भुवनेश्वर में तीन दिनों में घूमने लायक शीर्ष जगहों की पूरी जानकारी: Bhubaneswar Itinerary for 3 Day

भगवान जगन्नाथ के दर्शन

इस जगह पर आकर भगवान जगन्नाथ के दर्शन के अलावा कोणार्क का सूर्य मंदिर, सफेद शेर, भगवान बौद्ध का धौलगिरी मंदिर और आसपास की मौजूद गुफाओं को देखने के लिए जाते हैं।

Bhubaneswar Itinerary for 3 Day : भगवान जगन्नाथ की नगरी भुवनेश्वर देश के सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में गिना जाता है। जिसकी वजह से देश भर से श्रद्धालु इस जगह पर आकर अपनी आस्था को प्रकट करते हैं। इस जगह पर आकर भगवान जगन्नाथ के दर्शन के अलावा कोणार्क का सूर्य मंदिर, सफेद शेर, भगवान बौद्ध का धौलगिरी मंदिर और आसपास की मौजूद गुफाओं को देखने के लिए जाते हैं। इस जगह पर आकर आप यहाँ के पर्यटन स्थलों को देखने के साथ साथ यहाँ के प्राकृतिक वातावरण का भी मज़ा ले सकते हैं। इस जगह पर आकर आपको अच्छा लगेगा आप अपने आपको कई तरह से समृद कर पायेंगे और प्राप्त अनुभवों को कभी नहीं भूल पायेंगे। 

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Bhubaneswar Itinerary for 3 Day
Day 1 – Visit Konark Sun Temple

कोणार्क का सूर्य मंदिर : कोणार्क का सूर्य मंदिर देश के सबसे बड़े और लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में गिना जाता है। यह हिंदू धर्म का एक बहुत ही पवित्र और प्राचीन मंदिर हैं। कोणार्क का सूर्य मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में वर्ष 1984 में शामिल किया था। इस मंदिर की ख़ूबसूरती और वास्तु को देखकर कोई भी चकित हुए बिना नहीं रह सकता है। यह मंदिर बहुत ही शानदार तरीक़े से बनाया गया हैं। सूर्य भगवान को समर्पित इस मंदिर के भीतर सूर्य भगवान की प्रतिमा लगी हुई हैं। साथ ही मंदिर के भीतर एक रथ भी बना हुआ हैं। इस रथ में 12 पहिए लगे हुए हैं, जिसे 7 घोड़े खींच रहे हैं। इस रथ के उपर सूर्य भगवान विराजमान हैं। 

जैन मुनि खंडगिरी गुफा : जैन मुनि खंडगिरी भुवनेश्वर से कुछ ही दूरी पर स्थित एक गुफा समूह है। यह गुफा समूह एक ऊंची सी पहाड़ी पर स्थित हैं जिसमें कुल 18 गुफाएं है। इसी तरह से एक गुफा समूह उदयगिरी के नाम से भी है जिसमें कुल 15 गुफाएं हैं। बताया जाता है कि इन गुफाओं को राजा खारवेल ने ईसा पूर्व में बनवाया था। इन गुफाओं के बाहरी हिस्से में कुछ मंदिर भी बनाए गए थे। इन गुफ़ाओं को अलग अलग नामों से जाना जाता है। जिनमें अलग अलग के चित्र भी आपको देखने के लिए मिल जायेंगे। अनंत गुफा, सर्प गुफा, व्याग्र गुफा आदि गुफा में आपको कई प्रकार के चित्र देखने को मिल जाएँगे। एक गुफा से दूसरी गुफा में जाने के लिए सीढ़ियाँ बनी हुई हैं। 

चिल्का झील : चिल्का झील को विश्व की दूसरी सबसे बड़ी झील कहा जाता है। यह हमारे देश भारत की सबसे बड़ी झील है। इस जगह पर आकर आप यहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने के साथ साथ चिल्का झील में बोटिंग का भी मज़ा ले सकते हैं। यह झील करीब 70 किमी से अधिक लम्बी हैं। इस जगह पर सबसे अधिक लोग इस झील में पायी जानी वाली  डॉल्फिन को देखने के लिए आते हैं। डॉल्फिन व्यू प्वाइंट पर जाने के लिए आपको बोट से तक़रीबन 90 मिनट का सफ़र करना होता है। इस जगह से आप डॉल्फिन को आसानी से देख सकते हैं। इस झील में एक आइसलैंड भी बना हुआ हैं। बोट इसी आइसलैंड पर रुकती है। 

Visit Nandan Kanan
Day 2 – Visit Nandan Kanan

नंदन कानन : नंदन कानन चिड़िया घर भुवनेश्वर राज्य में स्थित है और करीब 400 हेक्टेयर में फैला हुआ है। इस चिड़िया घर में तरह तरह के दुर्लभ प्रजाति के जानवर देखने को मिलते हैं। बताया जाता है कि इसमें 126 से भी कहीं अधिक प्रकार के जानवरो की प्रजाति है। इस जगह का प्राकृतिक वातावरण भी काफ़ी लाजवाब है। इस जगह पर घूमते हुए आप कई हरे भरे और दुर्लभ प्रजाति के पेड़ पौधे भी देखने को मिल जाएँगे। नंदन कानन को अपने यहाँ पाए जाने वाले सफ़ेद बाघों की वजह से जाना जाता है। इस चिड़िया घर में सफेद बाघ के अलावा पंगोलियन, घड़ियाल, लुफ्तप्राय रटेल और हिप्पो आदि जानवर रहते हैं।

भगवान बुद्ध का धौलगिरी हिल्स : भुवनेश्वर से धौलगिरी हिल्स की दूरी लगभग 10 किमी है। इस जगह की प्रसंगिकता कलिंग और मौर्य साम्राज्य के बीच हुए विशाल युद्ध की वजह से है। कलिंग युद्ध के बाद ही मौर्य साम्राज्य का सम्राट अशोक को विरक्ति हुई थी और उसने  बौद्ध धर्म ग्रहण किया था। इस जगह पर आकर आपको अद्भुत शांति का अनुभव होगा। इस जगह पर आपको शांति के प्रतीक के रूप में पैगोडा आदि देखने को मिल जाएँगे। इस आगाह पर आने वाले सैलानियों को बुद्ध के चरण के निशान वाले पत्थर भी देखने को मिलते हैं। इस जगह पर अशोक के कई शिलालेख मौजूद हैं। 

लिंगराज मंदिर : भुवनेश्वर का लिंगराज मंदिर मुख्य शहर से करीब 20 किमी की दूरी पर स्थित है। भगवान शिव और विष्णु जी के  त्रिभुनेश्वर रूप को इस मंदिर में दिखाया गया है। आप पूरी घूमने का विचार बनाते हैं तो आपको इस मंदिर में दर्शन करने के लिए ज़रूर आना चाहिए। यह मंदिर काफ़ी ख़ूबसूरत और भव्य है। बताया जाता है कि लिंगराज का यह मंदिर 1400 वर्ष से भी कहीं पुराना है। पौराणिक कथाओं के अनुसार देवी पार्वती ने इस जगह पर दो असुरों का वध किया था। इस जगह पर ही एक नदी भी बहती है, यह भी उसी समय की बताई जाती है। 

Chandrabhaga Beach
Day 3 – Visit Chandrabhaga Beach

चंद्रभागा समुद्र तट : चंद्रभागा समुद्र तट भुवनेश्वर का एक बहुत ही ख़ूबसूरत स्थल है। इस जगह पर जाकर आप प्राकृतिक सुंदरता का अद्भुत नज़ारा देख सकते हैं। इस जगह पर समुद्र की उछलती लहरों को देख कर आपका मन ख़ुश हो जाएगा। इस जगह पर कई तरह की वॉटर ऐक्टिविटी भी होती है आप चाहें तो उसका भी हिस्सा बन सकते हैं। इस जगह पर आप बोटिंग, मोटर राइड और तैराकी का आनंद ले सकते हैं। चंद्रभागा नदी इस जगह से महज़ दो किमी की दूरी पर है। ऐसी मान्यता है कि इस नदी के पानी में नहाने से चरम रोग तक ठीक हो जाते हैं। 

जगन्नाथ मंदिर : भुवनेश्वर राज्य के उड़ीसा जिले में स्थित जगन्नाथ मंदिर देश के सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में आता है। यह भगवान जगन्नाथ जी का मंदिर पूरी दुनिया में फेमस है। इस मंदिर में दर्शन के लिए देश के कोने कोने से लोग आते हैं और भगवान जगन्नाथ के प्रति अपनी श्रद्धा और आस्था व्यक्त करते हैं। इस मंदिर में भगवान जगनाथ की पूजा होती है और उनके साथ में बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा भी विराजमान हैं। इस मंदिर की एक और ख़ास बात यह कि विश्व की सबसे बड़ी रसोई इसी जागनाथ मंदिर में है। जिसमें हर दिन करीब 25000 लोगों का खाना बनता है। 

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...