे पुरानी मस्जिद भी है। जिसकी वजह से जो लोग भी हैदराबाद घूमने आते हैं वह इस मस्जिद को देखने के लिए जाते ही जाते हैं। इस स्मारक का निर्माण ग्रेनाइट, संगमरमर, मोर्टार और चूना पत्थर से किया गया जिसकी वजह से इसकी ख़ूबसूरती और संरचना दोनों को ही बहुत तारीफ़ मिलती है। इस मस्जिद में आज भी नमाज़ अदा की जाती है और यह हमेशा सद्भावना से नमाज करने वाले लोगों से भरी रहती है। इस जगह पर आपको ऊर्जा से भरपूर लोग और स्थान की जीवंतता देखने को मिलेगी।
मक्का मस्जिद – मक्का मस्जिद हैदराबाद की सबसे बड़ी और लोकप्रिय मस्जिद है। यही वजह है कि इस जगह को ख़ास बताया जाता है और देश के कोने कोने से लोग इस मस्जिद को देखने और अपनी आस्था को प्रकट करने के लिए आते हैं। यह मस्जिद सऊदी अरब के मक्का मदीना में स्थित मस्जिद की हुबहू कापी है। इस मस्जिद के लगभग हर हिस्से को उसी मस्जिद की नक़ल करते हुए बनाया गया है। यह हैदराबाद की सबसे बड़ी मस्जिद होने के साथ हमारे देश की भी सबसे बड़ी मस्जिदों में आती है। यह इतनी भव्य और बड़ी है कि एक साथ हज़ारों लोग अपनी नमाज़ पढ़ सकते हैं। इस जगह पर लोग पर्यटन के साथ साथ अपनी श्रद्धा और आस्था को प्रकट करने के लिए भी आते हैं। इस जगह पर आपको अच्छा लगेगा और आप हर बार आना चाहेंगे।
कुतुब शाही मकबरा – कुतुब शाही मकबरा हैदरबाद में स्थित एक बहुत ही पुराना स्मारक है। यह मक़बरा कुतुब शाही राजवंश की स्थापत्य परंपरा को ज़ाहिर करता है। यह हैदराबाद के ख़ूबसूरत और ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। इस जगह को कई वजहों से जाना जाता है लेकिन उनमें से जो सबसे ख़ास है वह ये कि यह मक़बरा धर्मनिरपेक्षता का एक बहुत ख़ूबसूरत और अद्भुत उदाहरण है। इस मक़बरे के साथ कई इमारतें मौजूद हैं – इनमें मौजूद कब्रें विभिन्न तरह की शैलियों में स्थापित की गई हैं। जिनमें फ़ारसी, पठान और हिंदू के साथ कई रूपों को एक साथ दर्शाया गया है! यही वजह है कि हर धर्म के लोग इस जगह पर सामान भाव से जाते और अपनी आस्था को ज़ाहिर करते हैं।
हैदराबाद में दूसरा दिन

बिड़ला मंदिर – बिड़ला मंदिर हमारे देश के सबसे ख़ूबसूरत और आधुनिक मंदिरों में गिना जाता है। इसकी बनावट और संरचना बहुत ही ख़ूबसूरत होती है। इस मंदिर का निर्माण उद्योगपति बिड़ला ने स्वयं करवाया है जोकि अपने आपमें एक बहुत ही ख़ास बात है। वह केवल व्यापार और धन ही नहीं बल्कि इस मंदिर के बुनियादी ढांचे और सौंदर्यशास्त्र से भी पूरी तरह से परिचित थे जो मंदिर से निखरकर सामने आता है। हैदराबाद आने वाले सैलानी इस जगह पर आते ही आते हैं और मंदिर की ख़ूबसूरती को देखने के साथ अपनी आस्था को भी ज़ाहिर करते हैं। इस मंदिर में आपको वास्तुकला की तीन अलग अलग शैलियाँ देखने को मिलेगी। यह मंदिर दक्षिण-भारतीय, उत्कल और राजस्थानी वास्तुकला का मिश्रण है।
सालारजंग संग्रहालय – सालारजंग संग्रहालय हैदराबाद ही नहीं बल्कि देश के सबसे अच्छे संग्रहालय में गिना जाता है। यही वजह है कि हैदराबाद आने वाले सैलानियों की एक इच्छा सालारजंग संग्रहालय देखने की रहती है। इस जगह पर आकर आप तरह तरह के अकादमिक जर्नल देख और पढ़ सकते हैं। इस संग्रहालय में आपको कई देहाती हथियार भी दिख जाएँगे जोकि काफ़ी पुराने और एतिहासिक हैं। इस जगह पर आपको सदियों से एकत्रित की गई कई बहुमूल्य शाही वस्तुओं की भी झलक मिल सकती है। इस जगह पर जाने के बाद आप इसके सम्मोहन में खोते चले जाएँगे। इस जगह पर आपको अपने समृद्ध इतिहास के बारे में देखने और जानने को काफ़ी कुछ मिलेगा। सालारजंग संग्रहालय पूरे देश की विभिन्न ऐतिहासिक कलाकृतियों का एक बहुत बड़ा भंडार है।
हैदराबाद में तीसरा दिन

लुंबिनी पार्क हैदराबाद – लुंबिनी पार्क हैदराबाद को लोग इसकी ख़ूबसूरती की वजह से जानते हैं। इस जगह पर एक बहुत बड़ी भगवान बुद्ध की मूर्ति है जो कि बहुत ही ख़ूबसूरत और अद्भुत है। इस जगह पर फूलों का उपयोग करके एक बहुत ही ख़ूबसूरत और बड़ी घड़ी बनाई गई है जो हर किसी की अपनी डिज़ाइन की वजह से आकर्षित करती है। इस जगह की यात्रा मनोरंजन के साथ साथ बच्चों और बड़ों के लिए काफ़ी शिक्षाप्रद मानी जाती है। इस जगह पर आपको कई तरह के फूल और पौधे देखने को मिल जाएँगे। लुंबिनी गार्डन में होने वाला लेजर शो काफ़ी अच्छा होता है।
रामोजी फिल्म सिटी – हैदराबाद गए और फ़िल्म सिटी नहीं घुमा तो भला क्या ही घुमा। रामोजी फिल्म सिटी को हैदराबाद की धड़कन कहा जा सकता है। इस जगह पर आपको सिनेमाई विषयों के साथ साथ काफ़ी कुछ मिलता है। इस जगह पर देखने, सीखने और अनुभव करने के लिए काफ़ी कुछ है। इस जगह पर आप आप फिल्म सिटी टूर से लेकर तरह तरह के साहसिक खेल का आनंद ले सकते हैं। आप टॉय ट्रेन की ख़ूबसूरत और मज़ेदार सवारी कर सकते हैं। इस जगह पर आमेर महल जैसे देश के कई प्रसिद्ध स्मारकों की छोटी प्रतिकृतियाँ देख सकते हैं।
